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MUZAFFARNAGAR--मां-बेटी सहित खेड़ा मस्तान में एक साथ जली बुजुर्ग रामफल के परिवार के चार लोगों की चिताएं

पंजाब के होशियारपुर में बेकाबू कैंटर ने रौंदा, एक ही खानदान के पांच लोगों की मौत से दो गांवों में शोक, केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान अंतिम संस्कार में हुए शामिल, परिवार को दी सांत्वना, पंजाब के जगदलपुर भादसो में ईंट भट्टे पर काम करते हैं खेड़ा मस्तान और काकड़ा के लोग।

MUZAFFARNAGAR--मां-बेटी सहित खेड़ा मस्तान में एक साथ जली बुजुर्ग रामफल के परिवार के चार लोगों की चिताएं
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मुजफ्फरनगर। संत रविदास की तपोस्थली में बैसाखी के पर्व के अवसर पर माथा टेकने के लिए जा रहे मुजफ्फरनगर के दलित परिवार के लोगों को पंजाब में बेकाबू कैंटर ने अपनी चपेट में लेकर कुचल दिया। इसमें मुजफ्फरनगर के एक ही खानदान के पांच लोगों की मौत हो जाने से दो गांवों में कोहराम और शोक का वातावरण है। आज हादसे में मारे गये लोगों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मृतकों में एक ही परिवार के चार लोग शामिल हैं। आज सवेरे केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान और दूसरे नेताओं के साथ ही अधिकारियों ने भी गांव पहुंचकर हादसे की जानकारी ली और शोक संतृप्त परिवार को सांत्वना भी प्रदान की। मृतक मजदूर परिवार से ही ताल्लुक रखते हैं और पंजाब में ईंट भट्टे पर मजदूरी के लिए गये हुए थे।

प्राप्त समाचार के अनुसार पंजाब में होशियारपुर के उपमंडल गढ़शंकर में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हो गया। संत श्री गुरु रविदास जी की तपोस्थली खुरालगढ़ साहिब में बैसाखी के अवसर पर माथा टेकने जा रही संगत की एक टोली को बेकाबू ट्रक ने रौंद दिया। हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए हैं। इनमें से 4 की मौत मौके पर तो 4 घायलों की मौत सिविल अस्पताल गढ़शंकर में हुई है। इनमें से 5 मृतक मुजफ्फरनगर के एक ही परिवार के हैं। जबकि बाकी तीन सहारनपुर जनपद के एक गांव के निवासी बताये गये हैं। इस हादसे में मरने वालों में मुजफ्फरनगर के निवासी पांच लोगों में एक महिला और एक किशोरी भी शामिल हैं। जबकि इसी परिवार के पांच अन्य लोग भी गंभीर रूप से घायल हैं। सभी घायलों को लोगों की मदद से सिविल अस्पताल गढ़शंकर पहुंचाया गया है। जहां से 5 को गंभीर हालत में पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। ये लोग दलित समाज के मजदूर परिवार से हैं और अपने परिवारों के साथ पंजाब में ईंट भट्टे पर मजदूरी करने के लिए गये हुए थे।

शुक्रवार को जनपद के ब्लाॅक बुढ़ाना के गांव खेड़ा मस्तान और शाहपुर क्षेत्र के गांव काकड़ा में मातम का आलम रहा। खेड़ा मस्तान निवासी बुजुर्ग रामफल के पुत्र अपने अपने परिवारों के साथ मजदूरी के लिए पंजाब में ईंट भट्टों पर कार्य करने के लिए गये हुए थे। गुरूवार को रामफल को एक दुखद सूचना मिली कि सड़क हादसे में उसके परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी है, जबकि परिवार के ही कई सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं। आज सवेरे पांचों मृतकों के शव गांव में पहुंचे तो परिवार में कोहराम मच गया। बेहद गमगीन माहौल में इनका अंतिम संस्कार किया गया। इस हादसे के चश्मदीद गवाह रामफल के पुत्र सुरेश पाल ने बताया कि वो अपने भाईयों सुदेश पाल और पुष्पेन्द्र कुमार तथा उनके परिवारों के साथ नवम्बर माह में पंजाब के सरण के पास गांव भादसो जिंदलपुर में जिंदल ईंट भट्टे पर मजदूरी करने के लिए गये थे। बैसाखी के पर्व पर 11 से 13 अपै्रल तक संत श्री गुरु रविदास जी की तपोस्थली खुरालगढ़ साहिब पंजाब में धार्मिक मेला लगता है। दूर दराज से संगत वहां पर मत्था टेकने के लिए पहुंचती हैं। इसी को लेकर उन्होंने भी पूरे परिवार के साथ खुरालगढ़ साहिब दर्शन करने के लिए संगत के साथ जाने का प्लान बनाया था। 12 अपै्रल को वो करीब 40-45 लोग बस में सवार होकर खुरालगढ़ पहुंचे थे। वहां बस को पार्किंग में खड़ा करने के बाद सभी संत रविदास का भजन कीर्तन करते हुए मंदिर की ओर पैदल ही चल पड़े। रास्ता पहाड़ी है और वहां पर सीधा ढलान है। वो सड़क किनारे चल रहे थे कि रात्रि करीब साढ़े नौ बजे पीछे से आये तेज रफ्तार कैंटर ने संगत को रौंदना शुरू कर दिया। किसी की कुछ समझ नहीं आया और कुछ ही देर में चीख पुकार मच गयी। मौके पर जुटे लोगों ने घायलों को सड़क से हटाया और पुलिस को भी बुला लिया गया।

सुरेश पाल ने बताया कि इस हादसे में उनके भाई सुदेश पाल पुत्र रामफल ;46द्ध, गीता देवी पत्नी पुष्पेन्द्र कुमार ;40द्ध, कुमारी उन्नति पुत्री पुष्पेन्द्र कुमार ;16द्ध, राहुल कुमार पुत्र मैनपाल ;25द्ध निवासीगण गांव खेड़ा मस्तान तथा उनकी भांजी कु. रामो पुत्री शीशपाल ;15द्ध ग्राम काकडा की मौत हो गयी। जबकि उनका भाई पुष्पेन्द्र कुमार, सुशीला देवी, टीना कुमारी, रश्मि और तीन साल का भतीजा प्रियांशु गंभीर घायल है। आज शव गांव में पहुंचे और अंतिम संस्कार कर दिया गया। रामो का अंतिम संस्कार गांव काकड़ा में किया गया है। इस दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान, पूर्व विधायक उमेश मलिक सहित अन्य नेता भी खेड़ा मस्तान पहुंचे और बुजुर्ग रामफल से मिलकर हादसे की जानकारी ली तथा उनको ढांढस बंधाया। गांव के प्रधान देवेन्द्र कुमार ने कहा कि एक साथ गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों की चिता उठी तो पूरा गांव ही शोकाकुल हो गया। पूरा गांव इस गम में रामफल के परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकार से मुआवजा दिलाये जाने की मांग भी की है।

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