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कोरोना को लेकर अलर्टः 31 मार्च तक जारी रहेंगी कोविड गाइडलाइन

देश में कोरोना के मामलों में अचानक हो रही बढोतरी को लेकर केन्द्र सरकार ने गाइडलाइन के साथ ही कुछ नये सुझाव राज्यों के लिए जारी किये हैं। सरकारों को पूरी तरह से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।

कोरोना को लेकर अलर्टः 31 मार्च तक जारी रहेंगी कोविड गाइडलाइन
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नई दिल्ली। देश में अचानक ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आने के कारण केन्द्र सरकार ने देशभर में अलर्ट जारी किया है। सभी राज्य सरकारों को अलर्ट रहने की हिदायत के साथ ही केन्द्र ने कुछ नये सुझाव जारी किये हैं। इसके साथ ही 28 फरवरी तक लागू कोरोना गाइडलाइन को अब 31 मार्च तक बढ़ाया गया है। इससे साफ हो गया है कि पूरा साल बीत जाने के बाद भी अभी कोरोना से देश में राहत नहीं मिली है। कई राज्यों में कुछ स्थानों पर लाॅक डाउन को पुनः लागू कराये जाने की स्थिति बनने लगी है।

कोरोना वायरस के मामले को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है। शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर मौजूदा गाइडलाइंस को आगामी 31 मार्च तक बढ़ाने के आदेश दिए हैं। साथ ही गृहमंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के आदेश भी दिए हैं। लगातार कम हो रहे कोविड-19 मामलों में बीते दिनों में कुछ इजाफा देखा गया है। महाराष्ट्र, केरल के अलावा कई और राज्यों में भी मामलों में इजाफा हुआ है।

शुक्रवार को सरकार ने निगरानी, कंटेनमेंट और सावधानी को लेकर पहले से लागू गाइडलाइंस को बढ़ाने के आदेश दिए हैं। ये गाइडलाइंस अब 31 मार्च तक जारी रहेंगी। केन्द्र सरकार बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकारों को भी सलाह दे रही है। सरकार ने कहा है कि गिरते मामलों के बीच हमें निगरानी और कंटेनमेंट बनाए रखने की जरूरत है। मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन को सावधानी के साथ सीमांकित किया जाना जारी रखा जाएगा। इन जोन में कंटेनमेंट उपाय का सख्ती से पालन करना होगा। इसके साथ ही कोविड को लेकर ठीक व्यवहार को बढ़ावा दिया जा रहा है और नियमों को सख्ती से लागू कराया जा रहा है। सरकार ने कहा है कि 27 जनवरी 2021 को जारी गाइडलाइंस का ध्यान रखा जाना चाहिए।

सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय ने अपनी सलाह में कहा है कि जब एक्टिव और नए कोविड-19 मामलों में गिरावट देखी जा रही है, तो निगरानी और कंटेनमेंट बनाए रखने की जरूरत है। सरकार ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को लक्षित आबादी को दिए जा रहे टीके लगाने की प्रक्रिया को तेज करने की सलाह दी है। देश में बीती 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोग्राम शुरू हो गया था। सरकार पहले चरण में स्वास्थकर्मियों को टीका दे रही है। बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच देश में नए स्ट्रेन का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट्स के अनुसार देश के 18 राज्यों में ब्रिटेन, अफ्रीका और ब्राजील में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पाए गए हैं। केंद्र सरकार इन सभी राज्यों की निगरानी कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 194 लोगों में से 187 मरीजों में ब्रिटेन का स्ट्रेन मिला है।

केन्द्र सरकार और गृह मंत्रालय के अलर्ट ने यह साफ कर दिया है कि कोरोना संकट का एक साल पूरा होने के बावजूद भी देश में इस महामारी का भय अभी कायम है। कुछ नये केस तेजी से उभरने के कारण अन्य राज्यों में भी बचाव के उपाय सख्त कर दिये गये हैं। फिर से कुछ राज्यों ने प्रवेश करने के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है। इसका पूरा असर जनजीवन के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर पड़ रहा है।

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