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बर्तन-भांड़े लेकर पहुंचे किसान, मैदान पर हुआ भण्डारा

भाकियू की महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन में पूरी तरह से हड़कम्प मचा रहा।

बर्तन-भांड़े लेकर पहुंचे किसान, मैदान पर हुआ भण्डारा
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मुजफ्फरनगर। भाकियू की महापंचायत में किसान अपने बर्तन-भांड़े लेकर जीआईसी के मैदान पर पहुंचे थे। इसके साथ ही कई अन्य पदाधिकारी भी भोजन लेकर यहां आये। जीआईसी मैदान पर ही किसानों ने अपनी भट्टी चढ़ा दी थी और खाना बनाना शुरू कर दिया था। यहां पर दोपहर के समय आने वाले किसानों और ग्रामीणों के लिए संगठन के द्वारा भण्डार किया गया। दाल चावल खिलाये गये। मैदान पर ही पंगत में बैठकर किसानों ने भोजन किया और आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए मैदान पर ही डटने की बात कही।


डीएम और एसएसपी ने खुद संभाली कमान

मुजफ्फरनगर। भाकियू की महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन में पूरी तरह से हड़कम्प मचा रहा। पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जीआईसी मैदान, महावीर चौक के साथ ही अन्य चौराहों पर पुलिस बल और यातायात पुलिस कर्मियों को यातायात संभालने के लिए लगाया गया, लेकिन भीड़ बढ़ने के साथ ही यातायात भी ठप होकर रह गया। खुद डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी अभिषेक सिंह कानून व्यवस्था और सुरक्षा बंदोबस्त को संभालने के लिए भ्रमण करते हुए नजर आये। दोनों आला अफसरों ने सवेरे जीआईसी मैदान का भी निरीक्षण किया था।

ईंट निर्माता कल्याण समिति भी टिकैत के साथ

मुजफ्फरनगर। ईंट निर्माता कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि पर्यटकों की हत्या के विरोध में जन आक्रोश यात्रा निकाली गई थी। इसमें सभी संगठनों को आमंत्रित किया गया था। अगर इसमें भाकियू प्रवक्ता कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए थे। ऐसे में कुछ लोगों की ओर से उनका विरोध करना समझ से परे है। हर देशवासी देशभक्त हैं , इसकी ना किसी को बताने की जरूरत है और ना ही इसका किसी को सर्टिफिकेट मांगना चाहिए। चौधरी नरेश टिकैत बालियान खाप के 84 गांवों के चौधरी के अलावा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। चौधरी राकेश टिकैत के साथ जो हुआ,आयोजकों को जिम्मेदारी लेते हुए इसकी निंदा करनी चाहिए। हमार संगठन पंचायत का समर्थन करता है।

महापंचायत के कारण शहर में शराब की दुकानें रहीं बंद


मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत को देखते हुए इसमें उमड़ने वाली भीड़ के कारण ही शनिवार को जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के विशेष आदेशों के कारण शहर में देसी विदेशी शराब और बीयर की दुकानों को बंद कर दिया था। टाउनहाल में जन आक्रोश रैली में धक्का मुक्की और हमले का प्रयास होने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया था कि इसमें शामिल काफी लोगों ने शराब का सेवन किया हुआ था। जिन लोगों ने उनके साथ अभद्रता की, उनके मंुह से शराब की गंध आ रही थी। इसके बाद शनिवार को भाकियू की महापंचायत में भीड़ उमड़ी तो सुबह ही डीएम उमेश मिश्रा ने शराब की दुकानों को बंद करने के निर्देश दिए। जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने बताया कि डीएम के आदेश पर शहरी क्षेत्र की देसी विदेशी शराब और बीयर की दुकानों को बंद कराया गया है, ताकि कोई विपरीत स्थिति पैदा न हो जाये।

सिसौली में दिखा आक्रोश, बाजार रहा बंद


मुजफ्फरनगर। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के साथ हिंदूवादी संगठनों की जन आक्रोश रैली में किए गए अभद्र व्यवहार और हमले के प्रयास के विरोध में किसानों के साथ ही आम लोगों और व्यापारियों में भी आक्रोश पनपा नजर आया। मुख्यालय पर महापंचायत तो गांवों में प्रदर्शन होते रहे। भाकियू की राजधानी सिसौली भी पूरी तरह से टिकैत परिवार के साथ खड़ी नजर आई और इस हमले को लेकर शनिवार को सिसौली के बाजार बंद हैं।


शनिवार को सुबह भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत कार्यकर्ताओं के साथ किसान भवन सिसौली में पहुंचे यहां पर उन्होंने स्वर्गीय महेन्द्र सिंह टिकैत की समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित करते हुए उनको नमन किया और फिर गांव में पैदल मार्च करते हुए वो कार्यकर्ताओं के साथ जीआईसी मैदान के लिए रवाना हुए। एक बड़ा काफिला उनके साथ चला। इसके साथ ही सिसौली का हर आम जन टिकैत परिवार के साथ खड़ा नजर आया। व्यापारियों और कस्बे के अन्य लोगों ने भाकियू प्रवक्ता को समर्थन दिया और पंचायत के लिए कूच में टिकैत के साथ रहे। कस्बे के व्यापारियों ने कहा कि टाउनहाल की जन आक्रोश यात्रा सबके लिए थी, तो फिर भी भाकियू प्रवक्ता का विरोध क्यों किया गया। यह सोची-समझी साजिश है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारी पूरी तरह भाकियू संगठन के साथ खड़े होंगे। व्यापारियों ने सिसौली का पूरा बाजार बंद रखा और रोष भी जताया।

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