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काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश पर रोक, आरती की बुकिंग बंद

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कोरोना की इस दूसरी लहर ने पिछले साल से भी ज्यादा तबाही मचानी शुरू कर दी है। शुरूआती आंकड़ों ने ही हिलाकर रख दिया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश पर रोक, आरती की बुकिंग बंद
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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कोरोना की इस दूसरी लहर ने पिछले साल से भी ज्यादा तबाही मचानी शुरू कर दी है। शुरूआती आंकड़ों ने ही हिलाकर रख दिया है। इसका असर सभी पर पड़ रहा हैै। यूपी के एक दर्जन से अधिक जिलों में नाइट कफ््र्यू लगा हुआ है, अब वाराणसी में कोरोना संक्रमण का असर मंदिरों और मठों पर भी पड़ने लगा है। विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मंगला आरती की बुकिंग बंद हो चुकी है, इसके अलावा संकट मोचन मंदिर में कई प्रतिबंध लागू किए गए हैं।

धर्मनगरी वाराणसी में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों ने रफ्तार पकड़ी है। इस बार पिछली बार की अपेक्षा कम समय में ज्यादा की संख्या में केस आ रहे हैं। यही वजह है कि बीते साल की तरह इस बार भी धीरे-धीरे मंदिरों और मठों पर भी इसका असर पड़ना शुरू हो गया है। पूरी दुनिया में आस्था के केंद्र काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दरबार में भी कोरोना को लेकर कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। अब बाबा विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इस पाबंदी के बाद भक्तजन गर्भगृह के अंदर नहीं जा पाएंगे और न ही शिवलिंग को स्पर्श कर पाएंगे।

मंदिर प्रशासन की तरफ से गर्भगृह के बाहर ही अरघा लगा दिया गया है, जहां से आपका जल बाबा को अर्पित हो जाएगा। सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक सिर्फ झांकी दर्शन होगा। शिवलिंग का स्पर्श प्रतिबंधित रहेगा। तड़के होने वाली मंगला आरती में भी भक्तों के प्रवेश पर रोक लग गई है। मंगला आरती के टिकट की बुकिंग अगले आदेश तक बंद कर दी गई है। बता दें कि हर रोज सैकड़ों भक्त बाबा दरबार पहुंचते हैं और दर्शन करते हैं। भक्तों की चाह सबसे ज्यादा मंगला आरती को लेकर होती है। वहीं विश्वनाथ मंदिर के अलावा संकट मोचन मंदिर में भी कोरोना के बढ़ते आंकड़ों का असर पड़ा है।

यहां भी प्रसाद के रूप में मिलने वाला चरणामृत अब नहीं मिलेगा। यही नहीं, यहां चढ़ने वाली फूल-मालाओं को भी अलग से निर्देश जारी किए गए हैं। संकट मोचन में माला फूल टोकरी में रखना होगा जो कि हर 4 घंटे में हनुमानजी को अर्पित होंगे। संकट मोचन में सुबह और रात की आरती में सिर्फ मंदिर के लोग ही शामिल होंगे। बता दें कि शुक्रवार को 929 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद वाराणसी में अब तक एक दिन में मिलने मरीजों का पिछला रिकार्ड टूट गया है। शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई। कुल मरीजों की संख्या 27 हजार को पार कर गई। बढ़ते संक्रमण के बीच वाराणसी के डीएम कौशलराज शर्मा भी बीमार हो गए हैं। वे सीएम की समीक्षा बैठक में भी नहीं पहुंचे। चर्चा है कि वो पॉजीटिव हैं। हालांकि इस बारे में उनकी ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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