डकैत विनोद गडरिया ढेर, मुजफ्फरनगर में था आतंक
जिले में लूट-डकैती की 30 वारदातों में था शामिल, 40 मुकदमे हैं दर्ज, सिर पर था एक लाख का इनाम

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में लूट व डकैती की वारदातों से आतंक फैलाने वाले कुख्यात बदमाश विनोद गडरिया को एसटीएफ ने बुलंदशहर में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया। लंबे समय से फरार चल रहे इस बदमाश पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस रिकॉर्ड में इसके खिलाफ कुल 40 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 30 अकेले मुजफ्फरनगर जिले के विभिन्न थानों में पंजीकृत हैं।
10 दिसंबर 2024 को शाहपुर क्षेत्र में विनोद के गैंग से हुई पुलिस की मुठभेड़ के दौरान चार बदमाश गोली लगने से घायल हुए थे, वहीं बाद में चार और को पुलिस ने दबोचा। अगले ही दिन 11 दिसंबर को बुढ़ाना थाना क्षेत्र की गढ़ी सखावतपुर चौकी में हुई मुठभेड़ में गैंग का एक और बदमाश अजय उर्फ अजयवीर मारा गया, जिस पर 25 हजार का इनाम था। इसी मुठभेड़ में दरोगा संदीप चौधरी भी घायल हुए, जबकि थाना प्रभारी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर भी एक गोली लगी थी। घटना के बाद तत्कालीन एडीजी मेरठ जोन डीके ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया था।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि विनोद गडरिया को उसके रिश्तेदार पनाह दे रहे हैं। इसी आधार पर नई मंडी कोतवाली पुलिस ने तीन महीने पहले पचेड़ा रोड से उसके दो रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया था। विनोद फिलहाल नई मंडी, मंसूरपुर, ककरोली और शाहपुर थाने की कई संगीन धाराओं में वांछित चल रहा था।