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100 करोड़ का घोटाला खोलने वाले रिंकू सिंह राही की जिले में वापसी

26 मार्च 2009 को वह एक सहकर्मी के साथ सुबह सात बजे बैडमिंटन खेल रहे थे। उन पर दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।

100 करोड़ का घोटाला खोलने वाले रिंकू सिंह राही की जिले में वापसी
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मुजफ्फरनगर। अधिकारी रिंकू सिंह राही की जनपद में जाइंट मैजिस्ट्रेट के तौर पर पोस्टिंग हुई है। मुजफ्फरनगर में 2009 में तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी रिंकू सिंह राही ने शिक्षा माफिया का 100 करोड़ का घोटाला खोला था। लेकिन इसकी उन्हें बड़ी भारी कीमत चुकानी पड़ी। उन पर जानलेवा हमला हुआ। लगभग अपंग हो गए। इसके बाद भी विरोध जारी रखा तो उन्हें पागलखाने तक जाना पड़ा।

व्यवस्था से लड़ने के लिए उन्होंने आई आईएएस बनने की ठानी और 2022 में सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी हासिल की। अपने ऊपर हुए हमले के 15 वर्ष बाद पांच अप्रैल को जाइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर रिंकू सिंह राही डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग के लिए मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे। 2004 बैच के पीएसीएस रिंकू सिंह राही पर 2009 में जानलेवा हमला किया गया। एक जानलेवा हमले में उन्हें सात गोलियां मारी गईं। एक गोली उनके चेहरे पर लगी, उनकी एक आंख की रोशनी जाती रही। जिंदगी और मौत से जूझकर जब वह वापस स्वस्थ होकर लौटे तो माफिया के खिलाफ जंग फिर से शुरू की।

उन्होंने कुछ सूचनाएं आरटीआई के जरिए मांगी जब नहीं मिलीं तो लखनऊ आकर निदेशालय के बाहर अनशन शुरू किया। अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह राही ने यूपीएससी 2004 की परीक्षा पास की थी। उन्होंने साल 2008 में मुजफ्फरनगर में जिला समाज कल्याण अधिकारी के पद पर जाइन किया था। शुरुआत में रिंकू सिंह राही को वित्तीय अधिकार नहीं दिए गए थे। जिला समाज कल्याण अधिकारी रहते हुए रिंकू सिंह राही को जब ट्रेनिंग के लिए ट्रेजरी भेजा गया तो उन्होंने वहां स्कालरशिप और फीस प्रतिपूर्ति के नाम पर विभाग में किए जा रहे करोड़ों रुपए के घोटाले का पता किया। करीब 100 करोड़ गबन के सबूत जुटाए। जांच के दौरान उन्होंने करीब 100 करोड़ के गबन के सुबूत जमा किए। कई बैंकों में जिला समाज कल्याण अधिकारी के पदनाम से खोले गए फर्जी खाते पकड़े। इनमें शासन से आने वाले करोड़ों रुपए की स्कालरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति के चेक जमा कर भुनाए जा रहे थे। रिंकू सिंह राही जिला समाज कल्याण अधिकारी रहते पुराने प्लानिंग दफ्तर की सरकारी आवासीय कालोनी में रह रहे थे। 26 मार्च 2009 को वह एक सहकर्मी के साथ सुबह सात बजे बैडमिंटन खेल रहे थे। उन पर दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। रिंकू राही को सात गोलियां लगीं और उनका जबड़ा भी बाहर आ गया। उन्हें हायर सेंटर मेरठ ले जाया गया।

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