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MUZAFFARNAGAR--चिकित्सक के अस्पताल में चल रही फर्जी आरयन फर्म!

रामा कृष्णा हाॅस्पिटल में जीएसटी एसआईबी का छापा, करोड़ों रुपये की खरीद पकड़ी, नोटिस दिया, लगेगा भारी जुर्माना

MUZAFFARNAGAR--चिकित्सक के अस्पताल में चल रही फर्जी आरयन फर्म!
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मुजफ्फरनगर। शहर के नामचीन अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुनील चैधरी के अस्पताल में फर्जी आयरन फर्म चलाये जाने का भंडाफोड़ जीएसटी एसआईबी की छापामार कार्यवाही में हुआ है। इस फर्म के द्वारा माल की खरीद और फरोख्त तो की गयी, लेकिन यह केवल कागजी आधार पर किया जा रहा था। करोड़ों रुपये के माल का वास्तविक संचलन नहीं किया गया है। इसको साबित करने मे ं भी फर्म मालिक सफल नहीं हो पाये। करोड़ों रुपये की खरीद के कारण जीएसटी विभाग ने फर्म मालिक को नोटिस दिया है। इसके साथ ही भारी जुर्माना लगाने की भी तैयारी है।

जीएसटी एसआईबी के ज्वाइंट कमिश्नर ज्योति स्वरूप शुक्ला के निर्देशन में जीएसटी विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए एक नामचीन अस्पताल में चल रही फर्जी आयरन फर्म का भंडाफोड़ किया है। शहर के मौहल्ला आर्यपुरी में अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुनील चैधरी का रामा कृष्णा हाॅस्पिटल है। इसी हाॅस्पिटल में उनके पुत्र श्री रामा कृष्णा ट्रेडिंग कम्पनी भी चला रहे हैं। यह कम्पनी आयरन फर्म के रूप में कार्य कर रही है। जीएसटी एसआईबी के डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा के नेतृत्व में रामा कृष्णा हाॅस्पिटल पर छापा मारा गया। इस दौरान यहां पर आयरन फर्म चलाये जाने की जानकारी मिली। फर्म मालिक डाॅ. सुनील चैधरी के पुत्र से फर्म के सम्बंध में जीएसटी टीम में शामिल अफसरों ने जानकारी ली। डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा ने बताया कि रामा कृष्णा हाॅस्पिटल में आरयन फर्म चलाये जाने की गोपनीय जानकारी मिली थी। इसी आधार पर शनिवार को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उनके नेतृत्व में विभागीय टीम ने हाॅस्पिटल पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की थी।

यह कार्यवाही बीती रात करीब साढ़े ग्यारह बजे तक चलती रही। उन्होंने बताया कि डाॅ. सुनील चैधरी के पुत्र द्वारा आयरन फर्म हाॅस्पिटल से ही चलाई जा रही है। यहां पर आयरन की खरीद और फरोख्त के सम्बंध में श्री रामा कृष्ण ट्रेडिंग कम्पनी की ओर से बिल विभागीय टीम को दिखाये गये। इसमें 40 टन आयरन की खरीद के बिल भी मिले हैं, लेकिन इस माल का वास्तविक संचलन नहीं दिखाया गया है। माल की खरीद और फरोख्त केवल प्रपत्रों के आधार पर ही किया जाना साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि माल खरीद के लिए न तो कम्पनी कोई गोदाम दिखा पाई और न ही वास्तविक संचलन को साबित कर पाई। उन्होंने बताया कि इस आयरन फर्म के द्वारा करोड़ों रुपये की खरीददारी प्रपत्रों के आधार पर की गई है। यह टैक्स चोरी का मामला तो नहीं बनता है, लेकिन नियम विरू( कारोबार करने को लेकर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि छापे के दौरान फर्म से जुड़े बिल और अन्य दस्तावेज जब्त किये गये हैं। उनकी जांच पड़ताल की जा रही है। फर्म के मालिक को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इस मामले में विभागीय आधार पर जुर्माना लगाये जाने की संभावना है। छापेमारी के दौरान डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा के साथ ही एसटीओ महावीर सिंह, रामचन्द्र वर्मा और अनिल कुमार शामिल रहे।

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