undefined

पालिका पहुंच अंजू अग्रवाल ने संभाली 'अपनी तिजोरी'

बोर्ड फण्ड के 71 करोड़ रुपये के बारे में ली जानकारी, कहा-यह जनता की अमानत, ख्यानत नहीं होने दूंगी, पालिका में चल रहे विकास कार्य का किया स्थलीय निरीक्षण, बारात घर के अधूरे कार्यों को शुरू कराने के निर्देश, पालिका में की समीक्षा बैठक, कन्या विद्यालय पहुंचकर शिक्षिकाओं और छात्राओं से की मुलाकात, किया प्रोत्साहित।

पालिका पहुंच अंजू अग्रवाल ने संभाली अपनी तिजोरी
X

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में शुक्रवार की सुबह कुछ अलग थी। पालिका में शीर्ष स्तरीय पद को लेकर करीब पांच माह से चल रही उठा-पटक के दौर में आज पालिका पालिका पहुंची चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल उत्साह से लबरेज नजर आई। उन्होंने टाउनहाल पहुंचने के बाद अपने कार्यकाल में पालिका की आय के रूप में जुटाये गये 71 करोड़ रुपये के बारे में जानकारी ली और स्वयं खजांची कक्ष का निरीक्षण करते हुए 'अपनी तिजोरी' को संभालते हुए कहा कि यह जनता की अमानत है और इसमें ख्यानत नहीं होने दी जाएगी है। ईश्वर ने उनको अवसर दिया है और वो प्रयास करेंगी कि इस धन से शहर का ज्यादा से ज्यादा विकास कराया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने पालिका में विभागीय समीक्षा की, कैश काउंटर और जन्म मृत्यु विभागों का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही पालिका में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और समय से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।


नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल आज पूरे उत्साह और नई आशाओं के साथ टाउनहाल पहुंची। उन्होंने सबसे पहले अपने कार्यालय में विभागीय स्तर पर समीक्षा बैठक की। इसके बाद वह पालिका में निरीक्षण पर निकल पड़ी। वो खजांची कक्ष में पहुंची और वहां पर हो रहे टाइलिंग एवं फर्शिंग कार्यों का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने खजांची की सीट पर पहुंचकर वहां पालिका के खजाने की तिजारी को भी चैक किया और टैक्स तथा अन्य संसाधनों के तहत पालिका की आय के रूप में एकत्र 71 करोड़ रुपये के अपने खजाने की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बोर्ड फण्ड का यह पैसा जनता की अमानत है, इसमें किसी भी स्तर पर ख्यानत नहीं होने दूंगी। हम प्रयास करेंगे कि इस पैसे को शहर के विकास पर खर्च करने काम जल्द किया जा सके। इसके पश्चात उन्होंने कैश काउंटर और जन्म मृत्यु विभाग का निरीक्षण किया। यहां पर लाइनों में लगे लोगों को मधुर व्यवहार करते हुए सुलभ व्यवस्था देने के निर्देश कर्मचारियों को दिये। इसके पश्चात उनके द्वारा सभी विभागों में चल रहे विकास कार्य का निरीक्षण करते हुए ठेकेदार मनीष कुमार को कार्य समय से पूर्ण करने के लिए कहा।


यहां से चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल रुड़की रोड पर बनाये गये गरीब कन्या बारात घर पहुंची और वहां निरीक्षण के दौरान 19 जुलाई के बाद से अधूरे विकास कार्यों को पुनः शुरू कराने के निर्देश ठेकेदार नरेन्द्र कुमार को दिये। यहां पर शौचालय और एक कमरे का निर्माण कार्य उनके अधिकार सीज होने के बाद रुकवा दिया गया था। इसके बाद वो नगरपालिका कन्या इंटर कॉलेज भी पहुंची। वहां कार्यवाहक प्रधानाचार्या सुमित्रा सिंह व शिक्षिकाओं ने उनका स्वगात किया। यहां उन्होंने शिक्षिकाओं और छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि कन्या विद्यालय के विकास के लिए शासन से मिले 56 लाख रुपये के बजट के अलावा हमने पालिका बोर्ड फण्ड से 40 लाख रुपये का बजट स्वीकृत कराया, ताकि विद्यालय की कक्षाओं और बरामदे का फर्श सही कराया जा सके। यह पैसा यहां टाइल और फर्श लगाने पर खर्च किया जा रहा।

आज भी नहीं आये ईओ, बैठक से नदारद रहे अफसरः चेयरपर्सन ने ईओ हेमराज सिंह के लगातार अवकाश पर रहने की शिकायत मण्डलायुक्त से की है, वहीं वित्तीय कमेटी के जिले में आने पर प्रशासन ने भी ईओ को समस्त बंदोबस्त करने के निर्देश दिये थे, लेकिन आज पालिका में समीक्षा बैठक में भी ईओ नहीं पहुंचे और न ही पालिका के अफसर नजर आये।

सभासदों को ऐसे लगा, अब अपना दौर लौट आयाः आज चेयरपर्सन के पूरी पावर के साथ पालिका में अपना रूतबा दिखाने के कारण सभासदों और कर्मचारियों को भी इस बात का अहसास होता नजर आया कि आखिर उनका दौर लौट आया है। कई सभासदों ने चेयरपर्सन को निरीक्षण के दौरान अपनी समस्या बताई और उसका निस्तारण कराने के लिए कहा, तो उन्होंने तत्काल आदेश दिये। इस दौरान सभासद अरविन्द धनगर, सभासद ओम सिंह, सभासद पति राजकुमार, स्टेनो गोपाल त्यागी, लिपिक तनवीर आलम, मनोज बालियान, प्रवीण कुमार, राजीव वर्मा, अशोक ढींगरा, मनोज पाल, मैनपाल सिंह, मुकेश शर्मा, गगन महेन्द्रा, रजत अग्रवाल सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

सभासद पर किया कटाक्ष, मुझे चेयरमैन रहने तो मंत्री शब्द पसंद नहीं


मुजफ्फरनगर पालिका कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जब चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल कैश काउंटर कक्ष से बाहर निकल रही थी तो उनकी मुलाकात भाजपा दल के नेता सभासद प्रेमी छाबड़ा से हुई। प्रेमी छाबड़ा को देखते हुए उन्होंने कटाक्ष भरे अंदाज में कहा कि आईये मंत्री जी, आप तो मंत्री हो, इस पर हंसते हुए सभासद प्रेमी ने जवाब दिया कि मंत्री तो आप हो हमारे लिए। चेयरपर्सन फिर कटाक्ष भरे लहजे में बोलीं, हम तो चेयरमैन हैं, मंत्री तो आप ही हो, मुझे तो चेयरमैन ही रहने दो अब मुझे मंत्री शब्द से भी चिढ़ होने लगी है।

नगर मजिस्ट्रेट पर चार्ज नहीं, विकास कार्यों की पत्रावलियां वापस मंगाई

मुजफ्फरनगर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने आज समीक्षा बैठक में रूके विकास कार्यों के लिए तत्काल एग्रीमेंट स्वीकृति कराने के निर्देश निर्माण विभाग के लिपिकों को दिये तो उन्होंने बताया कि सारी फाइलें नगर मजिस्ट्रेट के पास हैं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब नगर मजिस्ट्रेट के पास अब प्रशासक का चार्ज नहीं है तो पत्रावलियों को उन्होंने अपने पास क्यों रखा है। उन्होंने तत्काल ही विकास कार्यों की पत्रावलियां मंगाने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि जुलाई में कार्यवाही के बाद जहां हमने पालिका को छोड़ा था, वहीं पर खड़ी मिली है। हमारे बाद यहां कुर्सी संभालने वालों ने शहर के हित में कोई काम नहीं किया है। विकास कार्य ठप कर दिये गये हैं, लेकिन ईश्वर ने हमें अब छह जनवरी तक कार्य करने का मौका दिया है और इस अवधि में हम ज्यादा से ज्यादा काम कराने का प्रयास करेंगे। हमने ठेकेदारों को रूके हुए कार्य तत्काल शुरू कराने के निर्देश दिये हैं।

बड़े बाबू ओमवीर को फिर झटका, पद से हटाने के आदेश

मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल पूरी पॉवर में दिखाई देने लगी हैं। निरीक्षण से पहले उन्होंने पालिका में प्रशासक राज प्रभावी होने के बाद शक्तिशाली स्वरूप में वापसी करने वाले लिपिक ओमवीर सिंह को पद से हटाने के साथ ही तहसील भेजने के आदेश जारी किये।


चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने 15 दिसम्बर को दो आदेश जारी किये, जो 16 दिसम्बर को सामने आये हैं। इनमें पहले आदेश में उन्होंने पालिका के लिपिक मनोज पाल और अशोक पाल की तहसील में निर्वाचन कार्यों में लगाई गई ड्यूटी को निरस्त करते हुए उनको वापस पालिका में अपने संबंधित पटल पर कार्यभार संभालने के लिए निर्देशित किया है। इसमें ईओ हेमराज सिंह ने 22 नवम्बर को आदेश जारी कर खतौली उपचुनाव के लिए लिपिक मनोज पाल और अशोक पाल को तहसील सदर स्थानांतरित किया था। उनका कार्य अतिरिक्त रूप से लिपिक संदीप यादव और मोहन कुमार को सौंपा गया था। चेयरपर्सन ने मनोज व अशोक के स्थान पर वर्तमान में पालिका के कार्यवाहक कार्यालय अधीक्षक ओमवीर सिंह और मौ. सालिम को तहसील सदर में निर्वाचन कार्यों में सम्ब( किया है। उन्होंने आदेश में कहा कि 28 नवम्बर 2020 को सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के आदेश पर नगरपालिका कन्या इंटर कॉलेज में तैनाती के दौरान ओमवीर और सालिम को तहसील सदर में भेजा गया था। ओमवीर सिंह को ओएस के पदीय दायित्वों और लिपिक निर्माण विभाग के दायित्व से तत्काल मुक्त करने के आदेश दिये।


इसके साथ ही दूसरे आदेश में चयेरपर्सन अंजू अग्रवाल ने ओमवीर सिंह को अकेन्द्रीयत संवर्ग लिपिक बताते हुए उनकी कार्यालय अधीक्षक के पद पर तैनाती को गलत बताया है। ईओ ने 03 नवम्बर 2022 को ओमवीर सिंह को इस पदीय दायित्व पर तैनात करने के आदेश दिये थे। बता दें कि इससे पहले भी ओमवीर इसी पद पर कार्यरत रहे हैं। अब चेयरपर्सन अंजू ने एक बार फिर से राजस्व निरीक्षक पारूल यादव को कार्यवाहक कार्यालय अधीक्षक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। उनके सहयोग में लिपिक अशोक ढींगरा को तैनात किया गया है।

Next Story