MUZAFFARNAGAR PALIKA-कंपनी के खिलाफ सफाई कर्मियों का घेराव प्रदर्शन
घरों से कूड़ा उठा रहे वाल्मीकि समाज के लोगों ने कंपनी के साथ काम करने से किया इंकार, ईओ के समक्ष हुआ जमकर हंगामा
मुजफ्फरनगर। शहर में नगरपालिका के साथ अनुबंध के आधार पर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य में लगी कंपनी के विरोध में बुधवार को एक बार फिर से शहर के वार्डों में घरों से कूड़ा उठा रहे वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए टाउनहाल पहुंचकर ईओ का घेराव किया। इस दौरान कंपनी के लोगों के साथ वार्ता में इन कर्मियों ने कंपनी के साथ काम करने से साफ इंकार करते हुए कहा कि उनके क्षेत्रों में कंपनी की गाड़ियों को न भेजा जाये। घंटों हंगामा चलने के बाद भी कोई निस्तारण नहीं निकलने पर ईओ वार्ता बीच में ही छोड़कर चली गई।
बुधवार को भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के नेता सन्नी सिलेलान के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज के सैंकड़ो महिला और पुरुष नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टाउनहाल पहुंचे और ईओ कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान ईओ प्रज्ञा सिंह अपने कार्यालय में कंपनी के एमडी कमलजीत और जोन इंचार्ज पुष्पराज के साथ शहर की सफाई व्यवस्था में बनी समस्याओं को लेकर वार्ता कर रही थी। वाल्मीकि समाज के लोगों को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वो नारेबाजी करते हुए सीधे ईओ के कमरे में जा घुसे और हंगामा शुरू कर दिया। सन्नी सिलेलान ने आरोप लगाया कि वाल्मीकि समाज के लोगों से उनका रोजगार छीना जा रहा है। घर घर कूड़ा उठाकर जो लोग 15-20 हजार रुपये महीने कमा रहे हैं, उनको कंपनी दस हजार रुपये वेतन पर रखने का आॅफर दे रही है, जो उनको स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में 104 कर्मचारी लगे हुए हैं, जिनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में उन्होंने ईओ से मांग करते हुए कहा कि इन कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में कंपनी का हस्तक्षेप बंद हो और कंपनी की गाड़ियों को वहां न भेजा जाये।
कंपनी के एमडी कमलजीत ने बताया कि उनको कंपनी नौकरी देने को तैयार है और इसके लिए वेतन से अलग कंपनी प्रोफिट में से भी एक हजार रुपये प्रतिमाह देगी। उन्होंने ईओ के समक्ष बताया कि एक कर्मचारी को वेतन और लाभ के रूप में करीब 13,845 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे, लेकिन इस पर भी कर्मचारी कार्य करने को तैयार नहीं है। ईओ ने बताया कि कर्मचारियों को कंपनी के साथ एडजस्ट कराने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप और वो कंपनी के साथ समन्वय स्थापित कर वाल्मीकि समाज के लोगों की समस्या का समाधान कराने के प्रयासों में जुटे हैं, इसमें काफी हद तक सफलता मिली है ओर अधिकांश वार्डों में प्राइवेट कर्मचारियों ने कंपनी के साथ काम करना भी शुरू कर दिया है, लेकिन कुछ लोग समाधान में अडंगा लगाकर कंपनी को फेल कराने की साजिश कर रहे हैं। आज जो लोग आये थे, उनसे हमने 104 कर्मियों की सूची मांगी है, लेकिन वो देने को तैयार नहीं है। कंपनी के एमडी को स्पष्ट निर्देश दे दिये गये हैं कि वो पालिका से हुए अनुबंध के इतर कोई भी समझौता नहीं करेंगे। ईओ ने बताया कि घंटों हंगामा होने पर भी वाल्मीकि समाज के लोग वार्ता के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं दिखा रहे थे, तो वो विकास भवन में तय मीटिंग के लिए कार्यालय से निकल गई थी। इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में सन्नी सिलेलान, मनोज कुमार, अर्जुन शील, गुडिया, सोमवीरी, शक्ति सिंह, मोनू, सोहनपाल सहित सैंकड़ों वाल्मीकि समाज के लोग मौजूद रहे।