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बकाया न चुकाने वाली मिल को गन्ना नहीं देंगे किसानः राकेश टिकैत

जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर यूनियन ने की तालाबंदी, तीसरे दिन भी जमे रहे किसान, भाकियू ने की बकाया भुगतान, गन्ना मूल्य और समस्याओं का समाधान कराने की मांग।

बकाया न चुकाने वाली मिल को गन्ना नहीं देंगे किसानः राकेश टिकैत
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मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना क्षेत्र के भैंसाना में स्थित हिन्दुस्थान गु्रप की शुगर मिल पर किसानों का दो अरब गन्ना मूल्य का भुगतान बकाया रहने और लगातार आंदोलन के बाजवूद भी भुगतान नहीं किये जाने तथा किसानों की अन्य समस्याओं को लेकर बुधवार को जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर भाकियू नेताओं के साथ यूनियन कार्यकर्ताओं ने तालाबंदी कर दी। आज तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा और किसानों को एकजुट करने के लिए भाकियू प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत धरने पर पहुंचे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो शुगर मिल किसानों के गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं करेगा, किसान इस सीजन में उस मिल को गन्ना आपूर्ति नहीं करेंगे। ऐसे किसानों के गन्ने की आपूर्ति जिला प्रशासन दूसरे शुगर मिलों को कराने का बंदोबस्त करे। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार से सीजन शुरू होने से पहले ही गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग भी की। कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होंगी किसानों का धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।

बता दें कि किसानों की विभिन्न समस्याओं और गन्ने का बकाया भुगतान जारी कराये जाने की मांग को लेकर भाकियू द्वारा जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर सोमवार से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। दिन रात किसान और यूनियन कार्यकर्ता जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय परिसर में ही डटे हुए हैं। यहीं पर खाना बनाया जा रहा है और देर रात तक सैकड़ों किसान यहां एकत्र रहे, जिन्होंने यहां पर भोजन किया और आज सवेरे चाय नाश्ता भी यहीं पर तैयार किया गया। बुधवार को धरने के तीसरे दिन यहां पर भारी संख्या में किसान जुटे। उनके बीच भाकियू प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत भी पहुंचे।


उन्होंने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि गन्ने का नया सीजन शुरू होने के लिए जा रहा है, लेकिन शुगर मिलें किसानों को गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं कर रही हैं। शामली में आंदोलनरत एक वृ( किसान की मौत हो जाने पर भी यह सरकार संवेदनशील नजर नहीं आती है। इस सरकार को किसानों और मजदूरों के हितों और समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने किसानों से एकजुटता का आह्नान करते हुए कहा कि आज हमें अपने अधिकार के लिए लंबे संघर्ष का संकल्प लेना है। एकजुट रहना है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि जो मिल किसानों का बकाया का भुगतान नहीं करेगी, उस मिल को किसान अब अपनी फसल नहीं देंगे। किसानों के द्वारा शुगर में गन्ना नहीं दिया जायेगा, ऐसे किसानों के लिए जिला प्रशासन डायवर्जन योजना लागू करते हुए दूसरी मिलों को उनके गन्ने की आपूर्ति की व्यवस्था करे।

उन्होंने कहा कि सरकार लागत देने की बात करती है, लेकिन अभी तक भी गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है। सीजन के शुरू होने से पहले गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग कभी की गयी है। उन्होंने कहा कि कुछ गांवों में गन्ना सेंटर को लेकर विवाद है। ऐसे में जिला प्रशासन ग्रामीणों की मांग के अनुसार गन्ना सेंटर बनाने का काम करे। जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होगी, किसान यहां से नहीं उठने वाला है। इस दौरान जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, नगराध्यक्ष गुलबहार राव, देव अहलावत सहित सैंकड़ों किसान और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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