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पुलिस चौकी पर परवान चढ़ा प्यार.....प्रेमी युगल की मुहब्बत को मिली मंजिल, दरोगा और प्रधान ने परिजनों को मनाकर कराया प्रेम विवाह

पुलिस चौकी पर परवान चढ़ा प्यार.....प्रेमी युगल की मुहब्बत को मिली मंजिल, दरोगा और प्रधान ने परिजनों को मनाकर कराया प्रेम विवाह
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मुजफ्फरनगर। आज लव जिहाद पर नया कानून चर्चा का विषय है। प्रेम विवाह में धर्म को छौंक नई हलचल का कारण बना हुआ है। नया कानून चर्चाओं में है, लेकिन आशिकों के कत्ल का खूंरेज इतिहास रखने वाले मुजफ्फरनगर जनपद में मुहब्बत को जिंदा करने वाले भी कम जुनूनी नहीं है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जब मुजफ्फरनगर पुलिस ने बाराती की भूमिका निभाई तो ग्राम प्रधान घराती बनकर एक प्रेमी युगल को उनकी मुहब्बत की मंजिल तक पहुंचाने में सफल रहे।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने सोशल पुलिसिंग करते हुए आम जनमानस के दिलों में एक अलग स्थान बनाने का काम किया है। एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में पुलिस ने समाज को जोड़ने और सामाजिक सरोकार को निभाने में भी रिकाॅर्ड कायम किया है। लाॅक डाउन के दौरान एक वरिष्ठ दम्पत्ति की शादी की सालगिरह मनाने की बात हो या फिर डाॅग स्क्वायड की एएसपी क्युटिस उर्फ टिंकी के अंतिम संस्कार का मामला। सामाजिक स्तर पर मुजफ्फरनगर पुलिस ने एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में अनूठी पहल करते हुए नये आयाम स्थापित किये हैं। ऐसा ही एक मामला चरथावल थाना क्षेत्र की बिरालसी चौकी पर सामने आया है। यहां परिजनों और समाज के दकियानूसी बंदिशों के कारण वर्षों से भटक रही एक मुहब्बत को मुकाम देने का काम किया गया है। इसमें खाकी ने बड़ी भूमिका निभाई है। इसके साथ ही एक ग्राम प्रधान ने भी इंसानियत का परिचय देकर इस प्रेमी युगल को विवाह के बंधन तक पहुंचाने का काम करते हुए उनकी शादी में उनके परिवार के बड़ों को भी शामिल कराया गया है। मुजफ्फरनगर जनपद को प्रेमी युगल की कब्रगाह के रूप में देखा जाता रहा है। यहां पर प्रेम करने की सजा के रूप में अपनों द्वारा दी जाने वाली भयानक मौत सामने आई है, लेकिन अब माहौल बदल रहा है। जहां लव जिहाद जैसे मामलों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कानून बनाकर इसे सख्ती से लागू कराया गया है, तो वहीं सरकार प्रेमी युगलों को सामाजिक सुरक्षा देने में भी पीछे नहीं हट रही है।








प्राप्त जानकारी के अनुसार चरथावल थाना क्षेत्र के गांव ज्ञाना माजरा निवासी युवती प्रीति का लंबे समय से बुढ़ाना थाना क्षेत्र के गांव बिटावदा निवासी युवक रवि पुत्र कृष्ण पाल के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। ये दोनों युगल अपने अपने परिवार के साथ पंजाब में भट्टे पर एक साथ काम करते थे। काम करते हुए ही होने वाली मुलाकात के दौरान दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे और दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खा ली। युवती के परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने इस प्रेम कहानी का विरोध किया। युवती नहीं मानी तो परिजनों ने युवती के साथ मारपीट कर युवक को भूल जाने का दबाव बनाया और उसे अपने साथ घर ले आए। घर पर ही जब युवती को परेशान किया जाने लगा। इससे परेशान युवती घर से भागने के लिए मौके का इंतजार करने लगी। एक दिन वह अपने प्रेमी से मिलने के लिए घर से निकल गई। जब वह देर रात में चरथवाल थाना क्षेत्र की बिरालसी चैकी के पास पहुंची तो वहां पर चैकिंग में व्यस्त चैकी इंचार्ज उप निरीक्षक आनंद पोसवाल ने अकेली लड़की को सड़क पर घूमते देख उसको बुलाया और उसके बारे में जानकारी की। लड़की ने चैकी इंचार्ज को पूरा किस्सा सुनाया और बालिग होने की बात कहकर उसके प्रेमी से उसकी शादी कराने के लिए गुहार लगाई।

चैकी इंचार्ज आनंद पोसवाल ने लड़की को पूरा भरोसा दिलाया कि वह उसकी सुरक्षा करायेंगे। लड़की के परिजनों के विरोध को देखते हुए उन्होंने उनसे सम्पर्क करने के बजाये गांव ज्ञाना माजरा के ग्राम प्रधान को बुलाकर पूरा मामला बताया और उनको लड़की के परिजनों को रजामंद करने की जिम्मेदारी सौंपकर सहयोग मांगा। चैकी इंचार्ज ने लड़के और उसके परिजनों को चैकी पर बुलवाया। उधर ग्राम प्रधान ने भी अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करते हुए लड़की के परिजनों को रजामंद कर लिया। प्रेमी युगल परिजनों के सामने पुलिस चौकी में ही शादी की जिद पर अड़ गए। बालिग होने के चलते पुलिस ने भी दोनों की शादी करने की सलाह परिजनों को दी। बाद में परिजनों की सहमति से ग्राम प्रधान ज्ञाना माजरा कँवर पाल व चैकी इंचार्ज आनन्द पोसवाल की मौजूदगी में रवि और प्रीति का विवाह सम्पन्न कराया गया। उपस्थित लोगों ने वर वधु को आशीर्वाद दिया। यह शादी चर्चा का विषय बनी रही। इस दौरान पुलिसकर्मियों व परिजनों में मिठाई भी बांटी गई।

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