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MUZAFFARNAGAR---चार विभागों की टीमों का डेरियों पर छापा

तीन मौहल्लों में 25 डेरियों पर किया अधिकारियेां ने निरीक्षण, घर में बड़ी संख्या में पशु और नालियों में मिला गोबर, पालिका ने की नोटिस देने की तैयारी, जुर्माना लगाने के साथ ही डेयरी मालिकों पर दर्ज कराई जायेगी एफआईआर।

MUZAFFARNAGAR---चार विभागों की टीमों का डेरियों पर छापा
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मुजफ्फरनगर। नगर की घनी बस्तियों में पशु डेयरी का संचालन करते हुए प्रदूषण और गन्दगी फैलाये जाने के मामले में केन्द्रीय राज्यमंत्री और स्थानीय सांसद के मैदान में उतरने के बाद भारी हलचल है और डेयरी संचालकों में भय नजर आ रहा है। सोमवार को मंत्री ने शहर के मौहल्ला साकेत में आबादी के बीच चल रही पशु डेयरियों पर छापा मारा था और कार्यवाही कराई थी। इसके बाद मंगलवार को भी डेयरियों के खिलाफ अभियान चला। चार विभागों के अधिकारियों ने शहर के तीन मौहल्लों में चल रही करीब 25 पशु डेयरियों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कई डेयरी संचालक ताला लगाकर भाग गये। कुछ को फोन कर बुलाया गया और जांच पड़ताल की गई। घरों में बड़ी संख्या में पशुओं की डेयरी चलती मिली और नालियों में गोबर का जमावड़ा नजर आया। विभागीय अधिकारियों ने बिन्दूवार जांच की और रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपने की तैयारी की है। वहीं पालिका ने खामियों के आधार पर जुर्माना लगाने और नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है। इसके बाद पशु क्रूरता और अन्य मामलों में डेयरी संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराये जाने की तैयारी भी की जा रही है।


नगर पालिका क्षेत्र में घनी आबादी के बीच पशु डेयरियों का संचालन करने और गोबर पानी के सहारे नालियों में बहाने के मामले में यूं तो आवाज लगातार उठ रही है, लेकिन कार्यवाही के नाम पर कोई कदम नहीं उठाया जाता है। सोमवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने मौहल्ला साकेत में स्थानीय सभासद रितु त्यागी की शिकायत पर खुद पुलिस प्र शासन के अमले के साथ निरीक्षण किया और यहां पर घरों में पशु डेयरी चलते हुए पाये जाने और गोबर नालियों में मिलने पर कड़ी आपत्ति और नाराजगी जताई। इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया।

केन्द्रीय मंत्री के इस निरीक्षण का असर यह हुआ कि बुधवार को चार विभागों की टीम के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से शहर के वार्ड 26 के अन्तर्गत तीन मौहल्लों साकेत, ब्रह्मपुरी और मल्हुपुरा में घनी आबादी में चल रही पशु डेयरियों पर छापामार कार्यवाही की। इस दौरान टीम में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विद्युत विभाग, पशुपालन विभाग और नगर पालिका परिषद् के अधिकारी शामिल रहे। टीम ने मौहल्ला ब्रह्मपुरी से निरीक्षण शुरू किया। यहां पर क्षेत्रीय सभासद एवं भाजपा नेता देवेश कौशिक के साथ अधिकारियों ने बस्ती में चल रही पशु डयेरियों पर जाकर सघन जांच पड़ताल की। भाजपा सभासद देवेश कौशिक ने कहा कि पशु डेयरी को कामर्शियल माना जाता है। ऐसे में इन डेयरियों पर न तो कामर्शियल विद्युत कनैक्शन मिला और ना ही पानी का कनैक्शन पाया गया। अगर किसी के पास पालिका से पानी का कनैक्शन है भी तो वो घेरलू ही है। ज्यादातर डेयरियों में सबमर्सिबल मोटर लगाकर पानी का दुरूपयोग किया जा रहा है। इसको रोकने की मांग भी सभासद ने की। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही डयेरियों में पशु क्रूरता के मामले भी सामने आये हैं। इसको लेकर भी कार्यवाही कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि यहां पर अरूण की पशु डेयरी जोकि घर में ही चलाई जा रही है, में 15-20 पशु पाये गये हैं। इनमें ज्यादातर गौवंशीय पशु हैं। यहां पर सबमर्सिबल लगा है। गोबर पानी के सहारे नालियों में बहाया जाता है। बारिश होने पर जलभराव के कारण नीचे मकानों में यह गोबर और गन्दगी भर जाती है। वो दो साल से पशु डयेरियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब प्रशासन को होश आया है।


नगरपालिका परिषद् के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अतुल कुमार ने बताया कि गत दिवस मंत्री संजीव बालियान को साकेत में निरीक्षण के दौरान सभासद देवेश कौशिक के नेतृत्व में 8-10 लोगों ने शिकायत की थी। इसी आधार पर आज चार विभागों की टीम ने तीन मौहल्लों में निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग से आई टीम ने पशु क्रूरता के लिए जांच पड़ताल की। एक भैंस के लिए कम से कम चार वर्गमीटर और गाय के लिए साढ़े तीन वर्गमीटर स्थान आवश्यक है, लेकिन इससे कम स्थान पर पशु बांधे हुए पाये गये। इसके साथ ही जलकल विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वो पानी के दुरुपयोग को लेकर भी जांच शुरू करें। जहां कामर्शियल कनैक्शन नहीं होगा वहां पर कनैक्शन कराया जायेगा। इसके साथ ही नियमानुसार डेयरियों पर जुर्माना और विभागीय रिपोर्ट के बाद सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में नियमित रूप से चलाया जायेगा। गुरूवार को कृष्णापुरी और दूसरे क्षेत्रों में विभागीय टीमों के द्वारा जांच पड़ताल की जायेगी। पशु डेयरियों को आबादी से बाहर भेजने की कार्यवाही की जायेगी।

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