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सौरभ ने खाये केले, कपिल ने चखा गुड

मुजफ्फरनगर जनपद में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सुबह से ही भागमभाग रहे प्रत्याशी, डोर टू डोर जाकर जनता से मांगा जीत का आशीर्वाद। जनपद की छह सीटों पर 10 फरवरी को होगा मतदान, जिले में भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला। बसपा-कांग्रेस सहित छोटे दलों को दिल देकर उलटफेर कर सकते हैं मतदाता, हर सीट पर दिखाई दे रही कांटे की टक्कर।

सौरभ ने खाये केले, कपिल ने चखा गुड
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मुजफ्फरनगर। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में अब फैसले की घड़ी बेहद नजदीक आ चुकी है। मंगलवार को वेस्ट यूपी की 58 सीटों के साथ ही मुजफ्फरनगर जनपद में भी चुनाव प्रचार की भागदौड़ और शोरगुल थम गया। अब 10 फरवरी को सभी छह सीटों पर मतदान के लिए नजर टिक गयी है। सभी प्रत्याशी अपनी जीत के लिए दावा कर रहे हैं, लेकिन इस बार बदले सियासी समीकरण में जनपद की सभी छह सीटों पर भाजपा का सामना सपा और रालोद गठबंधन के प्रत्याशियों के साथ ही माना जा रहा है। इस चुनाव में जिले में सभी सीटों पर भाजपा का गठबंधन के साथ कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। बसपा और कांग्रेस के साथ ही छोटे दलों के प्रत्याशियों ने जनता का दिल जीतने का काम किया तो चुनाव परिणाम कई सीटों पर बड़े उलटफेर वाले साबित हो सकते हैं। शहरी सीट के चुनाव को लेकर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। यहां पर भाजपा के कपिल देव और गठबंधन के सौरभ स्वरूप के बीच मुकाबला है। आज प्रचार के अंतिम दिन दोनों ने ही अपनी पूरी ताकत झौंकी और लम्बा पैदल भ्रमण किया। इस दौरान सौरभ ने जहां बाजार में केले खाये तो वहीं मण्डी में कपिल ने गुड का स्वाद चखा। अन्य प्रत्याशी भी क्षेत्र में भागमभाग नजर आये।

मुजफ्फरनगर जनपद में 10 फरवरी को छह सीटों पर जनता विधायक चुनने के लिए अपना मतदान करेगी। इस बार जिले में सियासी हवा का रुख कुछ बदला हुआ माना जा रहा है। इसका मुख्य कारण भजापा के सामने सपा और रालोद गठबंधन की चुनौती ही बनी दिखाई दे रही है। मुख्य रूप से शहरी सीट पर सभी की निगाह हैं। यहां पर लगातार तीसरी बार भाजपा के टिकट पर कपिल देव अग्रवाल मैदान में हैं। उनका मुकाबला इस बार भी स्वरूप परिवार के वारिस के रूप में सपा-रालोद गठबंधन से मैदान में आये सौरभ स्वरूप बंटी के साथ है। दोनों के बीच ही कांटे की टक्कर मानी जा रही है। मंगलवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शहरी सीट से दोनों प्रत्याशियों के अलावा अन्य प्रत्याशियों ने भी अपने जनसम्पर्क पर पूरा दम लगाया।

सवेरे गठबंधन प्रत्याशी सौरभ स्वरूप सपा रालोद कार्यकर्ताओं को साथ लेकर लम्बे भ्रमण पर निकले। उन्होंने जाट मतदाताओं को लुभाने के साथ ही अन्य वोटरों का साथ पाने के लिए सरकूलर रोड पर सवेरे रालोद कार्यालय से पैदल भ्रमण शुरू किया और जाट कालौनी में घर घर जाकर प्रचार करते हुए गठबंधन के लिए वोट मांगे। इसके साथ ही आबकारी चौकी के पास वाल्मीकि बस्ती में भी डोर टू डोर जनसम्पर्क करते हुए उन्होंने दलितों से समर्थन की अपील की और केवलपुरी में शिव मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने के साथ ही भगवान महादेव से जीत की प्रार्थना कर पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को सेवा की विरासत के नाम पर जिताने का आग्रह किया। सौरभ स्वरूप ने कहा कि सपा रालोद का गठबंधन भाईचारे और विकास का गठबंधन है। भाजपा ने पांच साल में गरीबों, किसानों, नौजवानों के सपनों को चूर करने का काम किया है। महंगाई और भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है। पैदल भ्रमण के दौरान रास्ते में सौरभ स्वरूप फल विक्रेताओं, ठेले और ठिये लगाने वालों से भी मिले। भ्रमण के दौरान भूख प्यास को भुलाये बैठे सौरभ स्वरूप जब केले बेचने वाले एक व्यक्ति के ठेले पर पहुंचे तो उस व्यक्ति ने उनका स्वागत करते हुए केले पेश कर दिये। सौरभ स्वरूप ने इस प्रेम पर आभार प्रकट करते हुए वहीं पर केले खाये और आगे बढ़ गये।


दूसरी ओर उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी कपिल देव भी अंतिम दिन भागदौड़ करते नजर आये। शांतिनगर से उनका डोर टू डोर जनसम्पर्क शुरू हुआ। कपिल देव राजवंश इण्टर कॉलेज कूकडा भी पहुंचे और सभा में जनता को भाजपा सरकार के कामों की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने नवीन मण्डी में पैदल भ्रमण कर व्यापारियों से सम्पर्क किया। मीनाक्षीपुरम और कायस्थवाडा में जाकर उन्होंने जनता से समर्थन मांगा तो सदर तहसील, नगरपालिका परिषद् में पहुंचकर कर्मचारियों से सम्पर्क कर वोट मांगे। उन्होंने अंतिम दिन जटमुझेडा और सहावली गांवों का दौरा किया। नवीन मण्डी में जब वह गुड मण्डी में पहुंचे तो वहां व्यापारियों ने उनका स्वागत करते हुए गुड खिलाकर मुंह मीठा कराया।

इसके साथ ही बुढ़ाना, मीरापुर, चरथावल, खतौली और पुरकाजी सीटों पर भी आज चुनाव प्रचार थम गया। अंतिम दिन सभी प्रत्याशियों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया। इस दौरान पैदल भ्रमण पर ही प्रत्याशियों का जोर रहा। इस चुनाव में वैसे तो भाजपा और गठबंधन के बीच ही मुख्य मुकाबला नजर आ रहा है, लेकिन सीधी दिखाई दे रही यह चुनावी जंग कई मोड लिये हुए हैं। इस चुनाव में भाजपा और गठबंधन की जीत हार के बीच मुख्य रूप से बसपा और कांग्रेस खड़े दिखाई दे रहे हैं तो आजाद समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम सहित अन्य छोटे दल तथा निर्दलीय प्रत्याशी भी उलटफेर करने में अपनी भूमिका निभाने को तैयार नजर आते हैं। कई सीटों पर बसपा और कांग्रेस बड़ा उलटफेर कर जाये तो कोई भी अचम्भा नहीं। बसपा ने कई सीटों पर जातिगत समीकरण के आधार पर प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। ऐसे में अब जबकि चुनाव प्रचार थम चुका है तो सभी की निगाह 10 फरवरी के मतदान पर आकर टिक गये हैं। भाजपा को मतदान प्रतिशत ज्यादा रहने की उम्मीद है। यदि 65 प्रतिशत या इससे अधिक मतदान होता है तो भाजपा को लाभ पहुंच सकता है। भाजपा जहां जनपद में सभी छह सीट जीतने का दावा कर रही है तो गठबंधन के नेता भी जोश के साथ विजय पताका फहराने का दम भर रहे हैं। हालांकि इस बार मतदाता साइलेंट है और वैट एण्ड वॉच की स्थिति में समीकरण पर नजर लगाकर अपना मन बना रहा है।

मतदान केन्द्र से 100 मीटर दूर लगेगा बस्ताः डीएम

मुजफ्फरनगर। चुनाव 2022 के दृष्टिगत मतदान केन्द्रों पर निष्पक्ष एवं शान्ति व्यवस्था के साथ चुनाव पूर्ण कराने के लिए जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया गया कि वह चुनाव के दौरान निष्पक्ष व्यवस्था बनायेंगे।

10 फरवरी को निष्पक्ष एवं शान्ति व्यवस्था के साथ चुनाव पूर्ण कराने के लिए सभी सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को बैठक आहूत कर डीएम और एसएसपी ने निर्देशित किया। जिसके अंतर्गत जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने सभी पुलिस अधिकारियों को समयनुसार अपनी सम्बन्धित ड्यूटी स्थल पर पहुंचने एवं मतदान केन्द्र के 100 मीटर के अन्दर किसी भी राजनैतिक पार्टी एवं अन्य जनसामान्य को बस्ता लगाने व भीड लगाने की अनुमति नहीं है, जिसके विरु( सख्त कार्रवाई की जाए। उपरोक्त बैठक में एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय व अन्य सम्बन्धित पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

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