एचआईवी-एड्स की बात लेकर घर-घर जायेंगी आशा
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर जिला स्वास्थ्य विभाग का जागरूकता अभियान शुरू, 150 गांवों में फैलाई जाएगी एचआईवी-एड्स और टीबी से बचाव की जानकारी
मुजफ्फरनगर। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को एचआईवी-एड्स और तपेदिक (टीबी) जैसी बीमारियों को लेकर जिलेभर में सघन जागरूकता अभियान शुरू कर दिया। यह अभियान निरंतर दो माह तक चलाया जायेगा। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें चिन्हित किये गये 150 गांवों में जाकर लोगों को इन बीमारियों के लक्षण, उपचार और बचाव के बारे में जानकारी देंगी। इसके साथ ही इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को सरकारी स्तर पर उपलब्ध जांच, उपचार और सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही उनको सामाजिक सुरक्षा और सहयोग भी सुनिश्चित करने का काम किया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय के रेडक्रास भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि एचआईवी-एड्स को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने और मरीजों के साथ भेदभाव न करने के संदेश को प्राथमिकता देते हुए जन जागरुकता के लिए शासन के निर्देश पर दो माह का एक सघन जागरुकता अभियान आज से ही शुरू किया गया है। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल द्वारा जिला चिकित्सालय से इस अभियान का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान लोगों को बीमारियों से जुड़े गंभीर जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दो माह तक आशा कार्यकर्ता प्रत्येक गांव में 15-15 घरों का दौरा करेंगी, जिससे कुल 6,000 से अधिक घरों को कवर किया जाएगा। युवाओं को इस जागरूकता अभियान से जोड़ने के लिए विशेष गतिविधियां भी आयोजित होंगी। सीएमओ ने बताया कि जनपद में 14 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (अर्बन पीएचसी) संचालित हैं। शहर के अलावा खतौली और बुढ़ाना में भी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र कार्यरत हैं, जहां नजदीक में ही उपचार की सुविधा मिल सकती है। इससे जिला चिकित्सालय में भीड़ और कार्य का बोझ दोनों घटेंगे। सीएमओ ने कहा कि समाज में जागरूकता बढ़ाना ही हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश गुप्ता ने बताया कि जिले में 9,081 टीबी मरीज खोजने का लक्ष्य मिला था, जिसमें अब तक 6,500 से अधिक मरीज तलाशे जा चुके हैं। इन मरीजों को सरकार की ओर से प्रति माह एक हज़ार रुपये भत्ता दिया जा रहा है। इसके अलावा ‘पोषण पोटली’ योजना के तहत छह महीने तक पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा। टीबी उन्मूलन अभियान के तहत अब तक 4,000 मरीज गोद लिए जा चुके हैं, जिनके पोषण और उपचार की जिम्मेदारी डीएम, अन्य प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, सामाजिक संस्थाएं और ‘निक्षय मित्र’ के रूप में आगे आए नागरिक निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एचआईवी एडस जागरूकता अभियान के तहत 19 अगस्त को जीईसी सरकूलर रोड में क्विज प्रतियोगिता और मैराथन का आयोजन होगा। विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान डॉ. गीतांजलि वर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।