कोरोना संक्रमण से भाजपा नेता पंकज का निधन
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण कितना घातक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी सावधानी बरतने और वैक्सीन की डोज लेने के बाद भी मुख्यमंत्री सहित कई बड़े नेता और टाॅप ब्यूरोक्रेट्स पाजिटिव हो चुके हैं।

भदोही। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण कितना घातक है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी सावधानी बरतने और वैक्सीन की डोज लेने के बाद भी मुख्यमंत्री सहित कई बड़े नेता और टाॅप ब्यूरोक्रेट्स पाजिटिव हो चुके हैं। कोरोना के कारण अब एक और दुखदायी खबर आई है। संक्रमण के कारण भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य डा. पूर्णमासी पंकज का निधन हो गया है। वह होम आइसोलेशन में थे। उनका पुत्र जिला पंचायत सदस्य पद पर भाजपा के समर्थन से चुनाव लड़ रहा है, वहां कल ही मतदान होगा।
भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य पूर्णमासी पंकज का कोरोना संक्रमित होने के बाद बुधवार की दोपहर निधन हो गया। होम आइसोलेशन में रह रहे पूर्व विधायक को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते मे ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन से भाजपा जिला कार्यकर्ताओं-नेताओं में शोक की लहर है। उनके पुत्र भी पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के वार्ड संख्या 10 से भाजपा के समर्थित प्रत्याशी हैं। भदोही में पंचायत चुनाव के लिए कल गुरूवार को वोटिंग होनी है।
डा. पूर्णमासी पंकज करीब 65 वर्ष के थे और वो भदोही विधानसभा क्षेत्र से 1991 और 1996 में दो बार भाजपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। हाल ही में उन्हें प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया था। दो बार विधायक होने के बावजूद भी वो काफी सरल स्वभाव के थे। उनके बाइक से चलना और खेतों में फसल काटने की तस्वीर लगातार सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती थी।
पूर्व विधायक पूर्णमासी पंकज ने दो दिन पहले कोरोना की जांच कराई थी, जिसमे स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी मंगलवार की सूची में उनका नाम कोरोना संक्रमितों में शामिल था। उसके बाद वो होम आइसोलेशन में थे। लेकिन बुधवार को अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, उन्हें एम्बुलेंस से सुरियावां अस्पताल ले जाया जाने लगा लेकिन उन्होंने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। उनके बेटे फूलचंद पंकज जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ रहे हैं, कल मतदान होना तय है, ऐसे समय मे पूर्व विधायक के निधन के कारण पूरा परिवार दुखी है।