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जयंत नौजवानों से बोले-अब घर लौटो..12 को चलो मथुरा...

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने लोकतंत्र बचाओ रैली में किसानों की ओर हाथ बढ़ाकर किया घर वापसी का आह्नान

जयंत नौजवानों से बोले-अब घर लौटो..12 को चलो मथुरा...
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मुजफ्फरनगर। योगी सरकार और भाजपा की नीतियों के खिलाफ रालोद उपाध्यक्ष की लोकतंत्र बचाओ रैली में उमड़ी किसानों की भारी भीड़ ने रालोद के साथ ही विपक्ष का भी उत्साह बढ़ाने का काम किया। जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि बहुत हो चुका, अब घर वापसी का समय आ चुका है। उनके इस आह्नान पर जनता ने समर्थन करते हुए जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही उन्होंने योगी सरकार और भाजपा की नीति के खिलाफ आंदोलन के इस काफिले को निरंतर जारी रखने के लिए 12 अक्टूबर को मथुरा में अगली महापंचायत करने का ऐलान भी मंच से किया।


जीआईसी के मैदान पर रैली को सम्बोधित करते हुए जयंत चौधरी ने अपने सम्बोधन में मुजफ्फरनगर को अपना घर बताते हुए कहा कि यहां के लोग मेरे अपने है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हाथरस में जो वीभत्स कांड हुआ, उसके पीड़ितों से मिलने हम जा रहा थे। योगी की सरकार में वहां निदंनीय बर्ताव विपक्ष के साथ किया गया। कांग्रेस के राहुल गांधी व प्रियंका गांधी गये, उनके साथ बदतमीजी हुई। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ पुलिस ने गंभीर अभद्रता की। सपा के लोग गये तो गुंडों की फौज तैयार कराकर उन पर पथराव कराया गया। मेरे साथ जो कुछ हुआ, वह आप सभी ने देखा है। उन्होंने कहा कि हम चौ. चरण सिंह के अनुयायी हैं। उन्होंने हमारा और आपका हाथ पकड़कर यही सिखाया है कि कभी भी किसी भी शोषित और कमजोर के साथ अन्याय पर खामोश मत रहना, उसके अधिकार के लिए लड़ाई लड़ना। आज हम उनके आदर्शों पर चल रहे है। हमने क्या गुनाह किया, हमारा विपक्ष में होना ही क्या हमारा गुनाह है। मैं पीड़ित परिवार के घर गया, वहां पता चला कि सरकार के लोग, सरकार के संरक्षण में पल रहे गुण्डे, दलाल इस परिवार पर तरह तरह का दबाव बना रहे हैं। इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। परिवार दहशत में है। सरकार सुरक्षा का नाटक कर रही है। उनके घर में झांककर देखो, योगी जी, बेहद गरीब परिवार है। उनके पास खाने-पाने को कुछ नहीं है। जो था वह छीन लिया गया। बिना परिवार के आधी रात में चिता को आग लगा दी गयी। क्या समाज इसको स्वीकार कर सकता है। जब कोई योगी जी को अपनी पीड़ा बताने जाता है, विकास की बात करना चाहता है तो कह दिया जाता है कि वह पूजा-पाठ कर रहे है। वह गोरखनाथ पीठ के मठाधीश है। जनता से मिलने से कतराते हैं।

2019 के आंकडों को रखते हुए उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं के प्रति सर्वाधिक अपराध यूपी में हुआ। 69 हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। 3065 रेप के मामले इनमें शामिल हैं। इससे मुंह नहीं छिपा पाओगे। इस पर भाजपा के लोग यह कहते हैं कि संस्कार सुधारो। उन्होंने माया त्यागी कांड याद दिलाते हुए कहा कि उसमें चौ. चरण सिंह ने लोगों की चेतना जगाने का काम किया था। वह भी हाथरस की पीड़िता जैसी ही पीड़ित लड़की थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि योगी जी को रेप से दिक्कत नहीं है, उसकी चर्चा से तकलीफ होती है। वह आंकड़े दबाने का काम करते हैं। रेप करने वाले से दिक्कत नहीं है, उनको साथ रखते हैं, उनको मंचों पर सुशोभित करते हैं।


आपने ये देखा भी है, जबकि एक विधायक फंसे तो उसको बचाने के लिए पूरी सरकार ही जुट गयी थी। क्या ऐसी ही सरकार की चाहत आपने की थी। किसानों के लिए चौ. चरण सिंह व अजित सिंह ने काम करके दिखाया। जितनी चीनी मिल हैं, इनके द्वारा लगायी गयी। छह साल मोदी जी के, साढ़े तीन साल योगी के पूरे हो गये हैं, एक चीनी मिल छोड़ो, एक कोल्हू भी लगाया हो तो बतायें। इन्होंने कहा था कि सत्ता में आयेंगे तो चीन का इलाज कर देंगे, पाकिस्तान को नक्शे से मिटा देंगे, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करेंगे। किसान की आयु दोगुनी करने का सपना दिखाया, क्यों आय बढ़ गई। उन्होंने कहा कि 29 सितम्बर 2019 को यूपी की चीनी मिलों पर 4 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया था। एक साल बाद 2020 में यह बकाया 8 हजार करोड़ से ज्यादा हो गया। अब आप ही बताओ आय दोगुनी हो रही है या आधी रह गयी है। कृषि कानून पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दावा करते हैं कि बिचौलिये खत्म कर दिये गये, लेकिन इन्होंने आढ़तियों को मंड़ी व्यापारियों को और किसानों को खत्म किया है। अब मंडी के व्यापारी और किसान अडानी व अंबानी की नौकरी करेंगे। एमएसपी का कोई लाभ देश में किसानों को नहीं मिलेगा। आत्मनिर्भर भारत अभियान का विशेष पैकेज लागू किया, कितने किसानों तक पहुंचा, जनता सब जानती है।

जयंत चौधरी ने किसानों को जागृत करते हुए कहा कि इन सरकारों की पोल खुल रही है। अब आपको भी जागना होगा, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जयंत चौधरी ने लोकसभा चुनाव 2019 की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस भीड़ में जो लोग आये हैं, हो सकता है कि उनमें से ज्यादातर लोग पिछले चुनाव में साथ ना रहे हो, मैं अपने भाईयों से हाथ बढ़ाकर कहता हूं कि अब बहुत हो चुका, अब अपने घर लौटो, यहां आपका सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि मेरा यह आह्नान वोट का मसला नहीं है, सम्मान की बात है, इसके लिए अपने भाई की पुकार को सुन लो। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यह राजनीतिक आंदोलन नहीं है, यह समाज का आक्रोश है। यह किसानों के सम्मान की आवाज है। उन्होंने युवाओं से कहा कि रालोद यह आंदोलन निरंतर जारी रखेगा। यह काफिला अब रुकने वाला नहीं है। उन्होंने मुजफ्फरनगर में हुई ऐसी की लोकतंत्र बचाओ पंचायत 12 अक्टूबर को मथुरा में करने का ऐलान करते हुए सभी को इसमें शामिल होने का निमंत्रण दिया। जयंत चौधरी ने अपने दादा चौ. चरण सिंह के संघर्ष को याद दिलाते हुए किसानों और अन्य लोगों को भावनात्मक रूप से भी झंझोड़ने का काम किया। उन्होंने मंच पर मौजूद जाट समाज के बुजुर्गों को चरण सिंह के कई किस्से बताते हुए उनको याद दिलाया कि किसानों के लिए रालोद ने क्या किया है। रालोद उपाध्यक्ष ने युवाओं को भी जोश भरते हुए कहा कि किसानों के सम्मान के लिए मैंने पुलिस की एक लाठी खाई, दो लाठी खाई, लेकिन हम डरने वाले नहीं और इस सम्मान को बचाने के लिए मैं आपके लिए सौ लाठी खाने को भी तैयार हूं।

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