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BIG DEAL-काऊ सेंचुरी में चिकित्सीय सेवा देगा इंडसइंड बैंक

मुजफ्फरनगर के तुगलकपुर कम्हेड़ा में बनाए गए प्रदेश के पहले गाय अभ्यारण्य में दो फरवरी से पशुओं को लाया जाएगा। दो साल तक चिकित्सक रहेंगे तैनात, चार साल में 20 करोड़ खर्च करेगा बैंक। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

BIG DEAL-काऊ सेंचुरी में चिकित्सीय सेवा देगा इंडसइंड बैंक
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मुजफ्फरनगर। केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से जनपद में तैयार की गई काऊ सेंचुरी में पशुओं की चिकित्सीय सुविधा और उपचार के लिए इंडसइंड बैंक ने करार किया है। इसके तहत बैंक अपने सीएसआर फंड से दो साल तक काऊ संचुरी में पशु चिकित्सकों के साथ साथ मेडिकल स्टाफ और दवाईयों का प्रबंध करेगा। आज केन्द्रीय मंत्री के आवास पर बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस करार की जानकारी मीडिया से साझा करते हुए बताया कि वो देश के दूसरे कई राज्यों में पशु कल्याण के क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये की मदद सीएसआर फंडिंग से करने जा रहे हैं।


एटूजेड कालोनी स्थित अपने आवास पर केन्द्रीय पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी विकास राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि इंडसइंड बैंक अपने सीएसआर फंडिंग के साथ हमें दो मामलों में मदद कर रहा है, इनमें हरित प्रदेश मिल काॅपरेटिव के साथ ही जनपद के गांव कम्हेडा में निर्मित कराई गई काऊ सेंचुरी भी शामिल है। हरित प्रदेश मिल काॅपरेटिव सात जिलों के किसानों और पशुपालकों को जोड़कर उनको सुविधा एवं सहायता उपलब्ध कराने के लिए बनाई गयी है। यह एक मिल काॅपरेटिव है। इसमें शामली, मुजफ्फरनगर, हापुड़, बिजनौर, मेरठ, सहारनपुर और बुलंदशहर जनपद शामिल हैं। इन जिलों में डोर स्टेप सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी, इसके लिए काॅल सेंटर मुजफ्फरनगर में स्थापित किया जायेगा। किसी पशुपालक का पशु बीमार है तो वो इस काॅल सेंटर पर सूचना देगा और सूचना के आधार पर बैंक द्वारा मिल काॅपरेटिव में तय किये गये चिकित्सक पशुपालक के घर जाकर पशुओं का उपचार करेंगे। यह सुविधा आधा से एक घंटे के भीतर उपलब्ध होगी।


उन्होंने बताया कि इसके साथ अब इंडसइंड बैंक के द्वारा कम्हेडा में बनी काऊ सेंचुरी को भी सीएसआर फंड से मदद करने के लिए आगे या है। बैंक ने इसके लिए करार किया है। इसमें बैंक काऊ सेंचुरी में आने वाले गौवंशीय पशुओं के रखरखाव के दौरान उनके उपचार के लिए चिकित्सीय सुविधा को विकसित करेगा। इसमें बैंक दो पशु चिकित्सक, दो पैरावेट, दो फार्मासिस्ट उपलब्ध करायेगा और दो साल तक काऊ सेंचुरी में बैंक पशुओं के उपचार के लिए दवाईयों को के लिए भी सहयोग करेगा। काऊ सेंचुरी में लैब की भी सुविधा प्रदान की जायेगी। इन दोनों मामलों में बैंक द्वारा चार साल में करीब 20 करोड़ रुपये का सीएसआर फंड खर्च करने की रूपरेखा बनाई गयी है। उन्होंने बताया कि इंडसइंड बैंक देश का ऐसा पहला बैंक है जो एनीमल हसबेंड्री में सीएसआर फंड से मदद कर रहा है। इससे दूसरे बैंक भी प्रोत्साहित होंगे।

इस अवसर पर इंडसइंड बैंक और भारत फाइनेंशियल सीएसआर के प्रतिनिधि डा. प्रेमनाथ सिंह ने बताया कि बैंक अपने सीएसआर फंड से उत्तर प्रदेश के साथ हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी एनीमल हसबेंड्री में काम कर रहा है। इसके लिए करीब 150 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। हरित प्रदेश मिल काॅपरेटिव के लिए हमने डोर स्टेप सर्विस में 20-25 पशु चिकित्सकों की टीम को लगाया है। काॅल सेंटर मुजफ्फरनगर बनाया है। अब काऊ सेंचुरी में काम करने के लिए करार किया गया है। प्रेस वार्ता के बाद केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बैंक के अफसरों और उद्यमियों के साथ कम्हेडा पहुंचकर काऊ सेंचुरी का स्थलीय निरीक्षण करते हुए वहां पर अंतिम कार्यों को परखा। इस दौरान भीम सैन कंसल, कुशपुरी, विपुल भटनागर के अलावा इंडसइंड बैंक के अधिकारी व अन्य लोग भी मौजूद रहे।

दो फरवरी से काऊ सेंचुरी जाएगी पशुओं की पहली खेप, सीएम योगी करेंगे उद्घाटन!

मुजफ्फरनगर। बेसहारा गौवंशीय पशुओं की देखरेख के लिए राष्ट्रीय पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जनपद में बनाई जा रही काऊ संेचुरी अब वर्किंग मोड पर आ रही है। केन्द्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने बताया कि दो फरवरी को इस काऊ सेंचुरी में जनपद से आवारा गौवंशीय पशुओं की पहली खेप भेजने की तैयारी है। करीब दस हजार पशुओं की क्षमता वाली इस काऊ सेंचुरी का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दूसरे बड़े नेता करने के लिए मुजफ्फरनगर आ सकते हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तो बात हो चुकी है, उन्होंने इसके लिए सहमति प्रदान कर दी है। जल्द ही इस काऊ सेंचुरी को शुरू किया जायेगा।

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