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अंजू अग्रवाल ने छैनी-हथौडे की चोट पर परखा विकास

चेयरर्पसन अंजू अग्रवाल ने आज शहर में निर्मित सड़कों की गुणवत्ता को परखने के लिए अनोखे अंदाज में निरीक्षण किया। उन्होंने खराब गुणवत्ता की सड़कों के निर्माण पर नाराजगी जताई तो वहीं ठेकेदारों के भुगतान पर रोक लगाने के आदेश दिये हैं।

अंजू अग्रवाल ने छैनी-हथौडे की चोट पर परखा विकास
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मुजफ्फरनगर। शहर के विकास के विकास की हकीकत को जानने के लिए आज नगरपालिका परिषद् की अध्यक्ष अंजू अग्रवाल छैनी और हथौडा लेकर सड़कों के मानक और गुणवत्ता को ईमानदारी की चोट पर परखती नजर आयी। कई स्थानों पर सड़क निर्माण में मिली खामियों को लेकर उन्होंने ठेकेदारों के प्रति कड़ी नाराजगी जताई तो अवर अभियंता निर्माण को भी उनके किये गये पर्यवेक्षण को लेकर कड़ी हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि गुणवत्ता के विपरीत विकास कार्य बर्दाश्त नहीं होंगे। उन्होंने खराब मिली सड़कों को मानकों के अनुरूप करने तक ठेकेदारों का भुगतान करने पर रोक लगा दी है।


चेयरपर्सन श्रीमती अंजू अग्रवाल के द्वारा सभासदगण एवं अधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ वर्तमान में पालिका द्वारा निर्मित कराई गई सीसी सड़कों एवं आरसीसी नाली निर्माण कार्यों की स्थलीय जांच कराई गई। जांच के दौरान बेलदार से सड़क खोदवाकर कपिल कुमार अवर अभियंता निर्माण से प्रयुक्त मेटेरियल एवं थिकनेस की जांच कराई गई। विपुल भटनागर सभासद के वार्ड 32 में डा. कपिल काबरा से शिव मंदिर तक निर्मित सड़क की जांच की तो इसकी थिकनेस तो लगभग पूरी 25 सेंटीमीटर पाई गई लेकिन सड़क की फिनीसिंग बिल्कुल खराब पाई गई। मौके पर अवर अभियंता निर्माण को निर्देशित किया गया कि संबंधित ठेकेदार से तत्काल प्रभाव से इसकी फिनिशिंग ठीक कराएं। तब तक सड़क के भुगतान की कार्रवाई पर विचार नहीं होगा तथा आदेश त्यागी अध्यक्ष ठेकेदार यूनियन से भी मौके पर वार्ता करते हुए नाराजगी प्रकट की।


इसके पश्चात श्रीमती अंजू अग्रवाल ने पूरे स्टाफ और सभासदगण के साथ वार्ड संख्या 40 सरफराज आलम सभासद के वार्ड में सदर तहसील के बराबर में टीवीएस राधे कृष्ण एजेंसी के बराबर में निर्मित हुई सड़क का निरीक्षण किया। इसमें सड़क का कुछ भाग निर्मित होने से अधूरा पाया गया। जिसकी फर्निशिंग तो पूर्ण रूप से खराब मिली, साथ ही आरसीसी से निर्माण कराई गई नालियां भी काफी हिस्से में टूटी पाई गई। चेयरपर्सन द्वारा सड़क को बेलदार से खोदवाकर उसकी थिकनेस नापी गई तो 6 इंच के स्थान पर साडे 5 इंच पाई गई एवं इसके नीचे 10 सेंटीमीटर लाल रोड़ी होनी चाहिए वह भी 2 सेंटीमीटर कम पाई गई एवं लाल रोडी बिल्कुल सूखी पाई गई, जिसमें सीमेंट एवं डस्ट की कोई मिलावट संबंधित ठेकेदार मैसर्स एमवायर इंफ्रा के द्वारा हुई नहीं पाई गई। चेयरपर्सन ने जेई निर्माण से काफी नाराजगी व्यक्त की गई तथा सड़क एवं आरसीसी नाली को मानक एवं गुणवत्ता के अनुरूप निर्माण कराए जाने हेतु कड़े निर्देश दिए गए।


मौके पर ही ठेकेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदेश त्यागी से भी दूरभाष पर वार्ता करते हुए चेयरपर्सन द्वारा इस प्रकार की घटिया सड़क निर्माण कराए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वह ऐसा कृत्य बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगी। जिन सड़कों का निर्माण हो चुका है उनकी वह स्थलीय जांच भी अनिवार्य रूप से करेंगी, तभी वह भुगतान की कार्यवाही करेंगी। सरकार की मनसा है की निर्मित सड़कें 5 वर्ष तक की गारंटी में है परंतु मेरी मंशा है कि यदि हम सही सड़क निर्माण मानक व गुणवत्ता के अनुरूप करा पाएंगे तो निर्मित सड़कें 20 वर्ष तक चलेंगी।

जांच के दौरान प्रेमी छाबड़ा, विपुल भटनागर, राहुल पवार, विवेक चुग सभासदगण के अतिरिक्त कपिल कुमार अवर अभियंता निर्माण, अशोक ढींगरा, मनोज बालियान, रजत अग्रवाल लिपिक गण, सुभाष बेलदार, स्टेनो अध्यक्ष गोपाल त्यागी, एसके बिट्टू एवं स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

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