कारागार में बंद हत्यारोपी बुजुर्ग बंदी माशूक अली की मौत
जिला अस्पताल में कई दिनों से चल रहा था उपचार, चार साल से जेल में था बंद

मुजफ्फरनगर। जिला कारागार में ही हत्या के आरोप में बंद चल रहे एक 62 वर्षीय बंदी की भी उपचार के दौरान मौत हो गई। बंदी की मौत के बाद परिजनों को सूचना देकर अस्पताल बुलवाया गया और अस्पताल से शव को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। कारागार प्रशासन ने आवश्यक कार्यवाही के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जनपद शामली के थानाभवन क्षेत्र के गांव हीन्ड में निवासी माशूक अली पुत्र शमशेर हत्या के मामले में जिला कारागार में बंद चल रहा था। पिछले दिनों तबियत खराब होने पर माशूक को उपचार के लिए जिला अस्पताल में लाकर पुलिस अभिरक्षा में भर्ती कराया गया। यहां पर सुरक्षा में तैनात हैड कांस्टेबल अरविंद कुमार ने इमरजेंसी में सूचना दर्ज कराई, जिसके बाद माशूक अली का परीक्षण किया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर अस्पताल बुलाया। यहां पहुंचे माशूक के पुत्र शोएब अहमद ने बताया कि करीब चार साल पहले गांव में ही आपसी विवाद में एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी। इसमें उनके पिता माशूक अली को भी आरोपी बनाकर मुकदमा दर्ज कराया गया था, तभी से वो कारागार में बंद चल रहे थे। पिछले दिनों उनको फालिस पड़ गई थी। इसके लिए उनका उपचार पुलिस और जेल प्रशासन की निगरानी में मेरठ और दिल्ली चला। दिल्ली से पिछले दिनों ही उनको कारागार वापस लाया गया था। वहां से 05 जून को उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां वो मेडिकल वार्ड में थे और आज सवेरे उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
महिला की संदिग्ध मौत, किशोरी ने खाया जहर
मुजफ्फरनगर। रविवार को एक महिला की संदिग्ध मौत हो गई, परिजन बिना कार्यवाही के ही जिला अस्पताल से शव उठाकर अपने साथ ले गये। वहीं एक किशोरी ने घरेलू विवाद में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। गंभीर अवस्था में उसको हायर सेंटर रैफर कर दिया गया है।
नई मंडी निवासी राम नरेश पाण्डे रविवार को सवेरे करीब साढ़े छह बजे अपनी पत्नी 38 वर्षीय बिन्दू देवी को अचेत अवस्था में लेकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे थे। यहां पर तैनात चिकित्सक ने परीक्षण किया तो महिला की यहां आने से पहले ही मौत हो चुकी थी। मौत की पुष्टि होने के बाद मृतका का पति राम नरेश बिना कोई कार्यवाही किये ही शव उठाकर अपने साथ घर ले गये थे। थाना खालापार क्षेत्र के मौहल्ला रहमतनगर निवासी दिलशाद की नाबालिग पुत्री ने भी सुबह घरेलू विवाद में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। गंभीर अवस्था में परिजन उसको लेकर सुबह करीब आठ बजे इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे थे। यहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत नहीं सुधरने पर गंभीर अवस्था में किशोरी को हायर सेंटर के लिए रैफर कर दिया गया था।