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एम.जी. पब्लिक स्कूल में मना दशहरा

रावण के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण का भी दहन होने की कामना की

एम.जी. पब्लिक स्कूल में मना दशहरा
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मुजफ्फरनगर। एम.जी. पब्लिक स्कूल में दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर वर्चुअल प्रोग्राम आयोजित करते हुए किंडर गार्डेन के बच्चों ने रामलीला में विभिन्न पात्रों का रूप धरकर सुन्दर कला प्रतिभा को प्रदर्शित किया, तो वहीं विद्यालय प्रांगण में बच्चों ने रामलीला कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। शिक्षिकाओं ने कविता और गीत के माध्यम से नवरात्र, दशहरा पर्वों के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं समाज को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए बुराई के प्रतीक रावण के इको फ्रेंडली पुतले का दहन हुआ। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।

एम.जी. पब्लिक स्कूल में आज दहशरा पूर्व मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल प्रबन्ध समिति के चेयरमैन सतीश चन्द गोयल उपस्थित हुए। स्कूल डायरेक्टर जी.बी. पाण्डेय एवं प्रिंसीपल श्रीमती मोनिका गर्ग ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर प्राइमरी विंग के द्वारा किंडर गार्टेन के बच्चों के लिए वर्चुअल रामलीला मंचन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छोटे छोटे बच्चों ने अपनी शिक्षिकाओं के मार्गदर्शन में अभिभावकों के सहयोग से रामलीला के विभिन्न पात्रों के श्रृंगार में सजकर उन पात्रों की लीलाओं का सुन्दर प्रदर्शन किया। इस वर्चुअल लीला में बच्चों की कला प्रतिभा सराहनीय रही। कुछ बच्चों ने श्रीराम, लक्ष्मण, रावण, कुम्भकर्ण व अन्य रामलीला के प्रसि( चरित्रों को अपनी कला के माध्यम से जीवंत करने का काम किया। इसके अलावा कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्र-छात्राओं ने विद्यालय प्रांगण में भी रामलीला के विषय में विभिन्न कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकाओं ने कविताओं के माध्यम से नवरात्र और दशहरा पर्वों की सामाजिक व धार्मिक महत्ता पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चेयरमैन सतीश चन्द गोयल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज हम रावण के पुतले के रूप में एक सामाजिक बुराई का अंत कर रहे है, यह हर वर्ष हम देखते रहे है। इस समारोह का हिस्सा भी बनते हैं, लेकिन आज यह विडम्बना है कि दुनिया के साथ भारत वर्ष में भी कोरोना वायरस रूपी महामारी के कारण हमारे त्यौहार भी बेमानी होने लगे है। आज विद्यालयों में छात्र-छात्राओं का अभाव हमें खलता है। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही हम इस महामारी से निकल पायेंगे। उन्होंने बच्चों के कार्यक्रम की प्रशंसा की। प्रिंसीपल श्रीमती मोनिका गर्ग ने अपने संदेश में कहा कि दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत और असत्य की पराजय का पर्व है। हमें इस दिन अपनी भी बुराईयों का त्याग करना चाहिए। हमें सामाजिक दायित्वों को निभाने में सहयोग करने के लिए अग्रणी बनना चाहिए। उन्होंने सभी से पर्यावरण संरक्षण में योगदान की अपील भी की।

कार्यक्रम के अंत में चेयरमैन सतीश चन्द गोयल व डायरेक्टर जी.बी. पाण्डेय ने बुराई के प्रतीक रावण के पुतला का दहन किया। इस पुतले को प्राइमरी विंग की शिक्षिकाओं ने स्कूल में ही तैयार किया था। इको फ्रेंडली दशहरा मनाने का संदेश देने और पर्यावरण संरक्षण के लिए यह पुतला तैयार किया गया था। कार्यक्रम में स्कूल स्टाफ का सहयोग रहा।

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