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बैलगाडी लेकर योगी का विरोध करने सड़क पर उतरे सपाई

सदर तहसील में गौरव स्वरूप, खतौली में चंदन सिंह चैहान, बुढ़ाना में सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी और जानसठ तहसील में पूर्व प्रत्याशी लियाकत अली के नेतृत्व में प्रदर्शन हुए।

बैलगाडी लेकर योगी का विरोध करने सड़क पर उतरे सपाई
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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन की कड़ी में 11 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ सड़कों पर उतरे हुए नजर आये। जनपद की चारों तहसीलों में सपा ने सरकार विरोधी प्रदर्शन किये। सदर तहसील में गौरव स्वरूप, खतौली में चंदन सिंह चैहान, बुढ़ाना में सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी और जानसठ तहसील में पूर्व प्रत्याशी लियाकत अली के नेतृत्व में प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। सपा नेताओं ने भाजपा और उसकी सरकारों पर जमकर निशाना साधा और विफल बताया। सपा नेताओं शमशेर मालिक व् रशीद मालिक ने पीपीई किट पहनकर कोरोना काल में स्वास्थ्य उपकरणों में घोटाले को लेकर सरकार को घेरा तो सपाई पूरी तरह से भाकियू के अंदाज में इस आंदोलन में शमिल नजर आये। सपा नेता दीपक गंभीर बैलगाडी में कार्यकर्ताओं के साथ सदर तहसील पहुंचे और धरने में शामिल हुए।


सदर तहसील का सपा कायकर्ताओं ने घेराव करते हुए एसडीएम दफ्तर पद धरना दिया। सपा नेताओं ने अपने सम्बोध में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते कोरोना संकट बढा, किसान, नौजवान, बुनकर और समाज के दूसरे कमजोर वर्गों की उपेक्षा, आरक्षण पर वार, कानून व्यवस्था ध्वस्त, समाजवादी कार्यकर्ताओं का उत्पीडन हो रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ का अपनी सरकार में भ्रष्टाचार और घोटालों पर नियंत्रण नही रहा है।


महिलायें और बच्चियां असुरक्षित हैं। ये सरकार जनहित से उदासीन है। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अराजकता की स्थिति है। कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। दो मंत्री भी अपनी जान गवां बैठे हैं तथा कई अन्य भी संक्रमित पाये गये हैं। वेंटीलेटर और पीपीई किट का आभाव हैं, इसमें घोटाला सामने आने पर भी कार्यवाही नहीं हो पाई। किसान बदहाली का शिकार है। सरकार अभी तक गन्ना किसानों का बकाया अदा नहीं कर सकी है। ब्याज की तो बात दूर है खाद्य, बीज, कीटनाशक का संकट है। किसानो को फसलों का लागत मूल्य नहीं मिल रहा है। किसान की आय दुगुनी करने का वादा झूठा साबित हुआ है। प्रदेश का नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहा है। लाकडाउन पीरियड मे तमाम संस्थानों ने कर्मचारियों की छंटनी कर दी है।

कार्यकर्ताओं के शोषण की इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से निरस्त करवाने की मांग करते हुए राज्यपाल के नाम सभी तहसीलों में ज्ञापन सौंपे गये। सपा नेताओं ने आरोप लगाये कि भाजपा सरकार ने अपने अब तक के अपने कार्यकाल में जनहित की कोई योजना लागू नहीं की है। समाजवादी सरकार की योजनाओं पर अपने नाम का तमगा लगाया है। केन्द्र और राज्य की डबल इंजन को सरकारें वादों और छलावों से जनता को बहकानें, नफरत फैलाने और समाज को बांटने का ही काम कर रही है। प्रदेश में भाजपा बदले की भावना से कार्यवाही कर रही है, जिस पर रोक लगायी जाये। सपा ने राज्यपाल से अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, बाढ़ से नष्ट फसलों के लिये किसानों को क्षतिपूर्ति का तत्काल भुगतान कराने, गन्ना किसानों का बकाया और नियमानुसार देय ब्याज का भुगतान शीघ कराने, बिजली की दरों में बेतहाशा वृ(ि रोकने, बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली देने, बकाया वसूली रोकने, फर्जी एनकाउण्टर रुकवाने, हिरासत मे मौतों की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

सदर तहसील में प्रदर्शन के दौरान गौरव स्वरूप, राकेश शर्मा, अलीम सिद्दीकी, उमा किरण, अलका शर्मा, शौकत अंसारी, साजिद हसन, शलभ गुप्ता, दीपक गंभीर, नूरहसन सलमानी, राहुल वर्मा, महेश बंसल, वसी अंसारी, शमशाद अहमद, सत्यवीर प्रजापति, गौरव जैन, शमशेर मलिक, राशिद मलिक, सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। यहां सपाईयों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था।





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