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कन्याओं के लिए बना बारात घर, गन्दगी से दिया भर

रुड़की रोड पर पालिका के बारात घर पर 40 लाख खर्च के बाद भी अवैध कब्जा बरकरार, सभासद अरविन्द धनगर ने उठाई आवाज, डीएम से शिकायत कर बारात घर खुलवाने की मांग

कन्याओं के लिए बना बारात घर, गन्दगी से दिया भर
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् ने अपनी भूमि को अवैध कब्जे से बचाने के लिए 40 लाख रुपये का बजट खर्च कर गरीब कन्याओं के लिए जो बारात घर बनाया था, आज वह गन्दगी से भर दिया गया है। पालिका प्रशासन की लापरवाही और गरीबों को उस स्थान का लाभ नहीं दिलाने की नीति ने लोगों के हौसले बढ़ाये और उनके द्वारा फिर से इस भूमि के आसपास अवैध कब्जा कर रास्ते भी बन्द कर दिये। ऐसे में सभासद ने डीएम से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग के साथ ही बारात घर को गरीब परिवारों के लिए खुलवाने की व्यवस्था बनाने का आग्रह किया है।

शहर में एक भी ऐसा कोई स्थान नहीं है, जहां पर कोई गरीब अपनी बिटिया की शादी के लिए बारात को ठहराने का निःशुल्क इंतजाम कर पाये। हालांकि गांव देहात में नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों के द्वारा सार्वजनिक पंचायत घर या बारात घरों का निर्माण कराया गया है। शहर में इस कमी को गरीब शिद्दत के साथ महसूस करते हैं और उनको मजबूरी में अपनी बेटी की शादी के लिए या तो गली गलियारों में टैंट लगाकर इंतजाम करना पड़ता है या वह मजबूर होकर छोटे मोटे बारात घर का खर्च उठाने को तैयार हो पाते हैं। इस समस्या को पालिका के सभासद अरविन्द धनगर ने भी महसूस किया और रुड़की रोड पर पालिका प्रशासन के स्वामित्व वाली करीब 3 बीघा भूमि को तलाश किया। जब यह भूमि देखी गयी तो इस पर लोगों का अवैध कब्जा मिला। अरविन्द धनगर ने इस भूमि के आसपास के वार्ड के सभासद ओम सिंह और सलेकचंद को भी अपने साथ लगाया और भूमि को अवैध कब्जे से बचाते हुए वहां पर गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए एक बारात घर का निर्माण कराये जाने की मुहिम छेड़ दी। उन्होंने इसके लिए नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के सामने प्रस्ताव रखा तो उन्होंने इसे जनहित में देखते हुए तुरंत ही पूरी टीम को भूमि को खाली कराने और उसको सुरक्षित कर बारात घर के रूप में विकसित करने का काम शुरू कराया।

नगरपालिका अध्यक्ष का सहयोग मिला तो सभासद अरविन्द धनगर इस तीन बीघा भूमि का कायाकल्प कराने में जुट गये। पालिका प्रशासन द्वारा इस भूमि के विकास के लिए करीब 40 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया और भूमि की चार दिवारी तथा अन्य विकास कार्य को शुरू कराया। खुद पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने सभासदों के साथ मिलकर इस भूमि पर धूमधाम से विकास कार्य शुरू कराया। इसके अलावा यहां पर बारात घर बनाने का ऐलान किया था। इस भूमि को पालिका प्रशासन ने सुरक्षित तो कर दिया, लेकिन फिर से इसकी निगरानी के लिए आंखें मूंद ली गई। नतीजा यह हुआ कि कुछ ही दिनों में गरीबों के लिए बने इस बारात घर को लोगों ने गन्दगी और कूड़ा करकट से भर दिया। यहां तक की पालिका प्रशासन द्वारा इस भूमि को जिस अवैध कब्जे से बचाते हुए रास्ता खोला गया था, फिर से उन लोगों ने अवैध कब्जा कर बारात घर तक जाने वाले रास्तों को बन्द करने का काम कर दिया है।

इस मामले में सभासद अरविन्द धनगर ने बारात घर पर अवैध कब्जे और गन्दगी को देखकर दुख जताया है। उन्होंने इसको लेकर डीएम वार रूम पर शिकायत करते हुए बताया है कि नगर पालिका परिषद् के द्वारा गरीब परिवारों की कन्याओं की शादी समारोह के लिए बारात घर का निर्माण रुड़की रोड पर पुलिस चौकी के सामने अपनी भूमि पर कराया गया था। इस बारात घर के बाहर और अंदर लोगों ने गन्दगी का अम्बार लगा दिया है। जिस बारात घर में गरीब परिवारों की बेटियों की शादी होनी थी, उसको शौचालय बनाकर रख दिया है। लोग यहां पर खुले में शौच का अपराध करने के साथ ही इस भूमि पर फिर से अवैध कब्जा करने लगे हैं। मल मूत्र का विसर्जन करते हुए यहां पर लोगों ने इस बारात घर को सुन्दर रूप देने के लिए कराई गई वॉल पेटिंग को भी खराब कर दिया है। इसके अलावा सभासद ने कहा कि यहां पर लकड़ी की टाल करने वालों ने भी रास्तों को फिर से बन्द कर कब्जा कर लिया है। उन्होंने प्रशासन से इस भूमि को सुरक्षित करने के लिए अवैध कब्जा हटवाने की मंाग के साथ ही यह भी आग्रह किया है कि जनहित को देखते हुए बारात घर को गरीबों के लिए खुलवाया जाये। ताकि वर्तमान में चल रही शादी समारोह के इस दौर में गरीबों को लाभ मिल सके।

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