MUZAFFARNAGAR--किसानों ने डीएम कार्यालय पर बांटा हलवा
किसान नेताओं ने कहा-10 जनवरी तक गन्ना मूल्य घोषित करे सरकार, आंदोलन को तेज करने पर विचार
मुजफ्फरनगर। गन्ना मूल्य घोषित कराने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का धरना आज छठे दिन में भी जारी रहा। यहां पर किसानों ने आज हलवे का प्रसाद तैयार कर उसका वितरण किया। इस बीच किसान नेताओं ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्याओं पर संवेदनशील होकर कदम उठाना होगा। सरकार 10 जनवरी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं करती तो फिर प्रदेशव्यापी आंदोलन करने की रणनीति बनाई जायेगी। वहीं जिला कचहरी के धरने को ताकत देने के लिए दूसरे जनपदों से किसानों के आने का दौर भी शुरू हो गया। यूनियन ने मंडल मुख्यालयों के पदाधिकारियों की ड्यूटी लगा दी है।
भाकियू अराजनैतिक के द्वारा गन्ना मूल्य घोषित करने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान करने, आवारा पशुओं से निजात, बिजली फ्री करने सहित अन्य मागों और समस्याओं का समाधान करने के लिए जिला कचहरी में बेमियादी आंदोलन चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को धरने के छठे दिन भी किसान शीतलहर और कड़ाके की सर्दी में भी धरने पर डटे नजर आये। यहां पर आज सवेरे किसानों ने हलवे का प्रसाद तैयार किया और उसको वितरित किया गया। यहां किसानों के साथ ही आम लोगों ने भी हलवे का प्रसाद ग्रहण किया। जिलाध्यक्ष अंकित चैधरी और मंडल अध्यक्ष नीरज पहलवान के नेतृत्व में किसानों ने धरने पर अपनी रणनीति को लेकर चर्चा की। जिलाध्यक्ष अंकित चैधरी ने किसानों के बीच बताया कि यूनियन के अध्यक्ष ठा. राजेश चैहान ने इस धरने को मजबूती प्रदान करने के लिए मंडल मुख्यालयों के पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने बताया कि मेरठ और सहारनपुर मंडल के साथ ही बिजनौर जनपद के किसानों के साथ पदाधिकारियों को अलग अलग दिन यहां पहुंचने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही रविवार को किसान मोर्चा सहारनपुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. रणवीर सिंह और जसवंत सिंह धरने पर पहुंचे और इस आंदोलन को समर्थन दिया। अंकित चैधरी ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने आंदोलन की रणनीति तय की है। 10 जनवरी तक किसान सरकार के रवैये के लिए इंतजार करेंगे और यदि गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया तो इस आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाया जायेगा। इसके लिए जनपद में भी किसानों के बीच मीटिंग की जा रही हैं।