FIR-प्रधानों से पंगा लेने वाले आरटीआई कार्यकर्ता पर भी मुकदमा
कसियारा गांव के प्रधान दीपक कुमार ने चरथावल थाने में दर्ज कराया केस, धमकी देने, ब्लैकमेल कर पैसा मांगने के लगाये आरोप
मुजफ्फरनगर। सदर और चरथावल ब्लॉक के गांवों में हुए विकास कार्यों में अनियमितता और धांधली की शिकायत में कथित तौर पर प्रधानों को धमकाने और उनके खिलाफ आरटीआई डालने के आरोपी युवक द्वारा दस प्रधानों पर मुकदमा दर्ज कराया तो इसके बाद प्रधानों ने भी आरोपी युवक के खिलाफ मारपीट, धमकी देने और ब्लैकमेल कर अवैध रूप से धन मांगने के आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया दिया है। पुलिस ने दोनों की शिकायतों पर एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है। दोनों ही मुकदमों में वादी अनुसूचित जाति वर्ग से ताल्लुक रखते हैं।
शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव निरमाना-निरमानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता भूपेन्द्र आर्य एडवोकेट द्वारा सदर और चरथावल विकास खंड के साथ ही अन्य ग्रामों के प्रधानों के खिलाफ शिकायत की गई है। इसके साथ ही उन्होंने आरटीआई के तहत ग्रामों में हुए विकास कार्यों के लिए सूचना भी मांग रखी है। इसी को लेकर प्रधानों और भूपेन्द्र आर्य के बीच तनातनी कई दिनों से चल रही है। गत दिवस मंगलवार को भूपेन्द्र को मनाने के लिए सजातीय प्रधानों को जिम्मेदारी दी गयी और अखिल भारतीय ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप कुमार तथा जिलाध्यक्ष अशोक राठी के नेतृत्व में चरथावल विकास खंड परिसर में समझौता वार्ता भी बुलाई गई थी। इसमें आरटीआई कार्यकर्ता भूपेन्द्र आर्य को भी बुलाया गया था। यहां पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी के बाद हाथापाई हो गई थी।
इसी की शिकायत करते हुए भूपेन्द्र आर्य ने प्रधान संगठन के जिला प्रभारी अशोक पुंडीर, शिवाजी सेना के अध्यक्ष सहित दस ग्राम प्रधानों के खिलाफ तहरीर देते हुए गंभीर धाराओं में थाना चरथावल में मुकदमा पंजीकृत करा दिया था। इससे प्रधानों में रोष उत्पन्न हुआ और प्रधानों ने एसएसपी, सीओ तथा अन्य आला अधिकारियों से बात कर नाराजगी जताई। बाद में कसियार गांव के अनुसूचित जाति वर्ग के ग्राम प्रधान दीपक कुमार की ओर से भूपेन्द्र आर्य के खिलाफ थाना चरथावल में ही तहरीर दी गई। आरोप लगाया गया कि शिकायत करने के बाद भूपेन्द्र ग्राम प्रधानों से अवैध रूप से वसूली का दबाव बनाता है। ब्लॉक पर हुई मीटिंग के दौरान भूपेन्द्र ने ग्राम प्रधानों पर हमला किया, मारपीट करते हुए धमकी दी और ब्लैकमेल किया जाता है। प्रधान दीपक की तहरीर पर पुलिस ने भूपेन्द्र के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रधान दीपक का कहना है कि ब्लॉक पर हुई मीटिंग में बिरादरी के प्रधानों ने भूपेन्द्र को बहुत समझाया, वह पूरे जिले के प्रधानों की ही आरटीआई ही डाल रहा है। अपने गांव में हो रहे कार्यों में शिकायत करे तो ठीक है, लेकिन पूरे जिले के प्रधानों को ही बेईमान साबित करने का काम कर रहा है। इन फर्जी शिकायतों से प्रधानों की सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल होती है। आरोप लगाया कि उसने पूर्व में लकडसंघा के प्रधान से भी अवैध धन वसूली की है। लुहारी के प्रधान पर भी दबाव बनाकर पैसों की डिमांड की थी। मंगलवार को चरथावल ब्लॉक परिसर में ही मीटिंग की थी समझौता करने का प्रयास किया था, लेकिन आरटीआई कार्यकर्ता नहीं माना और मारपीट करने और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का काम किया। हमने उसके खिलाफ तहरीर दी। पुलिस कार्यवाही करे। एसएचओ इंस्पेक्टर जसवीर सिंह ने बताया कि प्रधान दीपक की शिकायत पर आरटीआई कार्यकर्ता भूपेन्द्र आर्य एडवोकेट के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है।
पुलिस कार्यालय पर रालोद नेताओं ने किया समझौते का प्रयास
मुजफ्फरनगर। दस ग्राम प्रधानों के खिलाफ शिकायत करते हुए चरथावल थाने में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने वाला आरटीआई कार्यकर्ता भूपेन्द्र आर्य अधिवक्ता भी है और कचहरी में प्रेक्टिस करता है। भूपेन्द्र भीम आर्मी का भी सक्रिय सदस्य बताया गया है। बुधवार को जब रालोद नेता अजीत राठी और संजय राठी के साथ कार्यकर्ताओं ने एसएसपी के खिलाफ धरना शुरू किया तो वो दूसरे अधिवक्ताओं के साथ वो भी संजय राठी एडवोकेट के समर्थन में वहां पर पहुंचा था। यहां पर संजय राठी के साथ दूदाहेडी के ग्राम प्रधान और अखिल भारतीय ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक राठी भी आये हुए थे। इस बीच रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक, अजीत राठी, संजय राठी और हरेन्द्र शर्मा आदि रालोद नेताओं ने भूपेन्द्र और अशोक प्रधान का आमना-सामना कराते हुए शिकायत वापस लेकर समझौता करने के लिए मान मनौवल किया, आरोप है कि भूपेन्द्र ने यहां पर भी किसी समझौते से इंकार कर दिया।