UPDET-पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप की पत्नी का आकस्मिक निधन
शुक्रवार सवेरे दुखद समाचार से जिले में छाया शोक, शहर श्मशान घाट में हुआ अंतिम संस्कार, अंतिम यात्रा में उमड़ी लोगों की भारी भीड़, तीनों बेटे भाजपाई, तो पुत्रवधु मीनाक्षी स्वरूप हैं नगरपालिका अध्यक्ष, पालिका में शोक सभा के बाद अवकाश किया गया घोषित
मुजफ्फरनगर। पूर्व मंत्री स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप की धर्मपत्नी और वरिष्ठ भाजपा नेता गौरव स्वरूप की माताजी बीना स्वरूप का आज सुबह आकस्मिक निधन हो जाने से जनपदभर में शोक का वातावरण बन गया है। उनकी पुत्रवधु मीनाक्षी स्वरूप वर्तमान में नगरपालिका परिषद् की अध्यक्ष भी हैं। उनकी सास का निधन होने के कारण नगरपालिका में भी शोक सभा के बाद अवकाश घोषित कर दिया गया। शाम के समय शहर श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान अंतिम यात्रा में सभी खास और आम लोगों की भीड़ उमड़ी रही।
शुक्रवार सुबह पूर्व मंत्री स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप की पत्नी बीना स्वरूप के निधन की खबर मिलने पर भाजपा नेता और कार्यकर्ता सवेरे ही उनके आवास पर पहुंचने लगे थे। करीब 75 वर्षीया बीना स्वरूप अपने छोटे पुत्र सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी के साथ द्वारिकापुरी स्थित आवास पर रह रही थी। वो कुछ दिनों से बीमार थी और शुक्रवार को अपने आवास पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया गया कि सवेरे करीब चार बजे बाथरूम में जाने के दौरान उनका पैर फिसला और वो गिर गई। इससे उनके सिर में चोट आई। तत्काल ही परिजनों के द्वारा उपचार के लिए उनको भोपा रोड स्थित एक निजी हाॅस्पिटल में ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उनको मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उनके पार्थिव शरीर को घर वापस ले आये। परिवार में हुए इस आकस्मिक निधन से पूरा स्वरूप परिवार शोकाकुल है। नई मंडी पटेलनगर स्थित पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के आवास पर पहुंचे लोगों और पालिका सभासदों व अधिकारियों-कर्मचारियों ने शोक संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी के आवास पर भी सवेरे से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला बन गया था।
बता दें कि मुजफ्फरनगर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक और यूपी सरकार में मंत्री रहे चितरंजन स्वरूप का 20 अगस्त 2015 को दिल्ली के एक हाॅस्पिटल में उपचार के दौरान निधन हो गया था। चितरंजन स्वरूप और बीना स्वरूप के तीन पुत्र हैं, जिनमें वरिष्ठ भाजपा नेता गौरव स्वरूप, सौरभ स्वरूप उर्फ बंटी और विकास स्वरूप उर्फ बब्बल शामिल हैं। उनके पुत्र गौरव स्वरूप ने उनकी राजनीतिक विरासत को संभाला और उनके निधन के बाद 2016 और 2017 में हुए चुनाव में विधानसभा सदर से चुनाव मैदान में उतरे। छोटे पुत्र सौरभ स्वरूप भी मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट से 2022 में रालोद-सपा गठबध्ंान से चुनाव लड़ चुके हैं। इसके साथ ही 2023 में उनकी पुत्रवधु मीनाक्षी स्वरूप पत्नी गौरव गौरव ने नगरपालिका का चुनाव लड़ा और वो वर्तमान में पालिका अध्यक्ष हैं। तीनों बेटों के साथ पूरा स्वरूप परिवार इस जीत से पहले ही भाजपा में शामिल हो गया था। शाम चार बजे द्वारिकापुरी से दिवंगत बीना स्वरूप की अंतिम यात्रा प्रारम्भ हुई। इस दौरान राजनेताओं, उद्यमियों, व्यापारियों, शिक्षा विदों, समाजसेवियों के साथ ही आम जनमानस की भारी भीड़ उमड़ी रही। शहर श्मशान घाट काली नदी घाट पर उनका गमगीन वातावरण में अंतिम संस्कार किया गया। इसी श्मशान घाट पर 2015 में उनके पति पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप का भी अंतिम संस्कार किया गया था।
इस दौरान मुख्य रूप से राज्य सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, अनिल लोहिया, बार संघ अध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट, डा. पुरुषोत्तम, अंकित गर्ग, अमित गर्ग, भीम सेन कंसल, आकाश कुमार, शिवचरण अग्रवाल, सुरेन्द्र अग्रवाल, राजकुमार यादव, सचिन त्यागी, अभिषेक गुर्जर, प्रदीप शर्मा, सुधीर सैनी, सुनीता बालियान, सभासद विकल्प जैन, राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, हनी पाल, हकीम इरशाद अंसारी, शौकत अंसारी, रविकांत काका, प्रशांत कुमार, नौशाद खां, शाहिद आलम, राहुल पंवार, बिजेन्द्र पाल, ईओ पालिका प्रज्ञा सिंह सहित हजारों लोग मौजूद रहे। वहीं पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप की सास का आकस्मिक निधन होने से पालिका में भी शोक नजर आया। यहां ईओ प्रज्ञा सिंह की मौजूदगी में शोक सभा हुई। इसमें पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन धारण का शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद पालिका में शोक अवकाश घोषित कर दिया गया। बीना स्वरूप के निधन से स्वरूप परिवार भी शोकाकुल है। उनके पुत्र गौरव स्वरूप, मीनाक्षी स्वरूप, सौरभ स्वरूप अनिता स्वरूप, विकास स्वरूप, अनु स्वरूप और भतीजे शंकर स्वरूप बंसल, अजय स्वरूप, मनोज स्वरूप, अनुज स्वरूप और वैभव स्वरूप से मिलकर लोगों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। दैनिक नयन जागृति परिवार परिवार प्रार्थना करता है कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और परिजनों को यह गहरा दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।