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'सरकारी आतंकवाद' से दुखी डाक्टर ने दिया सीएमओ दफ्तर पर धरना

सीएमओ कार्यालय के ‘सरकारी आतंकवाद’ से हार्ट स्पेशलिस्ट का टूटा दिल, मुजफ्फरनगर जनपद के प्रतिष्ठित हृदय रोग विशेषज्ञ डा. अनुभव सिंघल की फाइल का निस्तारण करने में तीन महीने से स्वास्थ्य विभाग कटवा रहा चक्कर।

सरकारी आतंकवाद से दुखी डाक्टर ने दिया सीएमओ दफ्तर पर धरना
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मुजफ्फरनगर। एक छोटी सी परमिशन हासिल करने के लिए जिले के प्रतिष्ठित और विशेषज्ञ चिकित्सक को भी स्वास्थ्य विभाग के दरवाजे पर करीब तीन माह से परेशान होकर चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। अब उनके पत्रावली को ही सीएमओ कार्यालय से गायब कर दिया गया। इस पर नाराज विशेषज्ञ चिकित्सक ने विभागीय लापरवाही के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएमओ कार्यालय पर ही धरना जमा लिया। इससे विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। इस िचिकित्सक का कहना है कि जब उनके जैसे जिम्मेदार व्यक्ति के साथ यह रवैया है तो इस 'सरकारी आतंकवाद' से आम जनता कितना प्रभावित होकर उत्पीड़न सह रही होगी।

सूत्रों के अनुसार जनपद के भोपा रोड स्थित ईवान हॉस्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. अनुभव सिंघल के धैर्य ने आज उस समय जवाब दे दिया, जबकि वह अस्पताल में मरीजों को छोड़कर अपनी फाइल पर सीएमओ की परमिशन पाने की खबर लेने के लिए सीएमओ दफ्तर पहुंचे और सम्बंधित पटल से उनकी फाइल को गायब हो जाना बताया गया। विशेषज्ञ चिकित्सक डा. अनुभव सिंघल का आरोप है कि उनको एक छोटी सी अनुमति पाने के लिए गंभीर उत्पीड़न और स्वास्थ्य विभाग के 'सरकारी आतंकवाद' से शोषण झेलना पड़ रहा है। शाम के समय सीएमओ दफ्तर पहुंचे डा. अनुभव सिंघल ने इस लापरवाही के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएमओ दफ्तर में ही धरना शुरू कर दिया। इससे विभाग में हड़कम्प मच गया। आरोप है कि कर्मचारियों ने कार्यालय से छुट्टी का समय होने के कारण उनको उसी कमरे में बंद करने का भी प्रयासा किया।

डा. अनुभव सिंघल ईवान हॉस्पिटल में एक अनुभवी कार्डियोलाजिस्ट के रूप में सेवा प्रदान कर रहे है। एमडी मेडिसिन में गोल्ड मेडिलिस्ट डा. अनुभव सिंघल ने एसजीपीजीआई लखनऊ से कार्डियोलॉजी में डीएम किया है। सोमवार से शनिवार को सवेरे 11 बजे से 5 बजे तक वह ईवान हॉस्पिटल भोपा रोड पर ओपीडी करते हैं। इसके साथ ही रविवार को 11 बजे से 5 बजे तक वह भोपा रोड पर ही स्थित एसडी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ओपीडी कर रहे हैं। डा. अनुभव सिंघल बीपी, तेज धड़कन, घबराहट, कॉलेस्ट्रोल, छाती में दर्द, इंजाइना, हार्ट अटैक, सांस फूलना और दिल का फैलना के साथ ही बच्चों के दिल में छेद और उनसे जुड़ी बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सक हैं।

डा. अनुभव सिंघल ने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत उनकी एक फाइल सीएमओ कार्यालय में करीब तीन माह से लंबित है। उस पर एक परमिशन पाने के लिए उनको लगातार परेशानी उठानी पड़ रही है। इस मामले में काफी तनावग्रस्त भी हो गये लेकिन उनकी फाइल निस्तारित नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा भोपा रोड पर एसडी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपनी इको मशीन लगाई गयी है। वह उसको सेल करना चाहते हैं। इसके लिए उसका रजिस्ट्रेशन जोकि सीएमओ कार्यालय में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत किया जाता है, को वह रद्द कराने के लिए नियमानुसार आवेदन कर चुके हैं। जब तक सीएमओ कार्यालय से सेल परमिशन जारी नहीं की जाती है, वह मशीन को सेल नहीं कर पायेंगे। इस छोटे से काम के लिए उनको तीन महीने से सम्बंधित पटल के प्रभारी, लिपिक और कर्मचारी परेशान करते हुए चक्कर कटवा रहे हैं।

डा. अनुभव ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने सीएमओ डा. एमएस फौजदार से भी की। सीएमओ ने सम्बंधित नोडल अफसर को सेल परमिशन जारी कराने के निर्देश दिये, लेकिन आज तक भी उनका मामला लंबित है। आज भी वह हॉस्पिटल में मरीजों को छोड़कर इसी फाइल का स्टेटस जानने के लिए सीएमओ ऑफिस पहुंचे थे, तो सम्बंधित लिपिक उनको नहीं मिले। दूसरे कर्मचारी से जानकारी चाही तो पहले तो ना नुकुर की गयी और फिर बताया कि मेरी फाइल कार्यालय से गुम हो गयी है। कर्मचारी से यह सुनकर डा. अनुभव सिंघल का पारा चढ़ गया और उन्होंने वही कमरे में धरना दे दिया। कर्मचारी उनको उठाने का प्रयास करते रहे। डा. अनुभव सिंघल का कहना है कि यह खुला 'सरकारी आतंकवाद' है। जब उनके जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति का इतना गंभीर उत्पीड़न सीएमओ कार्यालय से हो सकता है तो यहां पर आने वाले आम आदमी के साथ इनका रवैया कैसा होता होगा? उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी उनको कमरे से बाहर निकालने के प्रयास में कार्यालय की छुट्टी होने की बात कहते रहे और उनको कमरे में बंद करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि सीएमओ के बारे में पूछा गया तो पता चला कि वह सहारनपुर गये हुए हैं।

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