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मुजफ्फरनगर....सैलाब बनकर सड़कों पर उतरा जैन समाज

अपने शीर्ष तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखर के धार्मिक स्वरूप को बचाने के लिए किया मुखर विरोध प्रदर्शन, सड़कों पर बैठकर समाज की बेटियों ने लगाया जाम, पुरुषों ने शिव चौक पर सरकार विरोधी नारे लगाकर दिखाया आक्रोश।

मुजफ्फरनगर....सैलाब बनकर सड़कों पर उतरा जैन समाज
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मुजफ्फरनगर। झारखंड में स्थित जैन समाज के शीर्ष तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखरजी को केन्द्र सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के विरोध में मुजफ्फरनगर शहर की सड़कों पर आज सरकारों के खिलाफ जैन धर्मावलंबियों ने एकजुटता दिखतो हुए पूरे परिवार के साथ आंदोलन किया। जैन समाज का आक्रोश सरकारों के खिलाफ आक्रोश के रूप में एक सैलाब बनकर सड़कों पर निकला तो तमाम व्यवस्था ही ठप हो गई। पूरा शहर सवेरे जाम में जकड़ा नजर आया। जैन समाज के हजारों लोगों ने आज सड़कों पर पैदल मार्च कर सरकार से निर्णय वापस लेेने और श्री सम्मेद शिखरजी के धार्मिक स्वरूप की रक्षा करने की व्यवस्था की मांग की। इस प्रदर्शन में बच्चे, बूढ़े, महिला, युवा सभी अपने तीर्थ स्थल को बचाने के लिए सड़कों पर उरते और झारखंड सरकार एवं केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


हिंसा से हमेशा दूर रहकर समाज और दुनिया को अहिंसा का संदेश देने वाला जैन समाज किसी भी स्तर पर आंदोलन से दूर रहकर ही अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रहता रहा है, लेकिन इस बार समाज के शीर्ष तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने की केन्द्र और राज्य सरकारों की नीतियों के विरोध में समाज में आक्रोश लगातार बना हुआ है। अपने तीर्थ स्थल को बचाने के लिए रविवार को पूरे जैन समाज में जबरदस्त रोष नजर आया और जैन समाज बच्चा बच्चा अंत तक लड़ने का संकल्प लेकर गंभीर शीतलहर और कोहरे के बीच ही सड़कों पर उतरा नजर आया। आज सकल जैन समाज के आह्नान पर नई मण्डी चौडी गली स्थित जैन मंदिर और प्र्रेमपुरी स्थित जैन औषाधालय से सवेरे समाज के हजारों लोग हाथों में धर्म की पताका और सरकारों के खिलाफ नारे लिखे पोस्टर लेकर जुलूस के रूप् में सड़को पर उतरे।

भारतीय सकल जैन समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन और एकता मंच के अध्यक्ष गौरव जैन और णमोकार महामंत्र सोसाइटी से युवा साथी ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि हर सोसायटी हर मंदिर कमेटी और हर संस्था का और हर घर से कोई ना कोई मेंबर अपने धार्मिक तीर्थ के स्वरूप को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ इस आंदोलन में शामिल रहा और यहां तक की सर्दी के बावजूद भी महिलाएं और बच्चे भी आज पैदल यात्रा में शामिल रहे। जैन समाज की बेटियों ने अपने तीर्थ को बचाने के लिए सड़कों पर बैठकर जाम लगाया और पुरुषों ने सरकार के निर्णय पर विरोध स्वरूप आक्रोश जाहिर किया है। यह साबित करता है कि अपना विरोध दर्ज कराने इस प्रदर्शन में शामिल रहे शहर के 5000 से अधिक जैन समाज के महिला पुरुषों के साथ ही देश भर में जैन धर्मावलंबियों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सड़क पर उतरकर ऐसा प्रदर्शन रोज करना पड़ा तो भी समाज अब पीछे नहीं हटेगा, समाज ने इस प्रदर्शन के साथ यह चेतावनी दी है कि यह आक्रोश केंद्र सरकार के लिए विरोध की घंटी है, अब ऐसे में केंद्र सरकार को समझने की जरूरत है कि समाज अपना तीर्थ बचाने के लिए कोई भी बड़ा फैसला लेने और बड़ा अंादोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।


शहर के मीनाक्षी चौक, शिव चौक पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया गया। यहां पर सड़कों पर महिलाओं और बच्चियों ने बैठकर सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की और किसी भी स्तर पर श्री सम्मेद शिखरजी के धार्मिक स्वरूप से छेड़छाड़ का विरोध करते हुए सरकारों को चेतावनी दी कि सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो समाज हर निर्णय तक जाने को तैयार है। जुलूस के रूप में समाज के हजारो लोग कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंचे और यहां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री वन एवं अभ्यारण्य भूपेन्द्र यादव के साथ ही मुख्यमंत्री झारखण्ड हेमंत सोरेन, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम एक ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट अनूप कुमार श्रीवास्तव को सौंपा गया। इसमें पारसनाथ पवर्तराम श्री सम्मेद शिखरजी को वन्य जीव अभ्यारण्य पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अन्तर्गत जोनल मास्टर प्लान की सूची से बाहर करने, केन्द्रीय वन मंत्रालय की अधिसूचना 2019 को तत्काल प्रभाव से रद्द करने, पारसनाथ पर्वतराज और मधुबन में मांस मदिरा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने, सुरक्षा व्यवस्था के लिए दो चेक पोस्ट बनाने की मांग की गयी हैं।


इस प्रदर्शन में जैन समाज के अनेको संगठनों व कमेटियों की भागीदारी रही। इसमें मुख्य रूप से नई मंडी चौड़ी गली जैन मंदिर, मुनीम कालोनी जैन मंदिर, जैन मिलन महिला मंडल, जैन मिलन मंदिर, जैन नगर कृष्णापुरी मंदिर, अबूपुरा जैन मंदिर, णमोकार महासमिति, एस एस जैन सभा सि(ार्थ कालोनी, जैन औषधालय प्रेमपुरी, जैन मंदिर प्रेमपुरी आदि अनेको संस्थाओं का सहयोग रहा। प्रदर्शन में मुख्य रूप से गौरव जैन, राजेश जैन, प्रवीण जैन, पवन जैन, राजेन्द्र जैन, संजय जैन, नितिन जैन मोंटू, पुनीत जैन, आशीष जैन, संजय जैन, डा. अमित जैन, अभय जैन, शशांक जैन, अश्वनी जैन, मुदित जैन, चन्दर जैन, विभोर जैन, जितेन्द्र जैन टोनी, राजेश जैन, संजय कुमार, मनोज जैन, विनेश जैन, सुनील जैन, योगेश जैन, सुनील जैन, शदर जैन, )षभ जैन भगत, संजय जैन, धनेन्द्र जैन, शशांक जैन, प्रमोद जैन, संदीप जैन, रोहित जैन, निपुण जैन, कंवरसैन जैन, कुलदीप जैन, मनोज जैन एलजी, राजकुमार जैन, महिपाल जैन, विपिन जैन, योगेन्द्र जैन एड., सुगन्ध जैन एड., पंकज जैन, गौरव जैन, दिनेश जैन, अमित जैन, विकास जैन, अरिहंत जैन, वैभव जैन, कीमती लाल जैन, अश्वनी जैन, सि(ांत जैन, विनोद जैन, आशीष जैन, दीपक जैन, निमित जैन, सुमित जैन सहित शहर, गांव से हजारों लोग शामिल रहे।

सम्मेद शिखर जी को पर्यटक स्थल बनाना निंदनीयः प्रमोद त्यागी

मुजफ्फरनगर सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा जैन धर्म के आस्था के केंद्र सम्मेद शिखर जी को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरु( जैन समाज के गुस्से को देखते हुए तथा इस मुद्दे पर लगातार आंदोलन को समाजवादी पार्टी मुजफ्फरनगर द्वारा पूर्ण समर्थन की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की जैन धर्म को समझने की सोच बेहद संकुचित है इसलिए ही वह जैन धर्म के आस्था के गढ़ सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करके अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दे रही है। इस संबंध में जैन समाज में भारी रोष है तथा वह आंदोलनरत है। समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर जैन समाज के आंदोलन को पूर्ण समर्थन करते हुए भाजपा सरकार को चेतावनी देती है कि वह तत्काल जैन धर्म के आस्था के गढ़ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के निर्णय को वापस लेकर जैन धर्म से माफी मांगे अन्यथा समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर जैन धर्म की मांग का समर्थन करते हुए उनके पक्ष में आंदोलन भी करने से पीछे नहीं हटेगी।

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