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MUZAFFARNAGAR-तितावी शुगर मिल के प्रबंधक ने 100 लोगों के खिलाफ कराई एफआईआर

सिक्योरिटी गार्ड की मौत के प्रकरण में शव रखकर प्रदर्शन के दौरान लगाया पथराव, गेट तोड़ने के प्रयास, मिल अधिकारियों व पुलिसकर्मियों से अभद्रता का आरोप

MUZAFFARNAGAR-तितावी शुगर मिल के प्रबंधक ने 100 लोगों के खिलाफ कराई एफआईआर
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मुजफ्फरनगर। आईपीएल गु्रप की शुगर मिल तितावी में पिछले दिनों सिक्योरिटी गार्ड की मौत के मामले में हुए धरना-प्रदर्शन को लेकर अब शुगर मिल के वरिष्ठ प्रबंधक ने गांव गोगवान जलालपुर के प्रदर्शनकारी 100 लोगों के खिलाफ आठ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मिल गेट को तोड़ने का प्रयास किया, पथराव किया और मिल के अधिकारियों तथा पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता भी की गई और शव रखकर धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने अज्ञात 100 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही प्रारम्भ कर दी है।


तितावी शुगर मिल पर सिक्योरिटी गार्ड के रूप में तैनात समय सिंह ने अपने घर पर पिछले दिनों फांसी लगामार आत्महत्या का प्रयास किया, उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने मिल के जीएम और अन्य अधिकारियों पर सिक्योरिटी गार्ड को प्रताड़ित करने के आरोप लगाते हुए आत्महत्या के लिए विवश करने पर कार्यवाही की मांग करते हुए शव रखकर प्रदर्शन किया था। इस प्रकरण में अब प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया है। इसके लिए इंडियन पोटाश लिमिटेड ग्रुप की यूनिट तितावी शुगर काॅम्पलैक्स के वरिष्ठ प्रबंधक मानव संसाधन एवं विधि शशांक श्रीवास्तव ने तितावी थाने में तहरीर देकर 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। शशांक ने पुलिस को बताया कि शुगर मिल तितावी में सुरक्षा कार्यों के लिए कर्मचारियों की तैनाती का ठेका कंपनी ने यश सिक्योरिटी मेरठ को दिया हुआ है। इसी एजेंसी के द्वारा समय सिंह पुत्र घनश्याम सिंह निवासी गांव गोगवान जलालपुर, थानाभवन जिला शामली को 16 जून 2023 को गनमैन के रूप में रखा गया था। बताया कि 07 मार्च 2024 से समय सिंह ने मिल में अपनी ड्यूटी पर आना बंद कर दिया था। इसे दो तीन दिन बाद पता चला कि समय सिंह ने अपने घर पर सुबह के समय घरेलू कारणों से बने तनाव के कारण आत्महत्या का प्रयास किया था, परिजनों द्वारा उसको मेरठ में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। वहां उपचार के दौरान समय सिंह की मौत हो जाने के बाद 21 मार्च को इनके गांव के करीब 100 राजनीतिक लोग सुबह 9.30 बजे मिल के मेन गेट पर आ गये और गेट को जानबूझकर बंद कर दिया तथा मिल परिसर में समय सिंह का शव रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया।

इसके बाद जीएम केन के कार्यालय में इन लोगों के साथ शांति वार्ता की गई। उसमें इन लोगों ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधक द्वारा समय सिंह को प्रताड़ित कर डिपरेशन में पहुंचाया था और उनकी बंदूक भी जब्त कर ली, ये सभी निराधार है। ऐसी कोई भी सूचना पूर्व में मिल अधिकारियों या सिक्योरिटी एजेंसी को नहीं दी गई थी। शशांक ने बताया कि उनको जानकारी मिली है कि समय सिंह को शराब पीने की बुरी लत थी। आरोप लगाया कि ये लोग शव लेकर एक सुनियोजित रणनीति के साथ मिल से अवैध रूप से पैसा वसूलने के लिए मिल प्रबंधक पर अनर्गल आरोप के सहारे दबाव बनाने आये थे। जबकि मिल प्रबंधक द्वारा समय सिंह की नौकरी के लिए जो देनदारी बनती थी, जिसमें ईडीएलआई, पीएफ और पेंशन आदि का भुगतान करने का आश्वासन परिजनों को दिया गया था। जिसके बाद सुखद माहौल में समझौता वार्ता समाप्त हुई। आरोप है कि इसके बावजूद मिल गेट पर तैनात थानाध्यक्ष से कुछ विवाद होने पर इन प्रदर्शनकारियों ने मिल का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की तथा वहां पर खड़े पुलिसकर्मियों को अपशब्द कहते हुए पथराव का प्रयास किया और जबरदस्ती गेट के ऊपर से चढ़कर कूद गये। गेट नम्बर दो बंद होने के कारण वहां भी लोगों ने खड़े होकर मिल प्रबंधक को अपशब्द कहकर अभद्रता की। उन्होंने कहा कि मिल की ओर से समय सिंह के परिजनों को केवल वार्ता में तय देनदारी का लाभ देने की कार्यवाही की जा रही है, कोई दूसरा आश्वासन नहीं दिया गया है। मिल के अन्दर घटना होने पर वर्कमैन कंपनसेशन पाॅलिसी के तहत ही मुआवजा दिया जाता है, समय सिंह की मौत घरेलू कारणों से हुई हैै। मिल अधिकारी की तहरीर पर तितावी पुलिस ने 100 लोगों के खिलाफ मिल परिसर में हिंसक प्रदर्शन करने, अवैध रूप से गेट बंद करने, आवाजाही को रोकने के मामले में आईपीसी की धारा 188, 332, 342, 352, 353, 427 और 504 के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

फोन कर मिल में पुलिस को बुलाते रहे अधिकारी, एसएचओ बोले-फुर्सत नहीं

मुजफ्फरनगर। तितावी मिल परिसर में सिक्योरिटी गार्ड की मौत को लेकर हिंसक प्रदर्शन होने की सूचना मिलने के बावजूद भी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई, खुद मिल के वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा थाने में दी गई तहरीर से यह स्पष्ट होता है। वरिष्ठ प्रबंधक शशांक श्रीवास्तव द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि जब सिक्योरिटी गार्ड समय सिंह का शव लेकर ग्रामीण मिल परिसर में प्रदर्शन के लिए घुसे तो इसकी सूचना मिल की ओर से तत्काल ही थानाध्यक्ष तितावी को दे दी गई थी, लेकिन उन्होंने सूचना के बाद भी तत्काल आने से ये कहते हुए इंकार कर दिया कि अभी वो नाॅमिनेशन के कार्य में व्यस्त हैं, मिल के अधिकारी बाहर बैठे लोगों को वार्ता के लिए बुला लें। पुलिस का कहना है कि सूचना के बाद ही मिल पर फोर्स भेज दी गई थी।

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