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Muzaffarnagar--अब आलू मंडी चौराहे को लेकर उबाल

ट्रैफिक पुलिस द्वारा चौराहा बंद करने के खिलाफ व्यापारियों ने किया हंगामा, बेरिकेडिंग हटाकर लगाया जाम, यातायात पुलिसकर्मियों के साथ हुई तीखी झड़प, नारेबाजी के बाद मौके पर पहुंचे ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने संभाला मामला, हटाई गई बेरिकेडिंग केा किया बंद पैदल आवागमन के लिए दिया रास्ता, एक सप्ताह का मांगा गया समय।

Muzaffarnagar--अब आलू मंडी चौराहे को लेकर उबाल
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मुजफ्फरनगर। राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के आवास पर व्यापारियों के धरने के बाद नावल्टी चौराहे की समस्या को फिलहाल सात दिनों के लिए विराम मिल जाने और चौराहा खुलने के बाद जिस बात की आशंका व्यक्त की जा रही थी, वैसा ही नजारा आज देखने को मिला। नावल्टी चौराहा मंत्री के हस्तक्षेप के बाद खुलने की खबर अखबारों में पढ़ने के बाद अपने प्रतिष्ठानों पर पहुंचे दाल मंडी और आलू मंडी के व्यापारियों ने आज दिन निकलते ही एकजुट होकर यातायात पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और आलू मंडी चौराहे पर एकत्र हुए व्यापारियों ने वहां पर चौराहा बंद करने के लिए की गई बेरिकेडिंग को हटाकर आवागमन खोल दिया। इस दौरान यहां पर यातायात व्यवस्था के लिए तैनात पुलिसकर्मियों ने उनको रोका तो तीखी झड़प हुई और गुस्साये व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मेरठ रोड पर जाम लगा दिया। इससे मेरठ और रुड़की रोड पर जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग जाने से पुलिस में हड़कम्प मच गया। मौके पर पहुंचे ट्रैफिक इंस्पेक्टर और कोतवाली पुलिस ने व्यापारियों को समझाया और एक सप्ताह का समय मांगते हुए बेरिकेडिंग बादस्तूर लगाकर केवल पैदल आवागमन के लिए रास्ता खोल दिया। वहीं एसपी ट्रैफिक ने व्यापारियों के रोजमर्रा हंगामे को लेकर कहा कि कुछ लोगों के कारण शहर को जाम की समस्या में नहीं धकेला जा सकता है।


शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन के द्वारा अपनाई गई चौराहा बंद योजना अब अफसरों के लिए आत्मघाती साबित होने लगी है। पुलिस प्रशासन के साथ ही नेताओं के प्रति भी व्यापारियों का गुस्सा लगातार सड़कों पर प्रदर्शन के रूप में देखने को मिल रहा है। कई वर्षों से शहर के मुख्य नावल्टी चौराहे पर पड़ा बंदिशों का रस्सा आखिरकार व्यापारियों के लगातार आंदोलन और नगर विधायक एवं राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के घेराव के बाद सात दिन की मोहलत के लिए खोला गया तो दूसरे बंद चौराहों के कारण अपने व्यापार का नुकसान उठाने और आवागमन के लिए परेशानी झेलने को बेबस व्यापारियों ने भी यातायात पुलिस और पुलिस के खिलाफ गुरूवार को सवेरे मोर्चा खोल दिया।


नावल्टी चौराहे को बंद किये जाने के साथ ही एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह के निर्देश पर आलू मंडी और दाल मंडी की ओर जाने वाले चौराहे पर भी बेरिकेडिंग करते हुए कट को बंद कर दिया गया था। इसको लेकर यहां के व्यापारियों ने आवाज भी उठाई लेकिन कोई मजबूत सहारा नहीं मिलने के कारण उनकी आवाज अफसरों की चौखट पर दम तोड़ती रही। अब जबकि राज्यमंत्री कपिल देव के हस्तक्षेप के बाद राजनीति और हंगामा का प्रमुख कारण बने नावल्टी चौराहे से बंदिशों को हटाते हुए रास्ता खोल दिया गया है, तो गुरूवार को आलू मंडी और दाल मंडी के बेबस व्यापारियों में भी जोश नजर आया। सवेरे एकजुट होकर यहां के व्यापारियों ने चौराहे पर पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इनमें से कुछ व्यापारियों ने चौराहा बंद करने के लिए लगाई गई बेरिकेडिंग को भी हटाना शुरू कर दिया तो यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनको रोका, इसको लेकर तीखी झड़प होने लगी।


व्यापारियों ने आक्रोशित होकर नारेबाजी करते हुए चौराहे पर सड़क के बीच आकर जाम लगा दिया, जिस कारण मेरठ और रुडकी रोड की यातायात व्यवस्था ठप हो गई। वाहनों की कतारें लगने और व्यापारियों के हंगामे की सूचना पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर मीरपाल तेवतिया तथा कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। व्यापारियों ने चौराहा बंद करने के लिए अपना विरोध दर्ज कराया और खोलने की मांग की। इसके साथ ही व्यापारी एसपी ट्रैफिक को भी मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। टीआई ने व्यापारियों को समझाकर जाम खुलवाया और बेरिकेडिंग वापस लगवाकर पैदल आवागमन के लिए रास्ता खोल दिया है। इसके साथ ही व्यापारियों ने एसपी ट्रैफिक के नाम एक प्रार्थना पत्र दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि चौराहा बंद करने के कारण आलू मंडी और दाल मंडी में ग्राहक सुगमता के साथ नहीं पहुंच पा रहे हैं, इससे व्यापार का नुकसान हो रहा है। दो साल से यही व्यवस्था बनी है। कई बार मांग के बाद भी चौराहा नहीं खोला गया है। व्यापारियों हानि के कारण रोष बना हुआ है, जिस कारण बेरिकेडिंग हटवाई जाये। प्रदर्शन में मुख्य रूप से शिशुकांत गर्ग, वैभव मित्तल, विपिन कुमार, नाचिकांत, हितेश कुमार गर्ग, सतेन्द्र कुमार, संजीव कुमार तायल, संजय पाल, मनोज आहुजा, गौरव कुमार, अनुज जैन, अनिल गर्ग, नरेन्द्र गर्ग, विनोद कुमार आदि व्यापारी शामिल रहे।

मंत्री कपिल देव के दरबार में जायेगा आलू मंडी प्रकरण

व्यापारी नेता शिशुकांत गर्ग ने बताया कि करीब दो साल से हनुमान मंदिर से आलू मंडी जाने के रास्ते पर कट को बेरिकेडिंग कर बंद किया गया है। इससे लगातार व्यापार का नुकसान हो रहा है और व्यापारी चौराहा खोलने के लिए समय समय पर मांग करते रहे हैं, लेकिन इसको आश्वासन के बाद भी नहीं खोला गया है। उन्होंने बताया कि व्यापारी चाहते हैं कि भीड़ के समय इसे बंद रखा जाये और कुछ समय खोल दिया जाये, ताकि उनको भी लाभ मिल सके। इस समस्या को लेकर एसपी ट्रेफिक के नाम प्रार्थना पत्र दिया गया है, साथ ही राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल से सभी फोन पर बात की है। उनके द्वारा बाहर होने की बात बताई गयी और रात में मिलने का समय दिया गया है। चौराहा नहीं खोला गया तो व्यापारी आंदोलन करने को बाध्यत होंगे, क्योंकि अब धैर्य का बांध टूट रहा है।

एक पक्षीय बात करना ठीक नहीं, जनहित में चौराहे किये हैं बंदः एसपी ट्रैफिक

मुजफ्फरनगर शहर में नावल्टी के साथ ही कई चौराहों को बंद करने को लेकर रोजमर्रा के हंगामे को लेकर एसपी ट्रैफिक काफी व्यथित हैं। उनका कहना है कि शहर कंजेस्टिड होता जा रहा है, ऐसे में यातायात को सुचारू बनाने के लिए कुछ सख्त कदम उठाने ही पड़ेंगे। किसी भी बदलाव का किसी को नुकसान और किसी को लाभ होता है, ऐसे में ज्यादा लाभ वाले पक्ष पर ध्यान देना चाहिए और इसी फार्मूले को अपनाकर हमने चौराहे बंद करने का निर्णय लिया है। आम जनता को इसका लाभ भी हुआ और यातायात व्यवस्था सुचारू हो सकी है।

उन्होंने प्रदर्शन और जाम को लेकर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि हम शहर की यातायात व्यवस्था को देखें या इस तरह के मामलों को निपटाने में व्यस्त रहें। नावल्टी चौक फिलहाल खोल दिया गया है, लेकिन वहां के व्यापारियों के दूसरे पक्ष की समस्या को लेकर कोई बात नहीं कर रहा है, जो चौराहा खुलने से पीड़ित हैं और व्यवस्था के साथ खड़े हैं। एक पक्षीय बात सुनी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज भी उनको आलू मंडी पर जाम और हंगामे की सूचना मिली, वो नहीं जा पाये, लेकिन व्यापारियों को संदेश भिजवाया है कि वो अपनी बात अधिकारियों तक पहंुचाने का काम करें। जो दिशा निर्देश होंगे उनका पालन किया जायेगा। मौके पर जो बेरिकेडिंग व्यापारियों द्वारा हटाई गई तो उसको पुनः लगवा दिया गया है। व्यापारी व्यवस्था को अपने हाथों में लेने का प्रयास कर रहे हैं, जो गलत हैं। उनको उग्र रवैया अख्तियार नहीं करना चाहिए। शहर आपका ही है, सहयोग करें तो यातायात व्यवस्था सुचारू बन पायेगी। यह सभी के हित में उठाया गया कदम है, कुछ लोगों को नुकसान हो सकता है, लेकिन ज्यादा संख्या में लोगों को लाभ मिल रहा है।

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