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शव लेकर भटकती दिखी एम्बुलेंस, पिता की तेहरवीं में जाने को रोती रहीं महिलाएं

स्कूल की बसों को भी नहीं जाने दिया गया। वहीं मां के हार्ट अटैक की सूचना पर घर जाने के लिए निकले एक व्यक्ति की मार्मिक अपील को भी ठुकरा दिया गया। पूरे दिन किसानों का राज हाईवे सहित अन्य सड़कों पर चलता रहा।

शव लेकर भटकती दिखी एम्बुलेंस, पिता की तेहरवीं में जाने को रोती रहीं महिलाएं
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मुजफ्फरनगर। भारत बंद के दौरान जनपद में किसानों ने मुख्य सड़कों और हाईवे पर कब्जा करते हुए चक्का जाम किया। इस दौरान किसान संगठनों ने एम्बुलेंस, स्कूल वाहनों और बीमार व शादी ब्याह वाले लोगों के वाहनों को चक्का जाम से मुक्त करने की व्यवस्था का दावा किया था, लेकिन कहीं पर भी ऐसे लोगों की फरियाद को सुना नहीं गया। एक एम्बुलेंस शव को लेकर भटकती नजर आयी तो वहीं अपने पिता की रस्म तेहरवीं मेें परिजनों के साथ शामिल होने के लिए निकली महिलाओं का वाहन भी रोक लिया गया। स्कूल की बसों को भी नहीं जाने दिया गया। वहीं मां के हार्ट अटैक की सूचना पर घर जाने के लिए निकले एक व्यक्ति की मार्मिक अपील को भी ठुकरा दिया गया। पूरे दिन किसानों का राज हाईवे सहित अन्य सड़कों पर चलता रहा।

प्राप्त समाचार के अनुसार आज जनपद में कई स्थानों पर लोगों को किसानों की जिद के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रोते और हाथ जोड़ते लोगों की वीडियो को लेकर यही कहा जायेगा कि जो दावे किसान संगठनों के नेताओं ने किये, वह झूठे निकले। एक वीडियो में खतौली क्षेत्र में फंसे एक व्यक्ति को किसानों के प्रति रोष जताते हुए देखा गया। इस व्यक्ति ने बताया कि वह देहरादून में सर्विस करता है। कल उसको फोन आया कि मां को हार्ट अटैक आया है। परिवार गुडगाव में होने के कारण वह आज सवेरे सफर पर निकला, लेकिन यहां किसानों ने उसका वाहन रोक लिया, उसको नहीं जाने दिया जा रहा है। उसने कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करता था, लेकिन अब नहीं करेगा।


इसी प्रकार एक वीडियो में दो तीन महिलाएं किसानों के सामने हाथ जोड़कर रो रही हैं। उनकी बस को रोक लिया गया। इस वीडियो में रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत राठी इन महिलाओं का वाहन नहीं जाने देने की बात कहते सुनाई दे रहे हैं। इसी प्रकार मीरापुर क्षेत्र मेें एक एम्बुलेंस भी किसानों के चक्का जाम में फंसी नजर आई। इस एम्बुलेंस में कुछ लोेग अपने रिश्तेदार के शव को घर ले जाने के लिए अस्पताल से निकले थे। वहीं चरथावल थानाभवन मार्ग पर किड्स हेवन पब्लिक स्कूल चरथावल की बस को भी चक्का जाम के कारण किसानों ने नहीं जाने दिया। इस स्कूल बस मेें बच्चे गर्मी के कारण परेशानी में नजर आये।

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