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रिटायरमेंट पर डा. सलीम ने दिया प्यार का संदेश

जनपद सहारनपुर में पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी गुनारसा, देवबंद के पद पर कार्यरत रहे डा. सलीम अहमद आज अधिवर्षता आयु पूर्ण करने के बाद सेवानिवृत्त हो गये।

रिटायरमेंट पर डा. सलीम ने दिया प्यार का संदेश
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सहारनपुर। जनपद सहारनपुर में पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर कार्यरत डा. सलीम अहमद मंगलवार को अधिवर्षता आयु पूर्ण करने के उपरांत विभाग को सेवा के 37 साल समर्पित करते हुए सेवानिवृत्त हो गये। उनकी सेवानिवृत्ति पर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा विदाई पार्टी का आयोजन कर इस क्षण को भावनाओं से ओतप्रोत कर दिया। इस दौरान क्षेत्र के पशुपालक भी उनको विभाग से विदाई के इस भावपूर्ण आयोजन में सलाम पेश करने के लिए आये थे। इसके लिए डा. सलीम ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए सभी को प्यार भरा संदेश देते हुए इंसानियत का फर्ज निभाने की सीख दी। विभागीय कर्मचारियों ने उनको कार्यालय से आवास तक एक यादगार विदाई दी। जो डा. सलीम की विभाग में तैनाती के दौरान अपनाई गई सकारात्मक कार्यशैली को प्रदर्शित करती है।

देवबंद ब्लाॅक पर विदाई समारोह के दौरान पशुधन प्रसार अधिकारी डा. सलीम को धार्मिक पुस्तक भेंटकर सम्मानित करते विभागीय अफसर और कर्मचारी।

सहारनपुर जनपद में पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर कार्यरत डा. सलीम अहमद मंगलवार को विभाग से सेवानिवृत्त हो गये। अधिवर्शता आयु पूर्ण करने के कारण उनको विभाग से भावपूर्ण सेवानिवृत्ति प्रदान की गयी। अपने जीवन में सादा जीवन उच्च विचार के मापदण्ड को हमेशा ही ऊंचा रखकर सेवा और समर्पण के लिए एक मिसाल पेश करने वाले पशुधन प्रसार अधिकारी डा. सलीम अहमद की सेवानिवृत्ति के अवसर पर उनके द्वारा विभाग को दिये गये सेवा के करीब 37 साल की कार्यप्रणाली का सकारात्मक चित्रण भी नजर आया। चंद मिनट के विदाई समारोह में उनकी नौकरी के साढ़े दशक का पूरा कार्यकाल उभरा दिखाई दिया। उनको लेकर जिस प्रकार से विभागीय स्तर पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही क्षेत्र के पशुपालकों ने एक सम्मानपूर्वक कार्यकाल स्थापित करने के लिए बधाई दी, उसी को डा. सलीम अपनी पूंजी मानते हैं।

विभागीय कर्मियों के साथ रिटायरमेंट के बाद घर पहुंचे पशुधन प्रसार अधिकारी डा. सलीम अहमद।

मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के भोपा थाना क्षेत्र के गांव तिस्सा निवासी डा. सलीम अहमद पशुपालन विभाग में सर्विस लगने के बाद से ही देवबंद में परिवार के साथ रह रहे हैं। आज विभाग से सेवानिवृत्ति के अवसर पर डा. सलीम अहमद के लिए देवबंद ब्लाॅक कार्यालय पर विभागीय अफसरों और कर्मचारियों ने विदाई समारोह का आयोजन किया। इस दौरान हंसी ठिठोली के बीच फूल माला पहनाकर वरिष्ठ अधिकारी और साथी अफसरों के साथ ही विभागीय कर्मियों ने उनको सम्मानित किया। वहीं क्षेत्र से काफी संख्या में पशुपालक भी इस खबर को सुनकर ब्लाॅक कार्यालय पहंचे और विभाग में डा. सलीम के कार्यव्यवहार तथा सेवा को लेकर सराहना करते हुए उनको बधाई देते हुए उनके स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन की कामना भी की। विदाई समारोह में साथी कर्मियों ने डा. सलीम को शाॅल ओढाकर और बुके देकर सम्मानित किया गया। उपहार स्वरूप उनको धार्मिक पुस्तक भी भेंट की गयी।

पशुपालन विभाग से रिटायरमेंट लेकर घर पहुंचने पर अपने पुत्र डा. सलीम का स्वागत करती हाजन सीदी।

ब्लाॅक पर उनके सम्मान में ढोल बजाकर खुशी का इजहार करने में भी कर्मचारी व अधिकारी पीछे नहीं रहे। उनके द्वारा डा. सलीम अहमद के रिटायरमेंट को एक यादगार पल बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी गयी। इस अवसर पर साथी कर्मियों ने हर पल डा. सलीम के लिए एक सरप्राइज प्लान किया था। ब्लाॅक कार्यालय पर विदाई पार्टी के बाद जब डा. सलीम घर के लिए रुख्सत होने लगे तो उनके लिए स्कार्पियो कार मंगाई गयी और साथी अफसर व कर्मचारी उनको फूलों के गुलदस्ते के रूप में उनके निवास स्थान मौहल्ला नेचलगढ, देवबंद तक छोड़ने के लिए गये। डा. सलीम गाड़ी में ही थे कि विभागीय कर्मचारियों का एक और सरप्राइज उनका आवास के गेट पर इंतजार कर रहा था। जैसे ही उन्होंने गाड़ी से बाहर कदम रखा तो अचानक ही ढोल का शोर सुनाई देने लगा।

रिटायर होने पर अपने पित डा. सलीम का बुके देकर स्वागत करती उनकी पत्नी श्रीमति हाशमी।

परिजनों ने भी डा. सलीम का जोरदार तरीके से इस्तकबाल किया। उनकी माता हाजन सीदी ने उनको गले लगाकर सिर पर हाथ रखकर दीर्घायु होने और स्वस्थ जीवन जीने का आशीर्वाद दिया तो पत्नी हाशमी ने आंखों में खुशी के आंसू के साथ उनका घर में स्वागत करते हुए सम्मानजनक सर्विस के तीन दशक पूर्ण कर रिटायर होने पर मुबारकबाद पेश की। दो बेटियों डा. सालेहा मलिक और टीचर हफशा मलिक भी नम आंखों के साथ अपने पिता की गोद से लिपटी नजर आई। उनके बेटे फार्मासिस्ट डा. शहजाद मलिक, पुत्रवधु परवीन मलिक और छोटे पुत्र टीचर अनवर मलिक ने भी भावना से ओतप्रोत इस अवसर को यादगार बनाने में अपना भरपूर सहयोग प्रदान करते हुए पिता को बुके देकर स्वागत किया। वहीं डा. सलीम के दामाद डा. शिराज अनवर ने भी दिल्ली से फोन पर उनको मुबारकबाद पेश की।

पशुधन प्रसार अधिकारी के पद से रिटायरमेंट के बाद घर पहुंचे पिता का बेटियों ने कुछ इस भाव के साथ स्वागत किया।

इस अवसर पर पूरे परिवार में जश्न का माहौल नजर आया। डा. सलीम भी सेवा के 37 साल ईमानदारी और सादगी के साथ बीतने और सम्मानजनक विदाई के अवसर पर भावुक नजर आये। उन्होंने अपने साथी कर्मचारियों का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हुए प्यार के इस पैमाने को छलकने नहीं देने की प्रेरणा देने का काम किया। वहीं सार्थियों ने भी उनको सर्विस में एक आदर्श स्थापित करते हुए उसको जीवन भर अपनाने के लिए बधाई के साथ कार्यकाल की प्रशंसा की। डा. सलीम के सम्मान में पशुधन विभाग के अधिकारी वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा बुधवार 1 जून को सहारनपुर में भी विदाई समारोह का आयोजन रखा गया है। डा. सलीम अहमद के पिता हाजी डा. शकूर अहमद भी पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी रहे हैं और उन्हीं के जीवन आदर्श को अपनाकर डा. सलीम ने विभाग में अपनी सेवा की शुरूआत के साथ ही अंत भी किया। वह पूरे जीवन अपने पिता के सेवाकाल से प्रभावित रहे और उनकी कार्यप्रणाली पर पिता की विभागीय सेवा का प्रभाव भी नजर आया।

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