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7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 4 जून को आएंगे परिणाम , देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू

7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 4 जून को आएंगे परिणाम ,  देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू
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नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को दोपहर बाद लोकसभा चुनावा 2024 के साथ ही कई राज्यों के विधानसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान करते हुए अधिसूचना जारी कर दी। इसके साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। चुनावी रणभेरी बज जाने के बाद सभी राजनीतिक दल भी अपनी कमर कसने को तैयार हो गये और मतदाताओं ने भी चुनावी मंथन शुरू कर दिया है। 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करते हुए कहा कि 543 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान किया जायेगा। 4 जून को चुनाव परिणामों की घोषणा की जायेगी।

उत्तर प्रदेश और बिहार में सात चरणों में मतदान

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनाव के लिए सात चरण में मतदान होगा। 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होगी। 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। सात मई को तीसरा चरण होगा। 13 मई को चैथा चरण होगा। 20 मई को पांचवां चरण होगा। छठा चरण 25 मई को होगा। एक जून को सातवां चरण में मतदान होगा। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव कराया जायेगा। 22 राज्यों में एक चरण में मतदान होगा। जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र में पांच चरण, उडीसा, मध्य प्रदेश और झारखंड में चार चरण तथा छत्तीसगढ़ और आसाम में तीन चरण और कर्नाटक, राजस्थान, त्रिपुरा और मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा।

भारत के चुनाव पर पूरी दुनिया की निगाह टिकी

मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा से पहले प्रेस कांफ्रेंस मं कहा कि आज इस अवसर पर मैं मतदाताओं से अपील करना चाहूंगा कि हमारी स्याही तैयार है। आप लोग भी तैयार हो जाइए। उन्होंने कहा कि भारत के चुनाव पर पूरी दुनिया नजर रहती है। चुनाव का पर्व हमारे लिए गर्व की बात है। हमने सभी राज्यों में जाकर समीक्षा की है। 800 डीएम, और एसपी से बात की है। चुनाव की व्यापक तैयारी की गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यह हम लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। 2024 दुनिया के लिए भी चुनावों का साल है। दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र के रूप में भारत पर सभी का ध्यान केंद्रित रहता है। लोकतंत्र के रंग यहां उभरते हैं और सभी हिस्सों का इसमें समावेश होता है। हमारा वादा है कि हम चुनाव इस तरह कराएंगे जो देश की चमक को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिब( हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव होना बाकी हैं।

12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुषों से ज्यादा

चुनाव आयुक्त ने बताया कि हिंसा मुक्त चुनाव कराने की पूरी कोशिश करेंगे। अगर शिकायत मिली तो सख्त एक्शन लिया जाएगा। काले धन का इस्तेमाल को रोकने के भरपूर प्रयास करेंगे। कुछ राज्यों में बल का प्रयोग ज्यादा है, कुछ राज्यों में धन का प्रयोग ज्यादा होता है। हमारे पास पूरे आंकड़े हैं। 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है। राजीव कुमार ने कहा कि भौगोलिक, सांस्कृतिक रूप से विविध इस देश के सबसे बड़े चुनाव के लिए हमने दो वर्ष तक तैयारी की है। हमारे पास 97 करोड़ मतदाता हैं। यह संख्या अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के कुल मतदाताओं से कहीं ज्यादा है। हमारे पास 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं, जिनकी जिम्मेदारी डेढ़ करोड़ लोगों के पास होती है। 55 लाख ईवीएम हैं। चुनाव आयोग अब तक 17 आम चुनाव और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करा चुका है। पिछले 11 चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं। अदालती मुकदमे कम हुए हैं। उनहोंने कहा कि हमने पिछले एक साल में नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है।

अपराधी प्रत्याशी बने तो बताना पड़ेगा क्यों दिया टिकट

सियासी दलों के लिए सख्त एडवाइजरी जारी करते हुए राजीव कुमार ने कहा कि किसी भी उम्मीदवार का आपराधिक रिकार्ड है तो उसे 3 बार अखबार और टीवी पर बताना पड़ेगा। राजनैतिक पार्टी को भी बताना पड़ेगा कि वो उसे टिकट क्यों दे रही है? चुनाव आयोग ने सलाह दी है कि निजी जिंदगी को लेकर भी चुनावों में हमले न करें। फेक न्यूज न फैलाएं। जाति धर्म पर भाषण नहीं होना चाहिए। सोशल मीडिया की निगरानी होगी। मतदाताओं को फर्जी खबरें और असत्यापित जानकारी आगे न बढ़ाने की सलाह दी गई है। साथ ही कहा गया है कि प्रचार में बच्चों का इस्तेमाल न हो। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पर्यवक्षेकों को ट्रेनिंग दी गई है। 2100 पर्यवक्षेक तैनात किए गए हैं। हिंसा मुक्त चुनाव का लक्ष्य है।

85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता घर बैठे देंगे वोट

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40 प्रतिशत से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फाॅर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता, 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन हैं। देश में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं, जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं। 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता इन चुनावों में हैं।

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