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डीएम सेल्वा-किन्नरों को आत्मनिर्भर बनाने की अनूठी पहल

डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने किया सीधा संवाद, किन्नरों ने मांगा शिक्षा, रोजगार, आवास और सुरक्षा का अधिकार। जनपद मुजफ्फरनगर में किन्नरों की शिक्षा के लिए फंड और रोजगार के लिए समूहों का गठन करने पर बनी नीति, निजी स्कूलों में भी पढ़ सकेंगे किन्नर।

डीएम सेल्वा-किन्नरों को आत्मनिर्भर बनाने की अनूठी पहल
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मुजफ्फरनगर। समाज में हमेशा से ही महिला और पुरुषों के अधिकारों की बात होती रहती है। उनके शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक विकास को लेकर समाज के हर वर्ग में चर्चाओं को दौर चलता है। सरकारों का भी ज्यादा जोर महिला-पुरुष प्रधान की सामाजिक व्यवस्था के अनुकूल ही योजनाएं बनाने और कार्यक्रम चलाने के लिए बना रहता है, लेकिन इसमें समाज का तीसरा प्रमुख अंग थर्ड जेंडर ;किन्नरद्ध कहीं खोया हुआ नजर आता है। इनको समाज में स्थापित करने के साथ ही शैक्षिक और आर्थिक स्तर पर सम्पन्न बनाने के लिए पहली बार प्रयास होते नजर आये हैं। आज जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. द्वारा किन्नरों से सीधा संवाद करते हुए सामाजिक उत्थान की एक अनूठी पहल की है। इस दौरान किन्नरों ने भी दिल खोलकर अपनी बात रखी और प्रमुख रूप से प्रशासन से शिक्षा और रोजगार का अधिकार मांगा है। प्रशासन ने भी किन्नरों को शत प्रतिशत आत्मनिर्भर बनाने का भरोसा दिया है।

शुक्रवार को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. द्वारा जनपद के किन्नरों को कलेक्ट्रेट में आमंत्रित किया। यहां जिला पंचायत के चौ. चरण सिंह सभाकक्ष में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किन्नरों के साथ जिला प्रशासन का परस्परिक संवाद हुआ। इस सीधी बात में किन्नरों ने दिल खोलकर अपनी समस्याओं, सामाजिक भेदभाव और समाज में उनके मन में बनी असुरक्षा की भावना को लेकर डीएम व अन्य अधिकारियों के सामने रखा। इस बातचीत के दौरान किन्नरों ने प्रमुख रूप से कहा कि उनको समाज में शिक्षा, रोजगार और सामाजिक अधिकारों से वंचित किया जाता रहा है। उनको लेकर समाज में अनेक भेदभाव रहते है, यही कारण है कि वह काबिल होने पर भी समाज के साथ जुड़ नहीं पाते हैं। किन्नरों ने डीएम से सबसे पहले शिक्षा और रोजगार का अधिकार मांगते हुए कहा कि इसके बिना उनके समाज का उत्थान संभव नहीं है। उनको शिक्षित करने के लिए कोई आगे आना नहीं चाहता। रोजगार नहीं होने के कारण व आर्थिक संकट के चलते अच्छे स्कूल व काॅलेजों में नहीं पढ़ पाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा, रहने के लिए मकान,काम करने के लिए व्यापार और सामाजिक स्तर पर सुरक्षा की जरूरत है। हम भी समाज और देश की तरक्की में हर स्तर पर सहयोग करने में सक्षम है, लेकिन अवसरों की कमी है। किन्नरों ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के साथ ही उनको रहने के लिए आवास भी उपलब्ध कराये जायें। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही कई दावे करे, लेकिन सरकार योजनाओं और कार्यक्रमों का उनको कोई भी लाभ नहीं मिल पाता है। वह भिक्षावृत्ति जैसा धंधा करने के लिए विवश हैं। उन्होंने सामाजिक स्तर पर होने वाले भेदभाव को रोकने और उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्था बनाने की मांग भी की।

किन्नरों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने उनको प्रत्येक समस्या के निराकरा के लिए भरोसा जगाया। उन्होंने किन्नरों को शिक्षा के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनके सामाजिक उत्थान के लिए हर स्तर पर कार्य करेगा। इसके लिए संबंधित विभागों े साथ मिलकर एक नीति बनाकर कार्य किया जायेगा। जो भी किन्नर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं, शिक्षित होने के लिए स्कूल काॅलेज जाना चाहता है, इसके लिए प्रशासन शिक्षण संस्थानों, समाज और किन्नरों के बीच एक रामसेतु की तरह कार्य करते हुए स्मूथ वे बनेगा। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने बैठक में ही इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि किन्नरों के शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक और अन्य सभी बिन्दुओं को लेकर कार्य प्रारम्भ किया जायेगा। रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही किन्नरों के स्वयं सहायता समूह बनाकर उनको स्वावलंबी बनाया जायेगा। जिला प्रशासन की किन्नरों को आत्मनिर्भर के लिए यह अनूठी पहल होगी। उन्होंने कहा कि यदि किन्नरों के पास प्लाट है तो उनको पीएम आवास योजना में लाभ दिलाकर मकान बनाया जायेगा। इसके साथ ही उनकी शिक्षा के लिए सामाजिक सहयोग से एक फंड बनाने का निर्णय हुआ है, इसमें शासन प्रशासन से सहयोग के साथ ही समाज के सम्पन्न लोगों को भी जोड़ा जायेगा। इस फंड से किन्नरों को शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराया जायेगा।

इस बैठक में मुख्य रूप से डीएम सेल्वा कुमारी जे. के अलावा एडीएम प्रशासन अमित सिंह, डीआईओएस गजेन्द्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी अर्चना, जिला प्रोबेशन अधिकारी मौहम्मद मुशफेकीन, पीओ डूडा संदीप कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

डीएम सेल्वा के प्रयास ने जीता दिल, जमकर ली सेल्फी


मुजफ्फरनगर। जनपद में पहली बार किसी अफसर ने सामाजिक स्तर पर हमेशा से ही तिरस्कार और भेदभाव का शिकार रहने वाले किन्नर समाज के उत्थान के लिए जिला प्रशासन गंभीर नजर आया है। सामाजिक सतर पर बदरंग किन्नर समाज के उत्थान रूपी इस तस्वीर में रंग भरने का काम जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने करने की पहल की है। उनके इस प्रयास की सराहना भी हो रही है और बैठक खत्म होने के बाद भी इसका असर नजर आया। किन्नरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किये गये पारस्परिक संवाद को जब विराम दिया गया तो वहां उपस्थित किन्नरों ने डीएम सेल्वा को घेर लिया और उनके साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए एक उत्साह वहां बन गया था। किन्नरो ने डीएम के साथ सेल्फी खिंचवाई और हाथ भी मिलाया। डीएम को फूल देकर सम्मानित भी किया। किन्नरों ने यह भी कहा कि पहली बार किसी डीएम ने उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया, इसी से वह खुश हैं।

किन्नरों को मिलेगी अपनी पहचान, बनाया जायेगा आईडी कार्ड

मुजफ्फरनगर। डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने किन्नरों के साथ सीधा संवाद करते हुए उनके भीतर सामाजिक उत्थान का एक सपना जगाते हुए देश और प्रदेश के विकास के लिए एक जोश और उत्साह पैदा करन का काम किया है। अब उनको जिला प्रशासन नई पहचान दिलाने में जुट गया है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी मौहम्मद मुशफेकीन ने बताया कि डीएम द्वारा किन्नरों से उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए सीधा संवाद किया। इसमें शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर कई प्रमुख समस्या समाने आयी। उनको दूर करने के लिए विभागीय स्तर पर दी गयी जिम्मेदारियों को निभाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मीटिंग में जनपद में निवास करने वाले सभी किन्नरों के मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए विशेष अभियान किया जायेगा। इसके साथ ही आधार कार्ड की भांति ही किन्नरों को उनका अपना एक पहचान पत्र उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए किन्नरों को भारत सरकार द्वारा थर्ड जेंडर के लिए बनाये गये पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके उपरांत उनको एक यूनिक आईडी जनरेट कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस आईडी के जनरेट होने से किन्नरों के बीच हमेशा से ही क्षेत्रवाद को लेकर होने वाले झगड़ों के निपटारे में भी सहयोग मिला। अब जिला प्रशासन को जोर किन्नरों को शिक्षा, रोजगार और आवास दिलाने पर होगा।

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