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मुजफ्फरनगर कचहरी में वकीलों ने की तालाबंदी

मेरठ के अधिवक्ता ओंकार तोमर की आत्महत्या प्रकरण को लेकर जताया रोष, प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा ज्ञापन

मुजफ्फरनगर कचहरी में वकीलों ने की तालाबंदी
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मुजफ्फरनगर। मेरठ में एक अधिवक्ता की आत्महत्या किये जाने के मामले में केन्द्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निर्देशन में आज जिला कचहरी में वकीलों ने प्रदर्शन कर रोष जताया। सिविल बार एसोसिएशन और जिला बार संघ के द्वारा कचहरी में अलग अलग प्रदर्शन करते हुए हड़ताल की और बाद में अधिवक्ता की आत्महत्या प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। वकीलों ने अपने अपने चैम्बरों में तालाबंदी की। वही जिला बार संघ ने न्यायिक परिसर के मुख्य द्वार पर ही धरना दिया।

मेरठ बार एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ता ओंकार सिंह तोमर द्वारा 12 फरवरी को आत्महत्या कर ली गई थी। ओंकार सिंह तोमर ने आत्महत्या से पूर्व अपना सुसाइड नोट लिखा और उसमें एक विधायक के साथ ही कुछ अन्य लोगों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया। विधायक ने उनका उत्पीड़न किया। इस आत्महत्या को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता आंदोलन पर है। हाईकोर्ट बैंच स्थापना केन्द्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आह्नान पर आज भी जनपदों में अधिवक्ताओं ने दिवंगत अधिवक्ता ओंकार सिंह को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया।


इस कड़ी में आज जिला कचहरी में भी सिविल बार एसोसिएशन और जिला बार संघ के द्वारा नो वर्क के साथ ही चैम्बरों में तालाबंदी करते हुए हड़ताल कर ओंकार सिंह की आत्महत्या पर आरोपियों को बचाने के लिए हो रहे प्रयासों को लेकर रोष जताया। जिला बार संघ अध्यक्ष कलीराम और महासचिव अरूण कुमार के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कचहरी में न्यायिक परिसर के मुख्य द्वार पर घेरा डालते हुए धरना दिया तो वहीं सिविल बार एसोसिएशन के सदस्यों ने भी अध्यक्ष सुगन्ध जैन और महासचिव बिजेन्द्र सिंह मलिक के नेतृत्व में चैम्बरों में तालाबंदी करते हुए हड़ताल कर धरना दिया।


इस अवसर पर बिजेन्द्र सिंह मलिक एडवोकेट ने कहा कि ओंकार सिंह तोमर की आत्महत्या को लेकर पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में आरोपियों का बचाव कर रहा है। यह स्थिति गंभीर है। उन्होंने कहा कि नामजद अभियुक्तों को भी पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। यह दिवंगत अधिवक्ता के साथ अन्याय है। इससे पूरे समाज में रोष बना हुआ है। धरने के उपरांत सिविल बार और जिला बार संघ की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम अलग अलग ज्ञापन एडीएम को सौंपे गये। इसमेें ओंकार सिंह प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही किये जाने, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और विधायक की संलिप्तता की जांच कराये जाने की मांग की गयी है। वकीलों के प्रदर्शन के चलते आज कचहरी में सन्नाटा पसरा नजर आया। सभी चैम्बरों पर तालाबंदी कर अधिवक्ता आंदोलन में शामिल हुए।

सिविल बार के प्रदर्शन में अध्यक्ष सुगन्ध जैन, महासचिव बिजेन्द्र सिंह मलिक के अलावा नरेश चन्द्र गुप्ता, जितेन्द्र पाल सिंह, नेत्रपाल सिंह, सतेन्द्र कुमार, बिजेन्द्र प्रताप, प्रवीण खोकर, नीरज ऐरन, आदेश सैनी, खजान सिंह चैहान, अखिल अग्रवाल, अनिल दीक्षित, बालेश तायल, अजय पाल सिंह, राकेश पाल, अनुराग त्यागी, मौ. मुजस्सिम, आनन्द कुमार, सुधीर गुप्ता, विष्णु, सतेन्द्र सैनी, राधेश्याम आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

जिला बार संघ के प्रदर्शन में मुख्य रूप से अध्यक्ष कलीराम, महासचिव अरूण शर्मा, औंकार तोमर, उस्मान सिद्दीकी, चन्द्रवीर सिंह, महबूूब आलम, वकार अहमद, कामरान हसनैन, वसी अंसारी, सुखपाल, अनूप राठी, नकली त्यागी, राजीव त्यागी, राजीव शर्मा, प्रदीप मलिक, सुरेन्द्र मैनवाल, रामफल पुण्डीर, ठा. यशपाल सिंह, सुल्तान मुशीर, पवन राणा, सतेन्द्र त्यागी रफी उल्ला खां, नाहिद आदि अधिवक्ता शामिल रहे।

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