undefined

मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और सुनील राठी पर कानूनी शिकंजा

उत्तर प्रदेश में माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार की सख्ती के कारण शिकंजा कस रहा है। पंजाब से भारी जद्दोजहद के बाद यूपी की बांदा जेल में लाये गये मुख्तार अंसारी को लेकर सरकार का रवैया बेहद सख्त है। अतीक अहमद और माफिया सुनील राठी पर भी कानूनी शिकंजा तंग कर दिया गया है।

मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और सुनील राठी पर कानूनी शिकंजा
X

गाजीपुर। उत्तर प्रदेश में माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार की सख्ती के कारण शिकंजा कस रहा है। पंजाब से भारी जद्दोजहद के बाद यूपी की बांदा जेल में लाये गये मुख्तार अंसारी को लेकर सरकार का रवैया बेहद सख्त है। एक मामले में मुख्तार को जमानत मिली तो सरकार ने आम्र्स एक्ट के एक मामले में मुख्तार के खिलाफ ताजा मुकदमा दर्ज कराया है। इसके साथ ही अतीक अहमद और माफिया मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के आरोपी सुनील राठी पर भी कानूनी शिकंजा तंग कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार माफिया मुख्तार अंसारी पर मोहम्मदाबाद कोतवाली में आर्म्स एक्ट के तहत लाइसेंस कैंसल होने के बावजूद असलहे जमा ना करने पर केस दर्ज किया गया है। दरअसल वर्ष 2017 में राइफल, वर्ष 1996 में मुख्तार की डीबीबीएल गन का लाइसेंस डीएम ने निरस्त किया था। लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी मुख्तार ने लाइसेंस और असलहे जमा नहीं कराए थे। अब इस मामले में गाजीपुर जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए मुख्तार अंसारी के खिलाफ नया केस दर्ज कराया है। इससे मुख्तार की मुश्किल बढ़ सकती है।

दूसरी ओर बाहुबली राजनेता अतीक अहमद पर भी कानूनी शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। प्रयागराज में अतीक अहमद के खिलाफ ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। 16 कंपनियों के जरिए करोड़ों के गलत लेन देन और आर्थिक स्रोतों की जांच ईडी द्वारा की जायेगी। यूपी पुलिस और सीबीआई के साथ ही अब ईडी भी अतीक अहमद से जुड़े मामलों की जांच में शामिल हो चुका है। माना जा रहा है इससे अतीक अहमद को आगे बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ईडी जल्द ही अतीक अहमद से इस मामले में पूछताछ करने की तैयारी में जुट गया है।

वहीं, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की निर्मम हत्या मामले में पुलिस ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को भी आपराधिक साजिश का आरोपी बनाया है। दरअसल पुलिस को शूटर राजेश तोमर ने रिमांड के दौरान अजीत सिंह हत्याकांड में सुनील राठी की भूमिका की जानकारी दी थी। पुलिस को इस पूछताछ में पता चला है कि फरारी के दौरान राजेश तोमर को एक लाख रुपये सुनील राठी ने ही भिजवाए थे। इस दौरान राजेश तोमर के लिए अलीगढ़ और नई दिल्ली में रुकने का इंतजाम भी सुनील राठी ने किया था। सुनील राठी पर पहले ही बागपत जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या करने का आरोप है।

Next Story