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MUZAFFARNAGAR-मंदिर कमेटी के विवाद से बालाजी शोभायात्रा पर संकट का ग्रहण

बाला जी के दरबार में प्रेस वार्ता के दौरान स्वामित्व को लेकर दो पक्षों में हंगामा, सीओ मंडी बोली-विवाद रहा तो नहीं देंगे अनुमति, सुरेश बंसल के आरोपों के जवाब में हरिशंकर गुट ने मंदिर में मीडिया के समक्ष रखा अपना पक्ष, कहा-एकाधिकार नहीं चलने देंगे

MUZAFFARNAGAR-मंदिर कमेटी के विवाद से बालाजी शोभायात्रा पर संकट का ग्रहण
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मुजफ्फरनगर। जनपद के साथ ही दूर दराज के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केन्द्र श्री बालाजी धाम मंदिर आज मंदिर कमेटी परिवार प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों के बीच स्वामित्व को लेकर चली आ रही खींचतान के कारण विवाद का अखाड़ा बनकर रह गया। गुरूवार को मंदिर के दोनों संरक्षकों ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए 16 अपै्रल से दस दिवसीय बालाजी उत्सव मनाने का ऐलान किया और कमेटी को लेकर सवाल उठाये तो शुक्रवार को संरक्षकों के आरोपों के जवाब में कमेटी के प्रधान ने अन्य पदाधिकारियों के साथ मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी। इसी दौरान दोनों पक्षों के लोगों में बालाजी मंदिर परिसर में ही आरोप-प्रत्यारोप के कारण कहासुनी होने पर हाथापाई की नौबत आ जाने से हंगामा खड़ा हो गया। वहीं मंदिर कमेटी में दो पक्ष आमने-सामने आने और दोनों के ही द्वारा बालाजी जन्मोत्सव पर शोभायात्रा निकालने को लेकर पुलिस भी अलर्ट हो गई है। सीओ मंडी ने साफ कर दिया है कि विवाद कायम रहा तो अनुमति नहीं मिलेगी। इस कारण इस साल बालाजी जयंती पर शोभायात्रा निकलने पर विवाद के काले साये का ग्रहण लग गया है। दोनों दिन की प्रेस वार्ता में मंदिर से जुड़े कुछ प्रमुख लोगों को पूरी तरह से दरकिनार किया गया।

शहर के नई मंडी क्षेत्र में भरतिया कालोनी स्थित आस्था के प्रमुख केन्द्र श्री बालाजी धाम मंदिर के संचालन को लेकर बनी कमेटी के वजूद को लेकर दो पक्षों में चल रही खींचतान से भक्त आहत हैं। इस साल भक्तों को श्री बालाजी जयंती पर भव्य शोभायात्रा का इंतजार बेसब्री से हो रहा है, लेकिन कमेटी में विवाद के कारण इस शोभायात्रा के आयोजन की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। गुरूवार को श्री बालाजी धाम मंदिर प्रबंधन समिति के संस्थापक संरक्षक सुरेश बंसल, चन्द्र किरण गर्ग गुरु जी और कानूनी सलाहकार अशोक शर्मा एडवोकेट ने कुछ अन्य लोगों के साथ मंदिर परिसर में प्रेस वार्ता करते हुए कई आरोप लगाये थे। उन्होंने बताया था कि वर्तमान कमेटी को शिकायत के कारण हुई लंबी सुनवाई के बाद रजिस्ट्रार फम्र्स, सोयाइटीज एण्ड चिट्स सहारनपुर के द्वारा नियमानुसार चुनाव नहीं होने के कारण कालातीत कर दिया गया था। उन्होंने 16 से 25 अपै्रल तक बालाजी जन्मोत्सव मनाने और 23 अपै्रल को शोभायात्रा निकालने का ऐलान किया था, हालांकि प्रशासनिक अनुमति नहीं होने की बात भी कही गयी थी।


शुक्रवार को सुरेश बंसल आदि द्वारा उठाये गये सवालों पर श्री बालाजी मंदिर कमेटी का दूसरा ग्रुप प्रधान हरिशंकर तायल के साथ सामने आया। मंदिर परिसर में इस गुट ने भी प्रेस वार्ता बुलाई और मीडिया को अपने पक्ष से अवगत कराया। इसमें हरिशंकर तायल गुट की ओर से कहा गया कि मंदिर परिवार की कमेटी में 27 सदस्य हैं, इनमें दो संरक्षक मंडल से हैं और 25 सामान्य सदस्य हैं। हमारी यहीं मांग है कि जिसको जो दायित्व दिया गया है, वो ईमानदारी से निभाये। एकाधिकार किसी का नहीं चलेगा। इसके लिए हमने यही आवाज उठाई कि सभी पैसा अकाउंट में जमा होना चाहिए। जो भी खर्च है, उसको अकाउंट से रसीद के साथ भुगतान किया जाये। इस मंदिर में आने वाला हर भक्त मंदिर का जिम्मेदार है। मंदिर में हिसाब नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यात्रा निकालने को लेकर भी विवाद खड़ा किया जाता है, सदर बाजार में यात्रा रोकी गई, लेकिन यात्रा निकली। पिछले साल बंसल साहब ने कथा कैंसिल करा दी। मनाये, नहीं माने। इस जिददी व्यवस्था के कारण ही विवाद पैदा हो रहा है। मंदिर भगवान श्री बालाजी का है, यहां प्रत्येक भक्त को बराबर का दर्जा है। हरिशंकर तायल ने मीडिया को कहा कि हमारा विरोध यही है कि मंदिर में व्यवस्था के लिए ईमानदारी नहीं बरती जा रही है। इस साल भक्तों को मायूस होने की जरूरत नहीं है, हम भव्य तरीके से श्री बाजाली जन्मोत्सव मनाते हुए शोभायात्रा भी निकालेंगे।

इसी बीच कुछ लोगों ने यहां पर पहुंचकर रजिस्ट्रार सहारनपुर का एक आदेश जो 03 अपै्रल 2024 को जारी होना बताया गया है, की प्रतियां मीडिया कर्मियों को देनी शुरू की तो मौजूद पदाधिकारियों ने इन लोगों का विरोध करते हुए पकड़ लिया। इसको लेकर दोनों पक्ष आमने सामने आ गये और धक्का मुक्की के साथ ही हाथापाई की नौबत आ गई। हालांकि मामला संभाल लिया गया। वहीं सीओ मंडी रूपाली राव ने दोनों पक्षों में विवाद को लेकर कहा कि दोनों ही ओर से शोभायात्रा की अनुमति मांगी गई है, कमेटी में विवाद कायम रहा तो अनुमति नहीं दी जायेगी। सहमति बनने पर ही अनुमति के बारे में विचार किया जा सकता है। प्रेस वार्ता का शुभारंभ हनुमान चालीसा से किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से कमेटी के प्रधान हरिशंकर तायल, उप प्रधान हरिशंकर मुन्दडा, कोषाध्यक्ष राकेश अरोरा, सचिव विजय बंसल, प्रचार मंत्री कुलदीप कुमार, सुनील तायल, विभोर तायल, शिवम तायल, पवन तायल, अचिन सागर, नितिन कुमार, नितिन गोयल, चेतन, अमन गोयल, रजत गोयल आदि मौजूद रहे।

मंदिर में श्री बालाजी भगवान को नहीं लगता गरीब भक्तों का भोग

मुजफ्फरनगर। श्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति के प्रधान हरिशंकर तायल ने कहा कि श्री बालाजी भगवान ने भक्तों में कोई अंतर नहीं किया है, लेकिन सुरेश बंसल आदि यहां पर अमीरी-गरीबी की खाई को खींच रहे हैं। गरीब परिवारों के भक्तों का भोग श्री बालाजी भगवान को नहीं लगाने दिया जाता है, उसको फेंक देते हैं। यदि कोई गरीब परिवार की महिला अपने बच्चे की दीर्घायु की कामना के लिए थोड़ा-बहुत प्रसाद लेकर भोग की इच्छा के साथ मंदिर आती है तो दुव्र्यवहार का शिकार बनाया जाता है।

मंदिर में विवाद की वजह सिर्फ यही है कि यहां पर लगातार व्यवस्थाओं की कमी होती जा रही है। हम चंदा मांगने बाहर नहीं जाते हैं। भक्तों के द्वारा भगवान के लिए मंदिर में ही बहुत कुछ दिया जा रहा है। उससे कार्य बहुत अच्छे से हो रहा है। लगातार यहां पर वन मैन शो चल रहा है। यही एकाधिकार व्यवस्था को हम खत्म करना चाहते हैं। यहां पर भक्तों का भोग भी फेंका जाता है। कोई यदि अपने बच्चे के जन्म दिन पर घर से 50 ग्राम हलवा बनाकर ला रहा है तो ऐसे भक्तों का भोग मंदिर में क्यों नहीं लगता है, भक्तों को इतना परेशान किया जाता है। हमारी यही मांग है कि मंदिर में व्यवस्थाओं में पारदर्शिता लाई जाये।

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