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शहीद बचन सिंह के नाम आधी सड़क देने को तैयार सिख

सिख समाज ने की मार्ग नामकरण विवाद के निपटारे की पहल, कहा-हर साल हम मनायेंगे बचन सिंह का शहीदी दिवस

शहीद बचन सिंह के नाम आधी सड़क देने को तैयार सिख
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मुजफ्फरनगर। गांधी कालौनी-पचैण्डा मार्ग का नामकरण मंत्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा गुरू नानक देव के नाम पर कर दिये जाने के बाद से मचे बवाल को लेकर आज सिख समाज ने इस प्रकरण में मिल बैठकर आपसी सौहार्द और समझारी से निस्तारण की पहल का प्रस्ताव शहीद बचन के परिजनों और पूर्व सैनिकों के समक्ष रखा है। सिख समाज ने पहल करते हुए कहा कि किसी भी रूप में कोई भी टकराव की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए। इस प्रकरण को हम दोनों ही पक्ष आपसी समझबूझ से निपटाने के लिए आगे आये तो कोई विवाद बाकी नहीं रहेगा। सिख समाज के द्वारा दावा किया गया कि 1970 में इस मार्ग का नामकरण गुरू नानक देव के नाम पर ही किया गया था। जिसका प्रस्ताव भी नगरपालिका से हुआ था और उसकी कॉपी भी प्राप्त की गयी है।

गांधी कालोनी के मुख्य गुरूद्वारे मंे मंगलवारक को आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष गुरूचरण सिंह बराड, सचिव देवेन्द्र सिंह नागपाल, सुखदर्शन सिंह बेदी, धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी तथा अमरजीत सिंह सिडाना ने संयुक्त रूप से बताया कि नगरपालिका परिषद् के द्वारा गुरूनानक देव के 500वे प्रकाश परब के अवसर पर 12 फरवरी 1970 को आयोजित बोर्ड बैठक में प्रस्ताव संख्या 355 के तहत बघरा तांगा स्टैण्ड से पुलिस लाइन होते हुए गांधी कालौनी के मार्ग का नामकरण गुरू नानकदेव के नाम पर किया था। इसका शिलापट्ट गंाधी कालोनी में मुख्य मार्ग पर गुरू गोविन्द सिंह पब्लिक स्कूल के बाहर लगा था। उसके जीर्ण-क्षीर्ण हो जाने के कारण इस वर्ष बैसाखी के पर्व पर इस शिलापट्ट का जीर्णों(ार करने का निर्णय लिया गया और इसके लिए मंत्री कपिल देव अग्रवाल को अल्प कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया। इसके लिए गुरू सिंह सभा उनका आभार जताती है। उन्होंने कहा कि इस विषय को तूल देकर कुछ लोग मंत्री पर माफी मांगने का दबाव बना रहे हैं और उनको बिना वजह बदनाम किया जा रहा है। समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है।

मुजफ्फरनगर में शहीद बचन सिंह के नामकरण वाली सड़क के विवाद को लेकर 1970 में लगे गुरू नानक देव के शिलापट्ट की पुरानी तस्वीर दिखाते श्री गुरू सिंह सभा के पदाधिकारी धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी, तथा पत्रकारों को जानकारी देते अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी।

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वर्तमान मे सरकार शहीदों के परिवारों को पैट्रोल पम्प से लेकर जमीन आदि व अन्य सुविधाए भरपूर मात्रा मे दे रही है। इससे उन परिवारों को संतुष्ट हो जाना चाहिए। जबकि पूर्व मे पंजाब मे एक एक गंाव मे 20-20 लोग शहीद हो जाते थे। और उन परिवारों को कुछ नही मिल पाता था। उन्होने स्पष्ट किया कि शहीद बचन सिंह मार्ग का मुददा मुख्यमंत्री योगी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,राष्ट्रपति एवं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तक ना ले जाया जाए। उन्होंने कहा कि हम प्रकरण के आपसी समझौते से निपटारे के लिए शहीद बचन सिंह के परिजनों से मिले थे, लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सिख समाज ने इस मार्ग को आधा आधा बांटने का प्रस्ताव देते हुए समझौते की पहल की है। उन्होंने शहीद बचन सिंह की मुर्ति लगाने को जायज ठहराते हुए उनके नाम का पत्थर लगाने को गलत बताया। इसके साथ ही सिख समाज ने प्रत्येक वर्ष बचन सिंह का शहीदी दिवस मनाकर उसमे लोगों को सम्मानित करने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि हालांकि इस समझौते पर शहीद बचन सिंह का परिवार अभी तैयार नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि उनकी सहमति हासिल कर ली जायेगी। पत्रकार वार्ता मे धनप्रीत उर्फ चन्नी बेदी, सुनील ग्रोवर, बलविन्द सिह सल्ल, बलबीर सिंह, पूर्व सभासद पवन छाबडा, विवेक चुघ सहित सिख समाज अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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