undefined

MUZAFFARNAGAR---भाजपा नेताओं की हरकत से पनपा रोष

पुरकाजी कस्बे के मैन रोड पर दो व्यापारियों की दुकाने तोड़ने की साजिश में राज्यपाल कार्यालय के कर्मचारी के नाम पर दी जा रही धमर्की, पीड़ितों ने किया डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

MUZAFFARNAGAR---भाजपा नेताओं की हरकत से पनपा रोष
X

मुजफ्फरनगर। पुरकाजी के कुछ तथाकथित भाजपा नेताओं की जनविरोधी हरकतों को लेकर लोगों में आक्रोश पनपा हुआ है। इसमें कस्बे के मैन रोड पर करीब तीन दशक से ज्यादा समय से किराये की दुकान में व्यापार करने वाले व्यापारियों की दुकानों को तोड़ने की साजिश का आरोप भाजपा नेताओं पर है। साजिशन इन लोगों ने राज्यपाल कार्यालय में तैनात कर्मचारी से साठगांठ कर जिला प्रशासन पर दबाव बनाया हुआ है। लोगों ने भाजपा नेताओं के खिलाफ सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और दुकानों को तोड़ने की साजिश के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।

सोमवार को पुरकाजी निवासी कुछ लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। इन लोगों ने डीएम से मुलाकात की और रजनी पत्नी स्व. दामोदर अग्रवाल तथा ब्रजकिशोर त्यागी पुत्र राजबल त्यागी की ओर से एक प्रार्थना दिया। इसमें कहा गया कि उनकी पुरकाजी थाने के बाहर मैन रोड पर अग्रवाल मेडिकल स्टोर और भारद्वाज सीमेंट एजेंसी के नाम से दुकान हैं। करीब 36 साल से इन दुकानों के लिए वो संजीव छाबड़ा को संजय वर्मा व संदीप वर्मा के कहने पर अदा करते चले आ रहे हैं। संजीव छाबड़ा, संजय वर्मा और संदीप वर्मा खुद को भाजपा का नेता बताते हैं। सत्ता का प्रभाव दिखाकर अब ये लोग उनकी दुकानों को जबरन खाली कराने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि दुकानों के प्रकरण में कोर्ट में वाद विचाराधीन है।

आरोप है कि इसके बावजूद भी इन लोगों ने राज्यपाल उत्तर प्रदेश के कार्यालय में तैनात एक महिला अधिकारी से साठगांठ करते हुए वहां से लेटर जारी कराकर दुकानों को तुड़वाने की धमकी दे रहे हैं। इससे उनकी जान और माल का खतरा बना हुआ है। लोगों ने कहा कि उनकी दुकानें सड़क के मध्य से 34 फीट की दूरी पर हैं, जबकि उक्त आरोपियों की दुकान और मकान 20 फीट से भी कम दूरी पर है। खादर तिराहे के निकट संदीप वर्मा व संजय वर्मा का मकान व दुकान सड़क के मध्य से करीब 18 फीट की दूरी पर ही हैं। आरोप है कि इन लोगों ने सरकारी भूमि को कब्जाकर अपने मकान और दुकान बना रखे हैं, इसकी जांच की मांग भी की गयी है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि यदि उनकी दुकानों को तोड़ा जाता है तो नियमानुसार एक समान नीति के तहत कार्यवाही होनी चाहिए और सभी अतिक्रमणकारियों का निर्माण ध्वस्त कराया जाये। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से शेखर त्यागी, विदित त्यागी, सूर्यकांत, विपिन त्यागी, अनिल त्यागी, मुकेश त्यागी, सोनू, अनिल त्यागी, विनय त्यागी आदि शामिल रहे।

Next Story