MUZAFFARNAGAR--कई गुना फीस बढ़ाने पर छात्राओं का हंगामा
मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी के खिलाफ सड़क पर उतरीं ताराचंद वैदिक पुत्री डिग्री काॅलेज की छात्राएं, काॅलेज गेट पर तालाबंदी कर किया प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट तक निकाला जुलूस, धरना देकर की नारेबाजी
मुजफ्फरनगर। चैधरी चरण सिंह यूनिर्वसिटी मेरठ के मुकाबले मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी सहारनपुर की ओर से परीक्षा फीस कई गुना बढ़ाए जाने और दो दिन पहले ही इसका नोटिफिकेशन जारी करते हुए फीस जमा करने के लिए कम समय दिये जाने के विरोध में गुरूवार को शहर के ताराचंद वैदिक डिग्री कालेज की छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा। फीस बढोतरी के खिलाफ हाथों में स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर छात्राएं सड़क पर उतर आईं और कालेज के गेट पर तालाबंदी करते हुए प्रदर्शन कर छात्राओं ने नारेबाजी की। इसके साथ ही काॅलेज से कलेक्ट्रेट तक छात्राओं ने पैदल मार्च किया और डीएम कार्यालय पर धरना देकर अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचाई। डीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया।
मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी की ओर से सेमेस्टर परीक्षा की फीस बढ़ाए जाने के विरोध में कई दिनों से काॅलेजों में प्रदर्शन और विरोध का दौर बना हुआ है। गुरूवार को शहर के नई मंडी भरतिया कालोनी स्थित ताराचंद वैदिक डिग्री कालेज की छात्राओं ने भी इसे अनुचित बताते हुए जमकर हंगामा किया। कालेज के सामने मुख्य मार्ग पर छात्राएं एकत्र हुई और शुल्क घटाए जाने की मांग रखी। छात्राएं नई मंडी स्थित कालेज के मुख्य गेट पर एकत्र होकर हाथों में स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर धरने पर बैठ गईं और काॅलेज गेट में तालाबंदी करते हुए आवागमन बंद कर दिया। इस कारण काॅलेज आने वाली शिक्षिकाओं को भी बाहर गेट पर ही खड़े रहने के लिए विवश होना पड़ा। छात्राओं का कहना था कि पहले परीक्षा का वार्षिक शुल्क एक हजार रुपये लिया जा रहा था, लेकिन अब दो सेमेस्टर की परीक्षा के लिए दो बार सात हजार रुपये का शुल्क लिया जा रहा है। सीधे तौर पर सात गुना फीस बढ़ाई गई हैं। जबकि चै. चरण सिंह यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर परीक्षा फीस 800 रुपये ली जा रही है। एक ही राज्य में एक ही शासन और सरकार के अधीन चलने वाली यूनवर्सिटियों की फीस में इतना गेप अव्यवस्था को दर्शाता है। घंटों तक काॅलेज गेट पर प्रदर्शन करने के बाद छात्राएं हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए पैदल मार्च के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंची और डीएम कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गईं।
छात्राओं के धरने की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप उनके बीच पहुंचे और समस्या सुनी। छात्राओं की ओर से जिलाधिकारी के नाम एक ज्ञापन उनको सौंपा गया। इसमें उन्होंने परीक्षा फीस बढ़ाए जाने पर रोष जताया है। छात्राओं के अनुसार परीक्षा शुल्क बढ़ाए जाने से छात्राओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें नौ दिसम्बर तक का ही समय दिया गया है। इससे छात्राओं और उनके परिजनों को आर्थिक तथा मानसिक रूप से परेशानी उठानी पड़ रही है। उनका कहना था कि इसी समस्या को अधिकारियों तक पहंुचाने के लिए आज उन्होंने यह प्रदर्शन किया। छात्राओं ने बताया कि एक हजार रुपये फीस को बढ़ाकर अब यूनिवर्सिटी द्वारा 3350 रुपये प्रति सेमेस्टर कर दिया है। यह खुला अन्याय है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही परीक्षा परिणाम व्यवस्था में भी विभिन्न अनियमितताएं हैं। बार बार परीक्षा परिणाम परिवर्तित किया जा रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या को ऊपर पहुंचाया जायेगा और यथा संभव निस्तारण का प्रयास होगा। वहीं ताराचंद वैदिक पुत्री डिग्री काॅलेज की प्राचार्या संगीता चैधरी का कहना है कि विवि से बात की जा रही है। छात्राओं की समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जा रहा है। छात्राओं ने जो मांग उठाई है, वह कालेज के स्तर का मामला नहीं है। इसमें यूनिवर्सिटी को या शासन को ही निर्णय करना है। काॅलेज स्तर से कई बार इस सम्बंध में यूनिवर्सिटी को लिखा जा चुका है। प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से निकिता, मनज्योति, पूजा, शालिनी, अंजलि तोमर, तरन्नुम, नैना सिंह, खुशी, अंशिका, साक्षी और नेहा सहित सैंकड़ों छात्राएं शामिल रहीं।