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MUZAFFARNAGAR---समझौते के बाद कूकड़ा में तोड़ी कब्रिस्तान की दीवार

शरारती तत्वों की हरकत को लेकर लोगों में आक्रोश, एसडीएम और सीओ ने मौके पर जाकर संभाला मामला, भूमिया माता और कब्रिस्तान की भूमि को लेकर दो पक्षों में बना हुआ था तनाव, दस दिन पूर्व हुआ था समझौता, एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर कराई सुलह, चार-चार मीटर की दोनों पक्ष करेंगे अपनी भूमि पर चारदिवारी

MUZAFFARNAGAR---समझौते के बाद कूकड़ा में तोड़ी कब्रिस्तान की दीवार
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मुजफ्फरनगर। शहरी सीमा में शामिल किये गये ग्राम कूकड़ा में कई वर्षों से चले आ रहे कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जे के विवाद को लेकर हुए समझौते के बाद भी बुधवार को फिर से विवाद खड़ा हो गया। कब्रिस्तान की भूमि को सुरक्षित करने के लिए कराई जा रही चारदिवारी आज सवेरे करीब 50 मीटर के दायरे में टूटी पाये जाने से आक्रोश फैल गया, जिसको लेकर तनाव की स्थिति बन गई। कब्रिस्तान की दीवार तोड़े जाने की सूचना पर पुलिस में भी हड़कम्प मच गया। एसडीएम सदर और सीओ सिटी फोर्स और टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। घंटों की जद्दोजहद के बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने दोनों पक्षों के लोगों के बीच में नया समझौता कराकर मामले को संभाला। एसडीएम ने कहा कि अब मौके पर शांति है और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में समझौता कराया गया है।


थाना नई मण्डी क्षेत्र के कूकड़ा में करीब 8 बीघा भूमि पर कब्रिस्तान हैं। कब्रिस्तान के पास ही कई वर्षों से भूमिया माता भी स्थापित है। इसी को लेकर दोनों पक्षों के लोगों में अक्सर विवाद उत्पन्न होता रहता था। भूमिया माता मंदिर की जमीन दूसरा पक्ष अपनी बताता था, जबकि इसे दूसरे लोग इसे अवैध कब्जा बताकर विरोध कर रहे थे। इसी को लेकर काफी दिनों से विवाद की स्थिति बनी रहने से गांव में आये दिन साम्प्रदायिक तनाव बन रहा था। ग गांव के निवर्तमान प्रधान मेहरदीन ने बताया कि करीब आठ-दस दिन पहले कब्रिस्तान और भूमिया माता की भूमि को लेकर दोनों पक्षों के गणमान्य लोगों के साथ पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में सुलह समझौता हो गया था। इस समझौते में भूमिया माता के स्थान के लिए 750 मीटर भूमि दी गयी थी और दोनों पक्षों को भूमि पर कब्जा देकर विवाद समाप्त करा दिया था।

उन्होंने बताया कि इसी समझौते के आधार पर कब्रिस्तान की भूमि को सुरक्षित करने के लिए चारदिवारी का कार्य कराया जा रहा था। कई दिनों से इसके लिए निर्माण कार्य चल रहा था। बीती रात शरारती तत्वों ने कब्रिस्तान की चारदिवारी का निर्माण ध्वस्त कर दिया। सुबह जब लोग कब्रिस्तान पहुंचे तो उनको करीब 50 मीटर की चारदिवारी टूटी हुई मिली। इससे लोगों में आक्रोश फैल गया और कुछ ही देर में सैंकड़ों लोग कब्रिस्तान पर जमा हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस में भी हड़कम्प मच गया। चैकी इंचार्ज उप निरीक्षक ज्ञानेन्द्र नागर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां हंगामा बढ़ने पर एसडीएम सदर परमानंद झा, सीओ मण्डी हेमन्त कुमार, एसएचओ नई मण्डी बबलू कुमार, लेखपाल प्रशांत गुप्ता सहित अन्य पुलिस कर्मी और राजस्व कर्मचारी पहुंच गये थे। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने इस मामले में कब्रिस्तान पर जमा हुए लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।


कब्रिस्तान की दीवार तोड़े जाने पर कार्यवाही का आश्वासन देते हुए जिम्मेदार लोगों से वार्ता की गई। कई घंटे तक एसडीएम और सीओ फोर्स के साथ गांव में ही कब्रिस्तान पर मौजूद रहे। एसडीएम सदर ने बताया कि भूमिया माता के स्थान और कब्रिस्तान की भूमि पर विवाद चला आ रहा था। दिवार तोड़े जाने पर यह विवाद गहरा गया था, लेकिन मौके पर जाकर मामले को संभाल लिया गया है। दोनों पक्षों के लोगों को अपनी अपनी निर्धारित भूमि पर चार-चार फीट की चारदिवारी करने की स्वीकृति दी गई है, जिस पर दोनों पक्षों के लोगों ने सहमति जताते हुए सौहार्द्रपूर्ण माहौल में समझौता स्वीकार किया है। अब मौके पर कोई भी विवाद नहीं है। वहीं एसएचओ बबलू सिंह ने बताया कि विवाद समाप्त हो जाने पर इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई है। गांव में शांति बहाल है। किसी प्रकार का कोई तनाव नहीं है।

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