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राजपथ को भाया टीम योगी का हुनर, यूपी बना नम्बर वन

राजपथ को भाया टीम योगी का हुनर, यूपी बना नम्बर वन
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लखनऊ। 'धन्य-धन्य उत्तर प्रदेश' के मधुर गीत के साथ राजपथ पर 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सूचना विभाग द्वारा प्रदर्शित की गयी ''अयोध्या-उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर'' झांकी ने देश के राज्यों में प्रथम स्थान हासिल कर श्रद्धा और आस्था के इस सृजन को सार्थक साबित किया है।


यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सूचना की टीम ने अयोध्या को एक धार्मिक केन्द्र और सांस्कृतिक पटल पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर और भगवानी श्री वाल्मीकि की रामायण गढ़ती मूर्ति के साथ जिस सुन्दर ढंग से पेश किया, उतना ही सुन्दर इनाम भी पाया। दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में यूपी के एसीएस सूचना नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर को केन्द्रीय युवा एवं खेल मंत्री किरण रिजीजू ने ट्राफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।



दिल्ली में यूपी की झांकी को देश के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में अव्वल नम्बर मिलने का जश्न यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर भी नजर आया। दिल्ली से ट्राफी लेकर पहुंचे एसीएस सूचना नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्राफी भेंट की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, विशेष सचिव मुख्यमंत्री अमित सिंह, सीएम के ओएसडी अभिषेक कुमार कौशिक और निदेश सूचना शिशिर मौजूद रहे।


26 जनवरी के दिन जब गणतंत्र दिवस पर राम मंदिर के माडल वाली झांकी राजपथ पर आई तो वहां मौजूद लोग खड़े होकर तालियां बजाने लगे थे। आज भारतवर्ष की समेकित आस्था के प्रतीक श्रीराम मंदिर की सचल झांकी को देश में प्रथम पुरस्कार मिला है। सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम ने इसके लिए बेहतर कार्य किया और इतिहास रच दिया।

इस पुरस्कार से उत्तर प्रदेश भी गौरवविभूषित हुआ है। इस झांकी के रूप में ना केवल पूरे देश बल्कि समूचे विश्व ने भगवान राम के भव्य मंदिर की छवि के दर्शन किए। खेल मंत्री ने खुद ट्वीट कर यूपी की झांकी के प्रथम स्थान प्राप्त करने पर मुख्घ्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है। वहीं उन्होंने त्रिपुरा की झांकी को द्वितीय और उत्तराखंड की झांकी को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यूपी की झांकी के पहले भाग में महर्षि वाल्मिकी को रामायण की रचना करते दिखाया गया जबकि मध्य भाग में राम मंदिर का मॉडल रखा गया था। पहली बार राजपथ पर अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर और दीपोत्सव की झलक वाली झांकी निकाली गई है। इस उपलब्धि के लिए निदेशक सूचना शिशिर ने पूरी टीम को बधाई देते हुए गीतकार वीरेन्द्र सिंह की भी प्रशंसा की है।




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