undefined

मुजफ्फरनगर...जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, एक की मौत

बुढ़ाना के गांव अटाली में दिन निकलते ही चले धारदार हथियार, महिलाओं सहित दर्जनों घायल, कई की हालत गंभीर, खूनी संघर्ष की सूचना पर पुलिस में हड़कम्प, मौके पर पहुंचे सीओ ने तैनात की फोर्स, दोनों पक्षों के कई लोग हिरासत में लेकर की पूछताछ।

मुजफ्फरनगर...जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष, एक की मौत
X

मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना थाना क्षेत्र के गांव अटाली में गडरिया और कश्यप समाज के दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में एक युवक की मौत हो गई, जबकि महिलाओं सहित कई अन्य घायल हो गए। सूचना मिलते ही एसपी देहात और सीओ विनय गौतम, एसएचओ व भारी पुलिस फोर्स के साथ गांव में पहुंचे। गांव में फिलहाल तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गई है। गांव में तनाव पूर्ण शांति बनी हुई है। मामला गांव में चल रही चकबंदी को लेकर जमीनी विवाद का बताया जा रहा है। दोनों ही पक्षों के घर पर पुलिस का पहरा है। काफी लोग फरार बताये जा रहे हैं।


पुलिस सूत्रों के अनुसार गांव अटाली में गुरूवार सुबह दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर चला आ रहा विवाद एक बार फिर से उभर आया। दोनों पक्षों के लोगों में सवेरे विवाद के कारण कहासुनी हो गई। इसी को लेकर झगड़ा बढ़ने पर दोनों पक्ष के लोग लाठी, डंडे और धारदार हथियार लेकर आमने सामने आ गए। इसके बाद दोनों ही पक्षों के लोगों में कई दिनों से चल रहे जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें दोनों ओर से दर्जनों लोग घायल हो गए। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। गांव में जातिगत खूनी संघर्ष होने की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस में हड़कम्प मच गया। थाना और चौकी से पुलिसकर्मी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर जाकर पुलिस कर्मियों ने देखा तो जमकर संघर्ष हो रहा था। कई लोग, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, लहुलूहान मिले। पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव करते हुए इस खूनी संघर्ष में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए बुढ़ाना कस्बे की सीएचसी पर भर्ती कराया गया। वहीं आला अफसरों को भी झगड़े की सूचना दी।


एसएचओ बुढ़ाना ने बताया कि गांव अटाली में गडरिया और कश्यप समाज के लोगों के बीच कई दिनों से तनाव बना हुआ था, जिसका कारण जमीनी विवाद बताया गया है। इस खूनी संघर्ष में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, इनको सीएचसी भिजवाया गया, जहां से एक पक्ष के अमित कुमार, केला देवी, नितिन, कंवर पाल, गोविंद और दूसरे पक्ष के संतलेश, राजीव, बाबू, चंद्रपाल को गंभीर हालत के चलते हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि उपचार के लिए हायर सेंटर ले जाते हुए गंभीर रूप से घायल युवक अमित कुमार पाल की रास्ते में ही मृत्यु हो गई। परिजनों ने अमित की मौत की सूचना पुलिस को दी तो गांव में तनाव बन गया। सीओ विनय गौतम ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर जाकर ग्रामीणों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। अभी किसी भी पक्ष की ओर से पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है, तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर फिलहाल शांति कायम है।


अमित की मौत होने पर परिजनों में कोहराम मचा रहा। अमित के शव को परिजन वापस गांव लाये तो एक बार फिर से परिजनों में रोष उत्पन्न हो गया, लेकिन पुलिस बल तैनात होने के कारण मामला में तनावपूर्ण शांति कायम रही। गांव में तनाव को देखते हुए एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना करते हुए ग्रामीणों से पूछताछ की। एसपी देहात ने बताया कि गांव में चकबंदी कराई जा रही है। इसी को लेकर गडरिया और कश्यप समाज के लोगों के बीच अपनी अपनी जमीन के मामले में विवाद उत्पन्न हो गया। इसमें कई दिनों से दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ था और आज सवेरे यह तनाव खूनी संघर्ष का कारण बना। इसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है। पुलिस ने कश्यप समाज के तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दोनों ही घरों पर पुलिस तैनात की गई है, वहीं गांव में भी फोर्स लगाया गया है। प्रकरण में गडरिया समाज की ओर से थाने में तहरीर दी गई, जिसके आधार पर मुकदमा कायम कराया जा रहा है। आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम को लगा दिया गया है। समाचार लिखे जाने तक मृतक अमित कुमार का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्यवाही की जा रही है।

तीन बीघा जमीन के झगड़े में चला गया अमित पाल


बुढ़ाना के गांव अटाली में दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष के कारणों में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। गुरूवार को दिन निकलते ही अटाली गांव में दो पक्ष पाल और कश्यप के बीच जमीनी विवाद एक बड़े खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। इसमें दोनों पक्षों के 14 महिला व पुरुष गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार गांव अटाली निवासी राजीव कश्यप और अमित पाल दोनों पक्षों के बीच खेत की जमीन को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार विवादित भूमि पर कश्यप समाज के कब्जे में थी, इस पर फसल बोने की तैयारी पाल समाज ने की थी। पाल समाज भी अपना अधिकार बता रहा था। बुवाई की जानकारी मिलने पर कश्यप समाज के लोग आक्रोशित होकर खेत पर पहुंचे और वहां पर पाल समाज के लोगों का विरोध किया तो आपसी कहासुनी पहले झगड़े और फिर बाद में जातीय खूनी संघर्ष में बदल गई। इसमें एक युवक अमित की उपचार के दौरान मौत हो जाने पर मामला सनसनीखेज बन गया। पुलिस का कहना है कि जिस भूमि पर विवाद है, वह तीन बीघा है। इस पर दोनों ही पक्ष के लोग अपना कब्जा बता रहे हैं।

चकबंदी के कारण पैदा हुआ विवाद, दो दिन पहले हो गया था समझौता


ग्राम अटाली के प्रधानपति श्याम बहादुर ने बताया कि इस मामले में ग्रामीणों को साथ लेकर दोनों पक्षों के बीच उनके द्वारा तीन दिन पूर्व बड़ी पंचायत बुलाकर समझौता करा दिया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि यह प्रकरण पुलिस के पास भी पहुंचा था। पुलिस जमीनी विवाद को लेकर दोनों पक्षों पर कार्रवाई भी कर चुकी है। उनका कहना है कि पुलिस ने इस प्रकरण को काफी लापरवाही से लिया और अगर पुलिस सतर्क रहती तो यह खूनी संघर्ष न होता और अमित की जान बच सकती थी।


प्रधान पति श्याम बहादुर के अनुसार अटाली में इस समय पहली बार चकबंदी की प्रक्रिया पूर्ण हो रही है। चकबंदी विभाग के पटवारियों और अन्य लोगों की धींगामुश्ती में ही गांव में भूमि को लेकर विवाद पैदा हो रहा है। चकबंदी से पूर्व जो भूमि कश्यप समाज के कब्जे वाली थी, वो पाल समाज के हिस्से में निकल आई। इसी से विवाद खड़ा हो गया। तीन दिन पूर्व उन्होंने गांव के जिम्मेदार लोगों और दोनों पक्षों चमन लाल पाल पुत्र रतिया तथा ब्रह्मपाला कश्यप पुत्र बिन्ना और उनके परिजनों केा बुलाकर पंचायत की और आपसी सुलह समझौते से विवाद निपटा दिया गया था। दोनों पक्ष तैयार हो गये और शांति बन गई थी, लेकिन इसके बाद चकबंदी में नीचे के रकबे में तीन बीघा जमीन पाल समाज की निकल आई। इस पर कश्यप समाज का कब्जा था। ये भूमि अभी खाली पड़ी थी। दो दिन पहले पाल समाज ने इस पर बुवाई शुरू कराने की तैयारी की और ट्रैक्टर से समतल करा दिया था। कश्यप समाज के लोगों ने ऐतराज जताया तो उनके पास मामला आया। चकबंदी लेखपाल को बुलाकर जानकारी दी तो उन्होंने कल ही पैमाइश कराई और दस्तावेज के आधार पर यह भूमि पाल समाज की बताई। पंचायत ने समझौता करा दिया। पाल समाज ने इस तीन बीघा भूमि पर फसल बोने की तैयारी की। आज सवेरे पाल समाज के लोग खेत जोतने में लगे थे, कि कश्यप समाज के लोगों ने हमला बोल दिया, इसमें एक युवक की मौत हो गई।

Next Story