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भाजपा सांसद अनिल अग्रवाल के गनर की संदिग्ध मौत

भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद गाजियाबाद जिले के प्रमुख शिक्षाविद डॉ अनिल अग्रवाल के गनर गौरव कुमार का शव उनके आवास पर मिलने से सनसनी फैल गई है

भाजपा सांसद अनिल अग्रवाल के गनर की संदिग्ध मौत
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गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ अनिल अग्रवाल के सुरक्षाकर्मी यूपी पुलिस के सिपाही की सांसद आवास पर ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस शुरुआती जांच में इस मामले को आत्महत्या बता रही है, लेकिन सिपाही के परिजनों ने किसी भी प्रकार के तनाव और विवाद के साथ ही गौरव के डिप्रेशन में रहने से इंकार किया है। पुलिस में मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ा दी है। सिपाही गौरव का गोली लगा शव सांसद अनिल अग्रवाल के आवास पर बने कमरे से बरामद हुआ है। सिपाही के पास ही उसकी सरकारी कार्बाइन पड़ी मिली है। माना जा रहा है कि सिपाही ने अपनी सरकारी कार्बाइन से ही खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।

शिक्षा के जगत में बड़ी पहचान रखने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल के कवि नगर स्थित आवाज पर सिपाही की मौत हो जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। डॉ अनिल अग्रवाल गाजियाबाद के एच आर आई टी कॉलेज के मालिक हैं। उन्होंने डीपीएस स्कूल की ब्रांच भी ले रखी है डॉ अनिल अग्रवाल के पिता एक शिक्षक थे। वह मूल रूप से हरिद्वार के निवासी हैं, लेकिन परिवार के साथ करीब 25 30 साल से गाजियाबाद में रह रहे हैं। मार्च 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने डॉ अनिल अग्रवाल को राज्यसभा सदस्य के चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को पराजित किया था। इससे पहले वह एमएलसी स्नातक पीठ पर भी भाजपा के समर्थन से चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन इस चुनाव में वह सफल नहीं हो पाए थे। डॉ अनिल अग्रवाल अब उनके सुरक्षाकर्मी सिपाही गौरव कुमार की संदिग्ध मौत को लेकर चर्चाओं में आए हैं।

मूल रूप से बागपत के सरूरपुर गाँव में रहने वाले सिपाही गौरव कुमार साल 2011 में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था। गौरव पिछले 7 महीनों से गनर के रूप में भाजपा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल के साथ थे। वे सांसद के कविनगर स्थित आवास में ड्राइवर संजय के साथ रहते थे। संजय सांसद के निजी ड्राइवर हैं। संजय ने पुलिस को बताया कि रविवार रात करीब आठ बजे वह कमरे से बाहर निकलकर टहल रहे थे। इस दौरान गौरव फोन पर बात कर रहे थे। संजय का कहना है कि गौरव की परिवार से बातचीत हो रही थी। संजय के कमरे से बाहर निकलने के पाच मिनट बाद ही अचानक गोली चलने की आवाज आई। संजय कमरे में पहुंचे तो गौरव लहूलुहान हालत में पड़े थे और पास ही उनकी सरकारी कार्बाइन पड़ी थी। संजय ने पुलिस को सूचना दी और आवास पर तैनात अन्य स्टाफ की मदद से उन्हें यशोदा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया।

सीओ द्वितीय अवनीश कुमार का कहना है कि शुरुआती जाँच में आत्महत्या की बात सामने आ रही है। गोली गौरव की ठोढ़ी में लगी है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सूचना के बाद परिवार के लोग मौके पर आ गए थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। इस मामलेे में पुलिस ने परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की, ताकि गौरव की मनोदशा को समझा जा सके। परिवार के सदस्यों ने किसी भी प्रकार की कोई विवाद या कलह होने से इंकार कर दिया है। भाजपा सांसद अनिल कुमार के अन्य स्टाफ और सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों से भी पुलिस पिछले कुछ दिनों में गौरव के व्यवहार के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है।

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