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एसएसपी अभिषेक ने थानों से निकलवाये 4 हजार वाहन

3 दशक पुराने वाहनों के निस्तारण को तीन साल से चल रहा अभियान, 4 हजार से ज्यादा वाहनों की नीलामी से पुलिस को मिला आर्थिक लाभ।

एसएसपी अभिषेक ने थानों से निकलवाये 4 हजार वाहन
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मुजफ्फरनगर। जनपद में यूं तो पुलिस वेलफेयर से लेकर अपराधियों के गठजोड़ तक को तोड़ने के लिए एसएसपी अभिषेक यादव ने कई रिकार्ड बनाने का काम किया है, लेकिन उनके कार्यकाल में थानों में स्वच्छता को लेकर हर पहलू को छुआ गया। आज थानों में स्वास्थ्य की पाठशाला लग रही हैं तो तनावमुक्त करने के लिए पुलिस कर्मी ध्यान करते दिखाई दे रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए वह कभी माली बनकर पेड़ पौधों को संवारते नजर आ रहे है तो कभी हाथों में झाड़ू उठाकर सफाई में जुटे दिखाई देते हैं। इसी कड़ी में थानों को बिना वजह के माल मुकदमाती के बोझ से निजात दिलाने के लिए एसएसपी अभिषेक यादव ने अपने कार्यकाल के बीते तीन साल में वाहनों के निस्तारण के लिए बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। तीन साल से थानों में वाहनों के साथ ही अन्य माल मुकदमाती का निस्तारण करने के लिए अभियान चल रहा है। इसी कड़ी में अब तक 4 हजार से ज्यादा ऐसे वाहनों को नीलाम कर थाना परिसर से उनको विदाई देने के साथ ही पुलिस विभाग को आर्थिक लाभ दिलाने का काम एसएसपी अभिषेक यादव द्वारा किया गया है।

एसएसपी अभिषेक यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान हर बिन्दू पर एक टारगेट फिक्स कर काम किया है। उन्होंने यहां पर एक लम्बा कार्यकाल व्यतीत किया है। उनके द्वारा थानों में जनसुविधाएं विकसित करने के साथ ही थाना पुलिस को दिनचर्या सेट करने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि आज थानों में योग और सफाई के कार्य नियमित हो रहे हैं। इसके साथ ही कार्यकाल के पहले ही दिन से उन्होंने थानों पर माल मुकदमाती के निस्तारण को प्राथमिकता में रखा और थाना पुलिस को अनावश्यक मामलों में माल मुकदमाती की पहरेदारी और उसके रिकार्ड के रख रखाव के तनाव से मुक्त कराने के लिए कार्यवाही कराते रहे।


इसी का परिणाम है कि आज थानों की शक्ल ओ सूरत बदली नजर आ रही है। इससे पहले जनपद के कमोबेश सभी थानों पर आने वाले लोग अक्सर वहां टूटे फूटे कबाड़ किस्म के अनेकों वाहन पड़े देखते रहे हैं। हालांकि इन वाहनों से सीधा जन सामन्न्य को कोई समस्या नहीं आती परंतु पुलिस विभाग के लिए ये एक बड़ी समस्या बने रहते हैं। इन वाहनों के कारण सबसे बड़ी समस्या थाने की जगह घिरना ही रहता है। इससे थानों में गन्दगी पनपती है और वहां पर जनसुविधा विकसित करने में भी बाधा उत्पन्न होती है। कई थानों में तो स्थान कम होने के कारण यह वाहन सड़कों पर रखने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही इन वाहनों का अनावश्यक रूप से लंबित पड़े रहना, थाने की साफ सफाई, स्वच्छता एवं सुंदरता के मुहिम को खत्म करना जैसी अनेक समस्याएं इनको लेकर बन रही थी।

सीएम योगी के निर्देश पर शुरू हुआ अभियान


एसएसपी अभिषेक यादव ने यहां पर तैनाती के बाद मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ के निर्देशों व सोच के क्रम में वाहन निस्तारण अभियान चलाया। मुजफ्फरनगर पुलिस गत तीनों वर्षों से एक अभियान चला रही है, जिससे जनपद के सभी थाने में कई दशकों से पड़े ऐसे वाहनों को निस्तारित कराया जा रहा है। इस अभियान में निस्तारण के लिए चयनित ये वाहन लावारिस हो सकते हैं, एमवी एक्ट में सीज िकिये गये वाहन, किसी मुकदमे से संबंधित हो सकते है या एक्सीडेंट से संबंधित भी हो सकते हैं।

बुढ़ाना थाने में मिला 34 साल पुराना वाहन


एसएसपी अभिषेक यादव का यह अभियान आसान नहीं था। पुलिस के लिए थानों में 30-35 साल से पड़े वाहन के रिकार्ड निकालना, संबंधित प्रक्रिया को पूर्ण करना और फिर उसका निस्तारण कराना कोई आसन कार्य नहीं रहा, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने तत्परता से काम किया और कई ऐसे मामले आये, जिनको देखकर एसएसपी भी चौंक गये। इस अभियान के दौरान जनपद का सबसे पुराना वाहन 1986 ;34 वर्षद्ध से थाना बुढ़ाना पर पड़ा हुआ था, जिसे इस अभियान में 2020 में निस्तारित कराया गया। इसी प्रकार अब तक जनपद में 3463 दो पहिया वाहन तथा 1007 चार पहिया वाहन इस अभियान के तहत निस्तारित किये जा चुके हैं। एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में तीन साल के इस अभियान के दौरान जनपद में 4470 वाहनों का निस्तारण कराया गया है, जो करीब तीन दशकों से माल मुकदमाती के रूप में थानों में लंबित पड़े थे।

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