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चंद्रभूषण सिंह के प्रयासों को पीएम मोदी ने लगाये पंख

अलीगढ़ में सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य यूनिवर्सिटी धरातल पर आई, यूनिवर्सिटी के लिए भूमि अधिग्रहण में आईएएस चंद्रभूषण सिंह के प्रयास हुए सार्थक

चंद्रभूषण सिंह के प्रयासों को पीएम मोदी ने लगाये पंख
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मुजफ्फरनगर। काम करने के लिए यदि पारदर्शी व्यवस्था और भरोसा मिले तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। आज अलीगढ़ में पीएम नरेन्द्र मोदी के हाथों धरातल पर उतरे सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय ऐसे ही विश्वास और व्यवस्था की देन है। इस विश्वविद्यालय की आधारशिला का जश्न कहने को तो अलीगढ़ में मनाया गया, लेकिन कुछ खुशी मुजफ्फरनगर के भी हिस्से में रही।

जी हां! वर्तमान में मुजफ्फरनगर की प्रशासनिक और राजस्व व्यवस्था के मुखिया के तौर पर डीएम का कार्यभार संभाल रहे आईएएस चंद्रभूषण सिंह के अलीगढ़ डीएम के रूप में इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए किये गये प्रयास आज सार्थक सि( हुए हैं। अलीगढ़ के विकास के लिए चंद्रभूषण सिंह ने लीक से हटकर काम किया। उन्होंने इसके लिए विपक्ष की नाराजगी तो झेली है, सत्ता पक्ष के लोग भी उनके खिलाफ लामब( हुए, लेकिन वह हर डगर पर निडर होकर बढ़ते गये और सरकार के जनकल्याण के भरोसे को एक पारदर्शी व्यवस्था के साथ अमली जामा पहनाने की जो पटकथा उन्होंने लिखी वह आज विकास के पथ पर प्रदर्शित होती नजर आई। आज पीएम मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व सांसद तथा मुरसान रियासत के राजा महेन्द्र प्रताप के द्वारा सामाजिक और देशहित में किये गये योगदान को सार्थक बनाने के लिए उनके नाम पर अलीगढ़ को एक विश्वविद्यालय देने का काम किया। सीएम योगी की उपस्थिति में इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया गया। यह प्रोजेक्ट सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है।

इसके लिए अलीगढ़ में डीएम रहते हुए आईएएस चंद्रभूषण सिंह ने असंभव को संभव कर असाधारण क्षमता को प्रदर्शित किया। सीएम योगी ने सत्ता संभालने के बाद सभी मण्डलों में राज्य विश्वविद्यालय स्थापित कराने का अपना प्रस्ताव बनाया और इस पर अमल शुरू कर दिया गया है। अभी तक मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए पहचान रखने वाले अलीगढ़ को भी एक यूनिवर्सिटी देने के लिए सीएम योगी सोच विचार कर रहे थे, लेकिन इसके लिए भूमि मिलना बड़ी चुनौती थी। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी और अलीगढ़ में डीएम रहे चन्द्रभूषण सिंह की मुलाकात हुई तो इसके लिए प्रयास शुरू हुए। डीएम ने खैर टप्पल रोड पर हाईवे और जीटी रोड के बीच सरकारी भूमि तलाश की, जिस पर लोगों और माफियाओं ने अवैध कब्जे किये हुए थे। इसके बाद इस भूमि को खाली कराने के लिए डीएम चंद्रभूषण सिंह ने प्रयास शुरू किये। पहले इस प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए 20 एकड़ भूमि की मांग शासन द्वारा की गयी, लेकिन बाद में कैबिनेट में प्रस्ताव आने पर नियमानुसार 50 एकड़ भूमि मांगी गयी, लेकिन डीएम ने शासन की उम्मीद से कहीं ज्यादा 97 एकड़ का लैंड बैंक बनाकर राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय को दिया है।

इसके लिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईएएस चंद्रभूषण सिंह के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने असंभव को संभव करके दिखाया, क्योंकि जो भूमि इस प्रोजेक्ट के लिए अलीगढ़ प्रशासन से मिली, वह बिल्कुल निःशुल्क मिली। आज आईएएस चंद्रभूषण सिंह का यह प्रयास सार्थक हुआ है। इस राज्य विश्वविद्यालय से अलीगढ़ मण्डल के 395 कॉलेजों को सम्ब( किया जायेगा। इससे रोजगार के अवसर भी यहां पर बढ़ेंगे।

डीएम चंद्रभूषण सिंह ने भी आज अलीगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि भूमि की तलाश करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा। इसके बाद इसको खाली कराने के लिए बड़ी कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि यदि अफसरों को पारदर्शी व्यवस्था और भरोसा मिले तो असाधारण कार्य को भी संभव बनाया जा सकता है। उनका कहना है कि आज राजा महेन्द्र प्रताप यूनिवर्सिटी के पास इतना लैंड बैंक है कि भविष्य की योजनाओं को लेकर भी कोई परेशानी नहीं होगी। यह सारी भूमि सरकारी थी, जिस पर कब्जा था। सीएम के निर्देश के बाद 24 घंटे में भूमि तलाश कर ली गयी थी। क्योंकि सीएम योगी कह चुके थे कि भूमि मिलने के बाद ही यूनिवर्सिटी स्थापना की घोषणा करूंगा। इसके बाद 2019 में इगलास में आयोजित जनसभा में सीएम योगी ने यह ऐलान किया था। उनका कहना है कि इस यूनिवर्सिटी के पास एएमयू से भी बड़ा लैंड बैंक है। एएमयू 78 एकड़ में बनी है।

अलीगढ़ में धरातल पर लाये चार बड़े प्रोजेक्ट

मुजफ्फरनगर। आईएएस चंद्रभूषण सिंह अलीगढ़ में डीएम पद पर तीन साल से ज्यादा समय तक तैनात रहे। वहां पर उनका भाजपा के ही लोगों ने भी कुछ प्रोजेक्ट को लेकर विरोध किया, लेकिन वह निडरता से आगे बढ़ते चले और राज्य सरकार के चार बड़े प्रोजेक्ट के लिए भूमि देने का काम करने में सफल रहे।

डीएम चंद्रभूषण सिंह के अनुसार अलीगढ़ में काम करने का अच्छा अवसर मिला। सोनभद्र और आजमगढ़ में तैनाती के दौरान जो कुछ अनुभव उन्होंने किया, वह अनुभव अलीगढ़ में काम आया। खैर टप्पल जीटी रोड और हाईवे के आसपास के ही राज्य और केन्द्र सरकार के चार बड़े प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए भूमि अधिग्रहण चुनौतीपूर्ण हालातों में किया गया। इसमें डिफेंस कॉरिडोर के लिए 200 एकड़ भूमि दिलाई गई, जिसमें से 50 एकड़ भूमि निःशुल्क रही और बाकी भूमि बेहद कम बजट में उपलब्ध हुई। टीपीनगर की स्थापना के लिए 150 एकड़ भूमि दी गयी और इण्डस्ट्रीयल एरिया विकसित करते हुए 114 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया और यूनिवर्सिटी भी इसी में शामिल है। उन्होंने बताया कि ये चारों प्रोजेक्ट सड़क, ट्रेन और एयर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी की पहुंच में है। यहां से 21 किलोमीटर पर जेवर एयरपोर्ट है और फ्रेट रेल कॉरिडोर भी यहां के करीब है। इस क्षेत्र में उद्योगपतियों ने 3100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लगाने के लिए सरकार से भूमि मांगी थी।

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