undefined

मुजफ्फरनगर...भाकियू ने घेरा मखियाली बिजली घर

फैक्ट्री से निकलते प्रदूषित जल, बिजली विभाग की समस्याओं को लेकर जताया रोष, प्रदूषण अधिकारी को धरने पर बैठाया, एसडीएम और एसडीओ के नाम दिये ज्ञापन

मुजफ्फरनगर...भाकियू ने घेरा मखियाली बिजली घर
X

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने आज किसानों के साथ मिलकर बिजली और प्रदूषण से जुड़ी अनेक समस्याओं को लेकर मखियाली बिजलीघर का घेराव किया। सवेरे से ही यहां पर ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर किसान भाकियू का झण्डा और टोपी लेकर पहुंचने लगे थे। सैंकड़ों किसानों ने बिजलीघर का घेराव करते हुए यहां पर टैंट लगा दिया और समाधान की मांग करते हुए बेमियादी धरना चलाने का ऐलान कर दिया। भाकियू के इस घेराव की खबर सुनकर पुलिस और अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। भाकियू नेताओं ने बिजली और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को धरने पर ही बंधक बनाकर बैठा लिया। घंटों तक उनको किसानों के बीच ही बैठना पड़ा। इसके बाद विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू नेताओं ने एसडीएम सदर और एसडीओ विद्युत के नाम ज्ञापन सौंपे और निस्तारण नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।


भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सदर ब्लॉक अध्यक्ष देव अहलावत के नेतृत्व में बुधवार को सैंकड़ों किसानों ने मखियाली बिजलीघर का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में भाकियू के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि आज किसानों के साथ ही आम लोगों को कई गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। फैक्ट्रियों के द्वारा फैलाये जा रहे वायु और जल प्रदूषण ने लोगों को गंभीर रूप से बीमार बना दिया है। कई लोगों की मौत भी प्रदूषण से हुई बीमारियों के कारण हो चुकी है, लेकिन सरकार और प्रशासन की आंख नहीं खुल रही है। प्रशासन ने फैक्ट्रियों पर छापामार कार्यवाही की और इस दौरान कोई बड़ी खामी नहीं मिलने की बात प्रशासन की ओर से कहीं गयी है, जबकि क्षेत्र में चल रही फैक्ट्रियों से निकल रहा प्रदूषित जल जमीन, खेती, पानी और ग्रामीणों को सभी को प्रभावित कर रहा है।


इसके साथ ही विद्युत विभाग लोगों को लूटने में लगा है। किसानों को बकाया भुगतान नहीं दिया जा रहा है। जनपद में सूखा के कारण किसानों की फसल नष्ट हो रही है और इसके बाद भी किसानों से विद्युत विभाग व अन्य विभाग वसूली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि विभागों की हालत नहीं सुधरी तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा। इस दौरान किसानों का घेराव प्रदर्शन होने के कारण पुलिस प्रशासन में भी हड़कम्प मच गया। नई मण्डी पुलिस मौके पर पहुंची। इसके साथ ही बिजली विभाग के अफसर और प्रदूषण विभाग से जेआरएम इमरान मलिक ने भी वहां पर जाकर किसानों से मुलाकात की, तो इन अफसरों को किसानों ने बंधक बनाकर बैठा लिया। घंटों तक यह प्रदर्शन चलता रहा। बाद में भाकियू नेताओं ने एसडीएम सदर और एसडीओ विद्युत के नाम ज्ञापन सौंपा।


इसमें भण्डूरा और धंधेडा विद्युत फीडर पर लॉ वोल्टेज की समस्या, नलकूप के 16 एचपी के कनेक्शन वापस 7.5 एचपी करने, गंाव में मीटर लगाने के नाम पर अवैध वसूली बंद कराने, घरेलू मीटर रीडिंग 28 दिन में कराने, खराब मीटरों को बदलवाने, नलकूप पर विद्युत मीटर नहीं लगाने, गांव जटमुझेडा में हरिजन बस्ती के ऊपर से जा रही 11 हजार क्षमता की विद्युत लाइन को बाहर कराने, भोपा रोड पर जाम से मुक्ति दिलाने, पेपर मिलों में कर्मचारियों के साथ होती दुर्घटनाओं का निस्तारण कराने, पेपर मिलों से प्रदूषित जल निकलने पर पाबंदी लगाने, आवारा पशुओं से होते फसलों के नुकसान की समस्या का समाधान कराने की मांग की गयी है। प्रदेश में मुख्य रूप से योगेश शर्मा, देव अहलावत, बिट्टू प्रधान, हरमीत सिंह, गुलशन चौधरी, अजय कुमार, हवा सिंह, नरेश कुमार, प्रविन्द्र चौधरी और सुमित कुमार सहित सैंकड़ों किसान शामिल रहे।

16 सितम्बर को बिजली पर भाकियू ने बुलाई पंचायतः धीरज

मुजफ्फरनगर जनपद में विद्युत विभाग की समस्याओं को लेकर आज भारतीय किसान यूनियन ने प्रदर्शन किया, इस मामले में प्रदेशभर के किसानों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए संगठन ने पंचायत बुलाई है। इसके साथ ही किसानों को किसान जागृति दिवस के आयोजन की तैयारी करने का भी आह्नान किया गया है।

भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश के महासचिव धीरज लाटियान ने बताया कि 16 सितम्बर को बिजली की समस्या को लेकर शाहपुर ब्लाक के गाँव गोयला मे 2 बजे पँचायत होगी, जिसमें टिकैत साहब उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि आगामी 17 सितम्बर को मुख्यालय सिसौली में किसानों की मासिक पँचायत होगी, जिसमे किसान समस्याओ के साथ-साथ मुख्य रूप से 6 अक्टूबर को होने वाले किसान जागृति दिवस की तैयारी पर फोकस रहेगा। अतः हाईकमान के निर्देशानुसार मासिक पँचायत मे केवल आसपास के किसान ही अधिक सँख्या मंे शिरकत करे। दूरदराज के इलाकों के किसान इस पंचायत में आने के लिए परेशान न हो, वह अपना खेती का कार्य करे और 6 अक्टूबर की तैयारी के लिए जुट जायें, इस मासिक पंचायत में जो भी निर्णय होगा पदाधिकारियों द्वारा किसानों तक पहुँचा दिया जायेगा।

Next Story