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मुजफ्फरनगर....स्वास्थ्य विभाग के छापों से हड़कम्प

जिले में झोलाछाप चिकित्सकों के कारण जच्चा बच्चा की मौत के बाद लगातार हो रही कार्यवाही, मंगलवार को शहर के कई मौहल्लों में टीम ने किया निरीक्षण, 8 अस्पतालों पर लगे छापे, 5 क्लीनिक-अस्पताल किये सीज, 3 को भेजा नोटिस। एमबीबीएस चिकित्सक भी कर रहे मानकों का उल्लंघन, बीएएमएस और बीयूएमएस चिकित्सकों के यहां मिला एलोपैथी उपचार।

मुजफ्फरनगर....स्वास्थ्य विभाग के छापों से हड़कम्प
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मुजफ्फरनगर। जनपद में अवैध रूप से मानको के विपरीत संचालित किये जा रहे क्लीनिक और नर्सिंग होम में जच्चा बच्चा की मौत के कई मामले घटित होने के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग अब सांस लेने के मूड में नही हैं। सोमवार के बाद आज मंगलवार को दूसरे दिन भी स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अवैध अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही का दौर जारी रखते हुए ताबड़तोड़ छापे मारे। पहले दिन 41 क्लीनिक सील करने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मंगलवार को भी कई अवैध क्लीनिक और अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही की है। 'मौत के सौदागर' बनकर अवैध अस्तपाल चला रहे झोलाछापों के खिलाफ आखिर नींद से जागे स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यवाही के बाद शहर से गांव तक आज दूसरे दिन भी हड़कम्प मचा रहा। शहर में चली कार्यवाही में 8 स्थानों पर छापे मारे गये, इनमें 5 क्लीनिक-अस्पताल को सील कर दिया गया, जबकि 3 को खामियां मिलने पर नोटिस दिया गया। एक अस्पताल में फार्मेसी बिना पंजीकरण के चलाई जा रही थी, तो एमबीबीएस चिकित्सक के अस्पताल में भी खामी पकड़ी गयी।


शहर में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रमन कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ फर्जी चिकित्सकों की दुकानों को बंद कराने के लिए छापामार कार्यवाही की। कुछ क्लीनिक पर मामला सही पाया गया तो अधिकांश झोलाछाप चिकित्सक अपनी दुकानों का ताला बंद कर भाग निकले। ऐसे में फर्जी चिकित्सकों की इन दुकानों को बंद कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील लगा दी है। सूत्रों के अनुसार आज मल्हुपुरा और केवलपुरी में अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वाले निशाने पर रहे। डा. रमन कुमार के नेतृत्व में चले इस अभियान के दौरान मल्हुपुरा और केवलपुरी में डा. अक्षत त्यागी, डा. नताशा त्यागी के सद्भावना मेडिकेयर अस्पताल, बी. फार्मा डा. मौहम्मद शमशेर के फेमिली केयर क्लीनिक और डा. दिलशाद इलाही बी.एससी. के अब्बासी मेडिकेयर एण्ड फिटनेस क्लीनिक के साथ ही अन्य क्लीनिक व निजी अस्पतालों पर छापामार कार्यवाही की गयी। इस दौरान कुछ चिकित्सक ताला लगाकर भाग गये थे। इसमें से डा. शमशेर और डा. दिलशाद के क्लीनिक को डा. रमन कुमार ने मौके पर ही सील करा दिया। जबकि डा. दिलशाद का सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण पाया गया है। आरोप है कि पंजीकरण की शर्तों का इन क्लीनिक पर उल्लंघन पाया गया है।


शहर में आज हुई कार्यवाही के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी सरवट ने बताया कि आज शहर में ल(ावाला, रामपुरी, मल्हुपुरा और सरवट क्षेत्र में 8 क्लीनिक पर छापा मारा गया। इनमें 5 को सील किया गया है और 3 को नोटिस देकर दो दिन में मिली खामियों को लेकर जवाब तलब किया गया है। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस चिकित्सक अक्षत त्यागी द्वारा चलाये जा रहे सद्भावना मेडिकेयर में बायोवेस्ट पंजीकरण नहीं मिला है, उनको नोटिस दिया गया है। रामपुरी ल(ावाला में बीएएमएस डा. शर्मिला के सागर नर्सिंग होम और बीयूएमएस डा. शमून मलिक के लाइफलाइन पाइल्स एण्ड हैल्थकेयर क्लीनिक पर आयुर्वेद यूनानी में पंजीकरण होने के बावजूद एलोपैथी उपचार और ओपीडी करने के कारण सील किया गया है। मल्हुपुरा में दो क्लीनिक सील किये गये। रामपुरी में ही शिफा नर्सिंग होम की फार्मेसी बिना पंजीकरण के चलते पाई गयी। हिमालयन नर्सिंग होम को सील किया गया है। टीम में फार्मासिस्ट देवेन्द्र कुमार, फार्मासिस्ट तरूण शर्मा, एलटी अश्वनी कुमार और वार्ड ब्वाय राहुल कुमार शामिल रहे। बुढ़ाना में लुहसाना रोड पर सिद्दीकी पाली क्लीनिक को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील किया है।


बता दें कि जनपद में भोपा और मीरापुर में अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वाले चिकित्सकों के कारण जच्चा और बच्चा की मौत हो चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को लेकर अनेक सवाल उठने लगे थे। इसके बाद डीएम के निर्देश पर सोमवार से स्वास्थ्य विभाग ने इन झोलाछाप और फर्जी चिकित्सकों की दुकानों को बंद कराने के लिए छापामार कार्यवाही की। पहले दिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. महावीर सिंह फौजदार के नेतृत्व में पूरे जनपद में निजी चिकित्सालय एवं पैथोलाजी लैब आदि में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक में निजी अस्पतालों मे विभिन्न टीमे बनाकर चेकिंग कराई गई। इस दौरान शहर के नगरीय क्षेत्र में उनके द्वारा निजी चिकित्सालय एवं लैब का निरीक्षण किया गया जहां पर रुड़की रोड स्थित इंडियन हॉस्पिटल, सेवा डायग्नोस्टिक सेंटर, आस्था हास्पिटल, जेयू हास्पिटल, एपेक्स हास्पिटल को सील कर दिया गया था। शहरी क्षेत्र में कुल 6 हास्पिटल सील किए गए। स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन की कार्यवाही में जनपद में कुल 41 हास्पिटल सील किए तथा 40 से अधिक हास्पिटलों को नोटिस दिया गया।

सीएमओ ने बताया कि मंगलवार को भी विभिन्न टीमों को छापामार कार्यवाही पर लगाया गया। आज भी अनेक फर्जी क्लीनिक और हॉस्पिटल मिले हैं, कुछ को टीमों ने मौके पर ही सील किया है, जबकि कुछ को नोटिस देकर जरूरी दस्तावेज मांगे गये हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. महावीर सिंह फौजदार ने जनपद में अवैध रूप से चला रहे निजी चिकित्सालय, लैब, जच्चा बच्चा केंद्र, अल्ट्रासाउंड सेंटर आदि को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि समस्त चिकित्सालय नियमानुसार एवं सही तरीके से संचालन करें अन्यथा सख्त विधिक कार्रवाई उनके विरु( निश्चित रूप से कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही लगातार जारी रखी जायेगी।

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