भाजपा के खिलाफ लट्ठ लेकर एक मंच पर आये जयंत-अखिलेश
शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी केसाथ यहां किसान महापंचायत में मंच साझा करते हुए भाजपा के खिलाफ भाईचारे और एकता का आह्नान किया।
मथुरा। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पीएम मोदी और उनकी सरकार के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के बाद रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी लगातार किसान महापंचायत कर रहे हैं, सपा ने भी किसान आंदोलन को समर्थन दिया है। कई पंचायतों में सपा के बड़े नेताओं ने शामिल होकर भाजपा के खिलाफ मुखर बयानबाजी की, लेकिन अखिलेश यादव अभी तक इन पंचायतों से दूर थे, लेकिन शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी केसाथ यहां किसान महापंचायत में मंच साझा करते हुए भाजपा के खिलाफ भाईचारे और एकता का आह्नान किया।
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 19, 2021
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मथुरा के बाजना स्थित मोरकी इंटर कॉलेज मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित किया। यह किसान महापंचायत सपा और रालोद की ओर से आयोजित की गई। मंच पर अखिलेश के साथ राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चैधरी भी रहे। किसान महापंचायत के मंच से दोनों नेताओं ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
किसानों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि किसान आंदोलन से कोई घबराया हो या नहीं, लेकिन भाजपा जरूर घबरा रही है। जिस तरह से आप लड़ाई लड़ रहे हैं, भाजपा को पता चल गया है कि अब किसान नहीं रुकने वाला है। उन्होंने कहा कि जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे, यह लड़ाई चलती रहेगी। अखिलेश ने कहा कि महापंचायत में मुझे लाठी भेंट की गई है। हम और जयंत यह जानते हैं कि लाठी कहां पर चलानी है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नोटबंदी की थी, उससे क्या कालाधन वापस आया। जीएसटी कानून लागू किया। इससे कौन सा कारोबार बढ़ गया? वैश्विक महामारी ने जनता ने उस पर भरोसा किया। लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाया, लेकिन भाजपा की सरकार ने अपनी आंखों और कान बंद कर रखे हैं। किसानों का दर्द सुनाई नहीं दे रहा। क्या किसानों की आय दोगुनी हुई है? इस सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं।
आज श्री @yadavakhilesh जी के साथ किसान का मंच साझा किया। बाजना, मथुरा में जनता ने राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन का धूमधाम से बिगुल बजाया!#BrajSeParivartan pic.twitter.com/I7NnCj27C7
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) March 19, 2021
योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भी कम नहीं हैं, कहने को तो वह योगी हैं, लेकिन योगी वही होता है, जो दूसरों का दुख अपना समझे। उन्हें लाल टोपी ही दिखाई देती है। अखिलेश ने कहा कि हमें नहीं पता कि लाल रंग देखकर कोई क्यों भड़क रहा है? अखिलेश ने कहा कि भाजपा साजिश रचने वाली पार्टी है। इसने हमें बांटकर सत्ता पाई है। अब किसान एकजुट होकर भाजपा का सत्ता से हटाएगा।
अखिलेश यादव से पहले रालोद उपाध्यक्ष जयंत चैधरी ने किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के लोग किसानों को अपमानित कर रहे हैं। यह सरकार घमंड में डूबी है। इस सरकार का घमंड हमें मिलकर तोड़ना होगा। मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह ऐशोआराम की जिंदगी काट रहे हैं। कहने को वह फकीर हैं। किसान महापंचायत के मंच से जयंत चैधरी ने भाईचारा जिंदाबाद का नारा दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह लड़ाई लम्बी लड़नी होगी। संघर्ष कठिन है, लेकिन याद रखों हम एक रहे तो सरकार को अपने किसान विरोधी फैसलों को बदलना होगा।
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— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) March 19, 2021
जयंत चौधरी ने भाजपा के जाट नेताओं को लेकर भी बडा बयान दिया। जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा दुष्प्रचार कर रही है कि किसानों का आंदोलन किसानों का नहीं बल्कि जाटों का आंदोलन है। अमित शाह ने सारे जाट नेताओं को बुलाया ओर उन्हें खूब लताडकर कहा कि तुमसे एक नेता नहीं संभाला जा रहा। जाओ तुम जाटो को ठीक कर लो ये किसान नहीं है। जयंत चौधरी ने कहा कि इससे उनके दिल को बहुत चोट लगी। उन्होने कहा कि किसान आंदोलन एक जाति का विषय नहीं है। किसान आंदोलन के बाद से यह पहला मौका है, जबकि अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने केन्द्र सरकार के खिलाफ मिलकर मंच साझा किया है।