सीएम योगी ने की धर्मगुरूओ से बात-कहा-हम लाॅक डाउन नहीं लगा रहे
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर आंकड़े दिनोंदिन भयावह रूप लेकर सामने आ रहे हैं। मंगलवार को ही यूपी में 24 घंटे में 18 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नये केस सामने आने से सरकार से आम जनमानस तक चिंतित और भयभीत है। ऐसे में लाॅक डाउन को लेकर भी बहस छिड़ गई है।

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर आंकड़े दिनोंदिन भयावह रूप लेकर सामने आ रहे हैं। मंगलवार को ही यूपी में 24 घंटे में 18 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नये केस सामने आने से सरकार से आम जनमानस तक चिंतित और भयभीत है। ऐसे में लाॅक डाउन को लेकर भी बहस छिड़ गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद लाॅक डाउन की ओर राज्य बढ़ता नजर आ रहा है, लेकिन आज शाम धर्मगुरूओं से वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से यह साफ कर दिया है कि यूपी में जीवन और जीविका को बचाने के लिए सरकार बेहतर कदम उठाने पर लगी है, अभी लाॅक डाउन पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शाम प्रदेश के सभी जनपदों में धर्मगुरूओं के साथ वर्चुअल मीटिंग की और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों को क्रियान्वित करने में उनका सहयोग मांगा। मीटिंग शुरू होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सबसे पहले सभी पूज्य संतों, धर्माचार्यों और गुरुओं का आज के संवाद कार्यक्रम में हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि आज से चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ हो गई है। कल से रमजान शुरू हो जाएगा। आगामी 15 अप्रैल को पंचायत निर्वाचन के तहत प्रथम चरण का मतदान होगा। ऐसे में हमें सभी पर्वों, त्यौहारों और पंचायत निर्वाचन में कोविड प्रोटोकाल का पूर्ण पालन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल का मार्गदर्शन हमें समय-समय पर प्राप्त हुआ है, जिस कारण बीते एक वर्ष से अधिक समय में कोरोना की रोकथाम में उत्तर प्रदेश अच्छा उदाहरण पेश करने में सफल हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई को पिछले एक वर्ष से पूरी मजबूती के साथ लड़ रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में किये गये कार्यों के कारा ही कोरोना की पहली लहर पर हमने काबू पाया और आंकड़े दहाई में लेकर आ गए थे, लेकिन अब यह दोबारा तीव्र गति से बढ़ रहा है। कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर खतरनाक रूप में आई है। ऐसे में मेरी आप सभी से अपील है कि बचाव ही कोरोना का सर्वोत्तम उपाय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संवाद के दौरान कहा कि पहली लहर की तुलना में कोरोना की दूसरी लहर बेहद तीव्र है। यही वजह है कि मृत्यु दर भी इस बार पहले की तुलना में अधिक है। खास तौर पर जहां घनी आबादी है, वहां कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। जीवन और जीविका को बचाने के इस क्रम में जो सबसे अच्छे विकल्प हो सकते हैं, उन्हीं में राज्य सरकार ने इस बार गाइडलाइन की व्यवस्था तैयार की है।
Meeting religious leaders to ensure compliance of covid guidelines.
— Sukirti Madhav Mishra (@SukirtiMadhav) April 13, 2021
Everyone plz wear mask (and wear it properly), regularly wash hands and dont venture out unnecessarily. pic.twitter.com/mh2KBYpgLU
उन्होंने धर्मगुरूओं से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है कि भारत सरकार और यूपी सरकार की गाइडलाइन का अक्षरशः स्वयं पालन करें और अपने अनुयायियों व भक्तों को भी इन गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रेरित करें। प्रदेश के प्रत्येक तबके ने जाति, मत, मजहब से ऊपर उठकर राज्य और केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का पालन किया है और बचाव को प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अभी हम लाकडाउन की ओर नहीं जा रहे हैं। अभी हमने नाइट कर्फ्यू लगाया है। लाकडाउन की तरफ जाने की आवश्यकता भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हमें मानवता के जीवन को भी बचाना है और उनकी जीविका को भी बचाना है। ऐसे में यदि कोई अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहा है, तो उसकी बातों में आए बिना राज्य की व्यवस्था के साथ जुड़कर अपना योगदान देंगे, तो मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि पिछली बार की तरह इस बार भी हम आपको कोरोना का प्रबंधन देने में सफल होंगे। आप सभी से आग्रह है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।