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MUZAFFARNAGAR...डीएम ने कराई परेड तो सफाई कर्मियों ने मांगा वेतन

शहर की सफाई व्यवस्था के लिए डीएम अरविन्द मल्लप्पा ने जीआईसी मैदान में पालिका सफाई कर्मियों से किया सीधा संवाद, कहा-शहर में सफाई व्यवस्था के लिए नहीं होनी चाहिए कोई लापरवाही, गन्दगी पर सफाई नायक होंगे जिम्मेदार

MUZAFFARNAGAR...डीएम ने कराई परेड तो सफाई कर्मियों ने मांगा वेतन
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में नई सरकार का निर्वाचन हो चुका है। अब इंतजार शपथ ग्रहण का हो रहा है। इस बार सभी को उम्मीद है कि पालिका में कुछ बेहतर होगा। वहीं शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने पर खासा जोर देने का संकेत नई चेयरपर्सन दे चुकी हैं। पालिका में बोर्ड का वजूद सीधे सत्ता से जुड़ा तो प्रशासन भी पूरी हरकत में आता दिखाई दे रहा है। अभी तक बेपटरी हुई शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने सक्रियता दिखाई है। पालिका के सीमा विस्तार के बाद सबसे बड़ी चुनौती सफाई व्यवस्था को लेकर ही बनेगी, इसी को लेकर डीएम ने आज जीआईसी मैदान में पालिका के सभी सफाई कर्मचारियों की परेड कराई और उनके साथ सीधा संवाद करते हुए शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सहयोग मांगा, साथ ही चेतावनी दी कि यदि कहीं भी गन्दगी मिलेगी तो सफाई नायक को जिम्मेदार माना जायेगा। डीएम के इन तल्ख तेवरों के बीच सफाई कर्मियों ने भी अपनी बात रखी और उनसे रुका हुआ वेतन जारी कराने की मांग की।

बता दें कि नगरपालिका परिषद् में वर्तमान में करीब 850 सफाई कर्मचारी हैं। इनमें नियमित सफाई कर्मियों की संख्या काफी कम हैं। इसके अलावा संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी भी इसी संख्याबल में शामिल हैं। पहले से ही मुजफ्फरनगर पालिका जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से यूपी की सबसे बड़ी पालिकाओं में शामिल रही है और अब इस पालिका क्षेत्र में कूकड़ा, सरवट व सूजड़ू जैसे जिले के सबसे बड़े गांवों के साथ ही कुल 11 गांवों की करीब 1.60 लाख लोगों की आबादी और जुड़ गयी है। प्रशासनिक आंकड़ों की बात करें तो सीमा विस्तार के बाद पालिका क्षेत्र की आबादी करीब 5.20 लाख हो गयी है। इतनी बड़ी आबादी में सफाई व्यवस्था के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं को नियमित बनाये रखना नये पालिका बोर्ड के साथ ही प्रशासन के लिए भी चुनौती बना हुआ है।

ऐसे में शहरी सफाई व्यवस्था के लिए गुरूवार को सवेरे जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने पालिका के सभी सफाई कर्मचारियों की जीआईसी मैदान में परेड कराई गई। बताया गया कि प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि जितने कर्मचारी बताकर वेतन निकलवाया जा रहा है, उतने कर्मचारी पालिका में सफाई व्यवस्था में नहीं लगे हुए हैं। इनकी शिनाख्त कराने और संख्या को आंकड़ा जुटाने के लिए सभी सफाई कमियों को अपना आईकार्ड और आधार कार्ड लेकर पहुंचने के निर्देश दिये गये थे। पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अतुल कुमार ने बताया कि पालिका में करीब 864 सफाई कर्मचारी वर्तमान में कार्यरत हैं। इनमें नियमित के साथ ही संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी, वाहनों के चालक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आज डीएम ने सफाई कर्मचारियों की परेड कराकर उनके संख्याबल की जानकारी जुटाने के साथ ही उनके साथ संवाद करते हुए शहर की सफाई व्यवस्था में सहयोग मांगाा है। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी नेताओं ने भी अपनी समस्या और बात को डीएम के सामने उठाया है। उन्होंने कहा कि डीएम ने वार्डों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती के बारे में भी जानकारी ली है। माना जा रहा है कि जल्द ही सफाई कर्मचारियों के तबादलों का दौर भी शुरू हो सकता है। प्रशासन का जोर वार्डों में एक समान संख्या के आधार पर सफाई कर्मचारियों को तैनात करने का है, ताकि सफाई व्यवस्था में बाधा उत्पन्न न होने पाये।

संघ नेता बोले-सफाई चाहिए तो भर्ती कराओ 2500 सफाई कर्मी

मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में पालिका के सफाई कर्मचारियों की परेड के बाद नगरपालिका परिषद् के सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीरज बिडला अन्य लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी से मुलाकात करते हुए उनको सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के लिए एक ज्ञापन दिया।

नीरज बिडला ने पालिका में सफाई कर्मचारियों के साथ ही कूड़ा वाहनों के चालक, सफाई नायक और ठेका सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण करने की मांग की। उन्होंने 6 सूत्री ज्ञापन में मुख्य तौर पर सीमा विस्तार के बाद सफाई व्यवस्था के लिए 2500 सफाई कर्मचारियों की भर्ती करने की मांग भी की है। इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता मई माह के वेतन में सम्मिलित कर जारी कराने, नियमित सफाई कर्मचारियों को गर्मी और सर्दी की वर्दी का रूका वितरण कराने, दिसम्बर 2022 से चालू डम्फर्स और जेसीबी मशीन पर लगे कर्मचारियों का वेतन जारी कराने, जनवरी 2023 से शुरू काॅम्पेक्टर्स पर लगे हेल्पर्स का चार माह से रूका वेतन दिलाने और पालिका में ठेका सफाई कर्मचारी को दो माह से रूका वेतन दिलाने की मांग की गयी है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी पूरा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन कई कई माह से वेतन नहीं मिलेगा तो परिवार भी प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि समस्याएं निपटेंगी तो कर्मचारी उत्साह के साथ काम करेंगे। इस दौरान उनके साथ सोनू बिडला, अजीत कुमार, सुरेश टांक, राजू वैध, राजकुमार, सतीश उटवाल, मदनलाल, महेश चन्द भूरा आदि मौजूद रहे।

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